NCRB Report: दिल्ली में सुरक्षित नहीं महिलाएं और जानें क्या है दूसरे राज्यों का हाल

गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाली राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध की दर देश में सबसे अधिक है।

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दिल्ली को दिलवालों का शहर और मुंबई को पैसे वालों का शहर कहा जाता है। लेकिन दिल वालों के शहर हाल समय समय पर बिगड़ता दिखाई देता है। कभी वायू प्रदूषण, कभी भूकंप तो अब दिल्ली बढ़ते अपराध ने लोगों को हैरान और परेशान होने पर मजबूर कर दिया है।

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असल में गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाली राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध की दर देश में सबसे अधिक है। 2022 में दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ 14,247 मामले दर्ज किए गए थे, जो प्रति लाख महिलाओं पर 144.4 की दर थी। यह राष्ट्रीय औसत 66.4 से काफी अधिक है।

दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध में सबसे अधिक वृद्धि उत्तर प्रदेश में दर्ज की गई, जहां 2022 में 65,743 मामले दर्ज किए गए थे। पूरे देश में 19 बड़े शहरों में से दिल्ली लगातार महिलाओं के खिलाफ तीन बार से अपराध के मामले में सबसे आगे है। ये आंकड़े न सिर्फ दिल्लीवासियों को बल्कि पूरे देश दुनिया से दिल्ली में रोजगार और शिक्षा के उद्देश्य से रह रहे लोगों को भी परेशान कर देने वाली है।

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NCRB के तरफ से 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली महिलाओं के खिलाफ अपराध में पहले स्थान पर है तो वहीं, मुंबई दूसरे स्थान पर है। साल 2021 के रिपोर्ट में जहां दिल्ली में हर रोज रेप के दो मामले दर्ज हुए हैं तो, वहीं साल 2022 में बढ़ कर हर रोज तीन रेप केस रजिस्टर किए गए हैं।

भारत में महिलाओं के खिलाफ अपराध

इसी रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में महिलाओं के खिलाफ अपराध के सबसे अधिक मामले दर्ज हुए हैं। साल 2020 में पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ 3,71,503 मामले दर्ज किए गए थे, वहीं साल 2021 में अपराध के मामले बढ़ते मालूम नजर आएंगे, जो 4,28,278 इतने दर्ज किए गए थें। अगर पिछले साल की बात की जाए तो अपराध के दर घटने के बजाए बढ़ते ही मालूम हो रहे हैं। साल 2022 में 4,45,256 इतने मामले पूरे देश में रजिस्टर किए गए हैं।

भारत के वो राज्य जहाँ प्रति लाख आबादी पर महिलाओं के खिलाफ अपराध के सबसे अधिक मामले दर्ज हुए हैं। इसमें दिल्ली 144.4 दर के साथ सबसे पहले पायदान पर है। हरियाणा महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध में दूसरे स्थान 118.7 पर है। तेलंगाना 117 दर के साथ तीसरे स्थान पर है, जो हरियाणा से महज एक प्रतिशत ही कम है। राजस्थान 115.1 चौथे स्थान पर है। आखिर में अपराध के मामले में ओडिशा 103.3 दर के साथ पांचवें स्थान पर है। IPC & SSL के तहत अपराधों में मामले शामिल है।

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इन राज्यों में महिलाओं के खिलाफ हुए हैं सबसे ज्यादा अपराध

अगर राज्य स्तर पर महिलाओं के साथ होने वाले अपराध की बात करें तो देश के बड़े राज्यों में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा यानी 20,762 केस फाइल किए गए हैं। इसके बाद दूसरे स्थान पर मध्य प्रदेश में 20,415 और तीसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश 18,682 का नाम शामिल है। दिल्ली शहर में महिलाओं के साथ अपराध की संख्या परेशान कर देने वाली है। एनसीआरबी के 2022 के आंकड़ों से खुलासा हुआ है कि दिल्ली में हर एक लाख में से 189.9 महिलाएं अपराध का शिकार हुई हैं।

महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध पर क्या है एक्सपर्ट की राय

महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा से महिला विषय पर अध्ययन कर रहीं पीएचडी स्कॉलर प्रिया गोस्वामी कहती हैं, "इस रिपोर्ट से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब देश की राजधानी दिल्ली, महिलाओं के खिलाफ अपराध में सबसे आगे है तो अन्य राज्यों का क्या स्तर होगा। जहां मौलिक अधिकार के हनन, शोषण या अत्याचार पर भी लोग रिपोर्ट करने में हिचकते हैं। इस रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि अब महिलाएं अपने अधिकार के लिए कानून का सहारा ले रही हैं।"

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सामाजिक कार्यकर्ता शमा खान कहती हैं, "रात में घर से निकलते हुए यह सोचना पड़ता है कि रास्ते में कोई परेशान न हो, क्योंकि गलियों में सड़कों पर लोग ग्रुप बना कर खड़े रहते हैं। अक्सर कमेंट बाजी भी करते हैं। पुलिस प्रशासन की इतनी व्यवस्था के बावजूद भी इन मनचलों को कानून से जरा भी डर नहीं लगता।"

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इलाहाबाद हाई कोर्ट के एडवोकेट पंकज शुक्ला का मानना है कि बेरोजगारी और अशिक्षा के कारण समाज में आए दिन अपराध का स्तर बढ़ता जा रहा है। महिलाएं किसी समाज की सबसे संवेदनशील वर्ग में आती हैं, अपराधी बड़ी आसानी से इन्हें किसी भी तरह से शिकार बना लेते हैं।

स्रोतः राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो, 2022

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Image credit: Freepik

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