कहते हैं कि बुराई से लड़ने के लिए खुद को इस काबिल बना लो कि तुम्हरे पास बुराई आने से भी डरे। यानि तुम अपने आपको इतना आत्मरक्षा के काबिल बना लो कि जब कोई व्यक्ति तुम से छेड़छाड़ करने के लिए आए तो तुम उसका मुकाबला जूडो-कराटे और फाइट से करके मार भगा सको। ये काम इतना मुश्किल भरा भी नहीं। क्यूंकि, देश के एक हिस्से में एक ऐसा अभियान चल रहा है जहां की महिलाएं आत्मरक्षा के लिए जूडो-कराटे और फाइट की ट्रेनिंग बड़े ही निडरता के साथ ले रही है। इस ट्रेनिंग के पीछे है पिंक बेल्ट मिशन।
पिंक बेल्ट मिशन के पीछे आगरा की एक महिला खड़ी हैं। जो पिछले कई सालों से महिलाओं को आत्मरक्षा की पाठ पड़ा रही है। यहीं नहीं, आत्मरक्षा के साथ-साथ वो महिलाओं को सशक्त भी कर रही हैं। उस महिला के इस मुहीम के मुरीद हॉलीवुड वाले भी हो गए हैं और अपर्णा राजावत के जीवन संघर्ष पर हॉलीवुड में फिल्म भी बन रही है।
आज इस लेख में हम आपको पिंक बेल्ट मिशन के बारे में बताने जा रहे हैं। साथ में इस मिशन की शुरुआत करने वाली अपर्णा राजावत के बारे में भी बताने जा रहे हैं। तो बिना देर किए हुए चलिए जानते हैं इन सभी तथ्यों के बारे में।
कौन हैं अपर्णा राजावत
आगरा में एक मध्यम परिवार में पैदा हुई हैं अपर्णा राजावत। बचपन से ही अपने हक़ के लिए लड़ने की आदि रही है अपर्णा राजावत। परिवार में दो भाई और तीन बहन है। स्कूल से ही अपने लक्ष्य के प्रति इमानदार और अपने हक़ के लिए घर के पुरुषों से लड़ने में कभी पीछे नहीं रही है। एक खबर के अनुसार उनका कहना है कि बचपन से भी अपने भाइयों और स्कूल में खुद का बचाव करना सीखा था। यहीं बचाव आगे चलकर बुरे इंसानों से लड़ने में भी काम आई और आगे चलकर महिलाओं के लिए एक आत्मरक्षा मुहीम चलने के प्रेरणा मिली।
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क्या है पिंक बेल्ट मिशन
पिंक बेल्ट मिशन एक गैर सरकारी संस्था है, जिसके मध्यम से अपर्णा राजावत महिलाओं को आत्मरक्षा के गुड सिखा रही हैं। इस मुहिम के माध्यम से महिलाओं को जूडो-कराटे, फाइट और सेल्फ डिफेन्स की तरकीब बताती है। पिछले कई सालों से देश के अलग-अलग शहरों में जाकर अपर्णा राजावत महिअलों को जूडो-कराटे के अलावा सशक्त कर रही हैं। उनका सीधा कहना है कि तुम इस काबिल बन जाओं कि तुम्हें किसी से मदद नहीं लेनी पड़े और तुम खुद अपनी रक्षा कर सको। आज अपर्णा राजावत लाखों महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है। उनके इस मुहिम के साथ हर रोज हजारों महिलाएं जुड़ती जा रही है।
दिसंबर 2012 की घटना ने उन्हें बदल दिया
वर्ष 2012 में जब निर्भया कांड हुआ था तब अपर्णा राजावत के जीवन का सबसे बड़ा दिन था। इस घटना ने अपर्णा राजावत को झकझोर के रख दिया। इस दिन उन्होंने तय किया कि कानून महिलाओं की रक्षा नहीं कर सकती हैं, बल्कि अपनी रक्षा खुद करनी होगी। इस घटना के बाद अपर्णा राजावत ने साल 2016 में पिंक बेल्ट मिशन की शुरुआत की। इस मिशन ने तहत अपर्णा राजावत ने धीरे-धीरे महिलाओं को सशक्त बनाने के साथ-साथ जूडो-कराटे भी सिखाने लगी।(मनदीप कौर सिद्धू: टैक्सी ड्राइवर से पुलिस अधिकारी बनने तक की कहानी)
जूडो-कराटे की हैं खिलाड़ी
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अपर्णा राजावत एक जूडो-कराटे की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रही हैं। अपर्णा राजावत ने कई पदक अपने नाम भी किया है। भारत के साथ-साथ कनाडा में स्टार ऑफ एशिया अवॉर्ड, समाजसेवा के लिए अमेरिका में सम्मान आदि जगहों पर अपर्णा राजावत बेहद फेमस है।(कौन है ये Bc Aunty-स्नेहिल दीक्षित मेहरा)
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अपर्णा राजावत के ऊपर बन रही हैं फिल्म
अपर्णा राजावत के इस उतार-चढ़ाव भरी ज़िन्दगी के ऊपर फिल्म भी बनना स्टार्ट हो चूका है। भारत के साथ-साथ लंदन में पिंक बेल्ट मिशन चला रही थी जहां हॉलीवुड के कुछ फिल्म निर्माता की नज़र पड़ी। खबरों के अनुसार हॉलीवुड के फिल्म निर्माता जॉन मैकरीट ने उनसे संपर्क किया और फिल्म बनाने का प्रस्ताव दिया। कहा जा रहा है कि इस फिल्म की शूटिंग लॉस एंजलेस स्थित हॉलीवुड सिटी में शुरू हो चुकी है।
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Image Credit:(@static.upcitynews.com,new-img.patrika.com)
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