हम सभी को जीवन में कई उतार-चढ़ावों का सामना करना पड़ता है। अक्सर हम सोचते हैं कि यह सिर्फ हमारे साथ ही हो रहा है, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। हर व्यक्ति अपने जीवन में कई तरह की खुशियों के साथ-साथ दुख व त्रासदी का भी सामना करता है। अब जरूरी यह है कि उन विपरीत परिस्थितियों को किस तरह हैंडल किया जाए। इस स्थिति में आपका मनोबल ही आपके काम आता है। जो महिलाएं मेंटली स्ट्रांग नहीं होती, वह स्थिति से घबरा जाती हैं और अपने कदम पीछे हटा लेती हैं। कई बार तो वह ऐसे कदम भी उठा लेती हैं, जिसके बारे में शायद ही किसी ने सोचा हो। लेकिन जो महिलाएं मेंटली स्ट्रांग होते हैं, उन्हें विपरीत परिस्थितियों में दुख तो होता है, लेकिन वह खुद को इस स्थिति से बाहर निकालना भी जानती हैं। उनकी सोच व जीवन के प्रति उनका रवैया उन्हें बड़ी से बड़ी मुसीबत का सामना करने का मनोबल प्रदान करता है। तो चलिए आज हम कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में आपको बता रहे हैं जो मेंटली स्ट्रांग महिलाओं में देखी जाती हैं-
दूरदर्शी

अक्सर देखने में आता है कि मेंटली स्ट्रांग महिलाएं दूरदर्शी होती हैं। हो सकता है कि वह अभी किसी समस्या में हों, लेकिन उनकी दूरदर्शिता उन्हें वर्तमान में उस समस्या को हैंडल करने और भविष्य को सुखद बनाने में मदद करती है। मानसिक रूप से मजबूत महिलाएं यह भली-भांति समझती हैं कि वर्तमान स्थिति में बदलाव कैसे लाया जाए और वह यह भी जानती हैं कि यह उनके भविष्य में कितना प्रभावी और उपयोगी होगा।
आशावादी

यह आपके जीवन में एक गहरा प्रभाव डालता है और मेंटली स्ट्रांग महिलाओं में यह खासियत देखी जाती है। ऐसी महिलाएं सिक्के के नकारात्मक पक्ष को देखने से इनकार करती हैं और हमेशा एक सकारात्मक पक्ष को खोजने की कोशिश करती हैं, जिनसे उन्हें एक प्रोत्साहन मिल सके। यह उनकी मानसिक बल को और भी अधिक मजबूत बनाने में भी मदद करता है। जबकि आम महिलाएं बुरी स्थितियों में अपनी किस्मत को कोसकर सिर्फ दुखी होती रहती हैं।
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दूसरों को मोटिवेट करना

चूंकि वे मानसिक रूप से मजबूत हैं और वे उस ताकत को खुद तक रखने का इरादा नहीं रखती हैं। किसी भी रूप में चिंता, अवसाद या परेशानियों से पीड़ित लोगों को वह मोटिवेट करती हैं। वह अपने अनुभवों व स्किल्स के जरिए सामने वाले व्यक्ति के निराशावादी जीवन में आशा के बीज बोती हैं, जिससे वह व्यक्ति भी अपनी परेशानियों को आसानी से हैंडल कर सकें।
खुद पर नियंत्रण

सुनने में आपको शायद अजीब लगे, लेकिन मेंटली स्ट्रांग महिलाएं अपने दिमाग पर एक अच्छा नियंत्रण रखने की कला जानती हैं। उन्हें पता होता है कि वह क्या है जो उनकी कमजोरी को ट्रिगर करता है और नकारात्मकता लाता है। वे उन पहलुओं का विश्लेषण करती हैं और उन पर काम करती हैं ताकि उन कारकों को उनके व्यक्तित्व से पूरी तरह से खत्म कर सकें। इसमें अतीत की अप्रिय यादें भी शामिल हो सकती हैं। धीरे-धीरे वह खुद को पूरी तरह नियंत्रित करना सीख जाती हैं।
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दूसरों से प्रभावित नहीं

ऐसा महिलाएं जानती हैं कि क्या सही है और क्या सही नहीं है। उनकी अपनी समझ है और वे अपनी राय को लेकर बहुत दृढ़ हैं। यह अपने आप में उनका विश्वास है जो उन्हें उन लोगों से एक कदम आगे रखता है जो भावनात्मक और मैटीरियल सपोर्ट के लिए अक्सर दूसरों पर निर्भर रहते हैं। दूसरों को आप पर प्रभाव न डालने देना उतना आसान नहीं है जितना कि सिद्धांत में लगता है। इसके लिए बड़ी इच्छाशक्ति और आत्मविश्वास चाहिए।
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Image Credit: freepik
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