इन दिनों गुजरात में लोक रक्षक दल (LRD) की महिला कॉन्स्टेबल सुनीता यादव चर्चा में हैं। लोग उन्हें लेडी सिंघम के नाम से भी जानते हैं। सुनीता सूरत में कॉन्स्टेबल के पद पर कार्यरत हैं। सुनीता बीते कुछ दिनों से लगातार सुर्ख़ियों में बनी हुई हैं। सुर्ख़ियों की वजह है उनका एक वीडियो, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह कुछ लोगों के साथ बहस करती नजर आ रही हैं। दरअसल यह वीडियो उस समय का है जब रात में ड्यूटी के दौरान सुनीता गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री के बेटे और उनके दोस्तों को रोकती हैं और फिर उनसे कर्फ्यू तोड़ने को लेकर बहस करती हैं। इस वीडियो में सुनीता उन्हें डांटती हुई नजर आ रही हैं।
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पहले आपको बता दें, कोरोना की वजह से देश में अनलॉक-2 चल रहा है। वहीं, गुजरात में अनलॉक-2 के दौरान रात दस से सुबह पांच बजे तक घर से बाहर निकलने की मनाही है। अगर जरूरी काम से बाहर निकल रहे हैं तो आपको मॉस्क जरूर पहनना होगा। सारी गाइडलाइंस को भी मानना होगा।
यह घटना 8 जुलाई की है, जब कॉन्स्टेबल सुनीता ने 5 लड़कों को पैट्रोलिंग के दौरान रोका था। इसमें गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री किशोर कानानी के बेटे से उनकी तीखी बहस हुई थी। युवक ने मंत्री का बेटा होने का दावा करते हुए कहा कि वह अपने दोस्त की मदद के लिए आया है। गाड़ी पर विधायक की प्लेट होने को लेकर भी सुनीताभड़की थीं। 11 जुलाई को मंत्री के बेटे प्रकाश और उसके दो दोस्तों दीपक गोधानी और संजय ककाडिया को कर्फ्यू तोड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें बेल पर रिहा कर दिया गया।
आपको बता दें कि इस घटना के बाद सुनीताको अपने इस्तीफे का ऐलान करना पड़ गया। वहीं, उन्होंने दावा किया है कि उनकी जान को खतरा है और उन्हें पुलिस सुरक्षा दी गई है। सुनीता ने एक मीडिया हाउस को दिए बयान में कहा कि उन्होंने पुलिस फोर्स से इस्तीफा दिया है और वह IPS अधिकारी (IPS ऑफिसर रहीं किरण बेदी से लें इंस्पिरेशन) बनना चाहती हैं, इसके लिए वह तैयारी करना चाहती हैं, ताकि पुलिस फोर्स में वापस आ सकें।
वहीं, सुनीता ने अपनी बात रखते हुए कहा, मेरी लड़ाई मेरे लिए नहीं, मेरी लड़ाई खाकी वर्दी के लिए है। मुझे फोन पर धमकियां मिल रही है। फोन पर धमकने वाला मुझे कह रहा है, ‘तुम देश के लिए बहुत काम कर रही हो। मुझे नहीं लगता बहुत दिन जी पाओगी।’ उन्होंने मसला सुलझाने के लिए पचास लाख रुपए भी ऑफर किए हैं। वैसे उन्होंने आगे कहा कि उस दिन क्या हुआ, वह पूरी बात नहीं बता सकती, क्योंकि अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकारा नहीं गया है, इस वजह से वह खुलकर अपनी बात नहीं रख सकती।
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बता दें कि सुनीता ने सूरत पुलिस कमिश्नर से पुलिस प्रोटेक्शन की मांग की थी। जिसके बाद दो महिला पुलिसकर्मी उनके घर पर तैनात हैं। वहीं, दो पुरुष पुलिसकर्मी उनके अपार्टमेंट के मेन गेट पर तैनात हैं। इस मामले की जांच की जिम्मेदारी एसीपी जेके पांड्या को सौपी गई है। अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो जुड़ी रहिए हमारे साथ। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए पढ़ती रहिए हरजिंदगी।
Photo courtesy- (newswada.com, resultuniraj.co.in, img.republicworld.com, newsraiser.com)
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