मुगल साम्राज्य का इतिहास बेहद रोचक और दिलचस्प रहा है और आज भी कई लोग मुगल बादशाहों के बारे में जानने के लिए इच्छुक रहते हैं। हालांकि, मुगल साम्राज्य को समझने के लिए बहुत से लोगों ने शाहजहां के बारे में पढ़ा होगा, कई लोग जहांगीर के बारे में पढ़ना पसंद करते होंगे। लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं है कि ज्यादातर लोग अकबर के बारे में पढ़ना पसंद करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि अकबर मुगल साम्राज्य का एक ऐसा बादशाह रहा है, जिसने न सिर्फ भारत के नीति निर्माता में एक अहम भूमिका अदा की बल्कि मोहब्बत की मिसाल भी दी है।
आपने जोधा अकबर की कहानी तो सुनी ही होगी। क्योंकि इन दोनों की मोहब्बत को कई किताबों और फिल्मों में भी रेखांकित किया गया है। लेकिन आप इस बात से भी वाकिफ होंगे जोधा बेगम के अलावा भी अकबर की कई और बेगम थीं, जिन्होंने अकबर से न सिर्फ निकाह किया बल्कि अपनी पूरी जिंदगी अकबर के नाम करदी। हालांकि, रुकैया बेगम अकबर की पहली बेगम थीं यह बात आपको मालूम होगी। लेकिन यह बहुत कम लोग जानते होंगे कि अकबर ने रुकैया बेगम के होते हुए सलीमा सुल्तान बेगम से शादी कर ली थी आखिर क्यों? आइए जानते हैं इस लेख में...
कौन थीं सलीमा सुल्तान बेगम?
सलीमा बेगम तैमूरी राजवंश से ताल्लुक रखती थीं। इनका जन्म 23 फरवरी 1539 को हुआ था। इनके पिता का नाम नूरुद्दीन था। कहा जाता है कि सलीमा सुल्तान बेगम अकबर की दूसरी पत्नी थीं। इतिहास के अनुसार यह भी कहा जाता है कि सलीमा सुल्तान अकबर के खानदान की ही एक राजकुमारी थीं। सलीमा अकबर की चचेरी बहन थीं, जिनकी मां का नाम गुलरुख बेगम था। हालांकि, सलीमा सुल्तान बेगम अकबर से कई साल बड़ी थीं।
अकबर के बारे में जानें रोचक तथ्य
आपको यह मालूम होगा कि अकबर मुगल साम्राज्य का एक महान बादशाह था। इसके पीछे कई वजह रही हैं लेकिन इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि अकबर ने अपने शासनकाल में कई तरह के निर्माण कार्य और खूबसूरत मकबरे भी बनवाए हैं। बता दें कि अकबर का जन्म 15 अक्टूबर 1542 को सिंध के राजपूत किले, अमरकोट में हुआ था। अकबर बादशाह का पूरा नाम जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर था, जो मुगल साम्राज्य का तीसरा बादशाह था।
अकबर से निकाह करने से पहले हो गई थीं विधवा
यह आपको मालूम हो गया होगा कि सलीमा बेगम अकबर की दूसरी पत्नी थीं। लेकिन क्या आपको पता है कि अकबर से शादी करने से पहले उनका निकाह बैरम खां से करवा दिया गया था। किसी वजह से उनके पति की मृत्यु हो गई थी और वह विधवा हो गई थीं। इसके बाद, उनके हालात हो देखते हुए अकबर ने उनसे निकाह कर लिया था। बता दें कि सलीम बेगम दिल की बेहद साफ इंसान थीं और सच्चाई पर चलने वाली थीं। उन्होंने अकबर को कई बार सही रास्ता दिखाने का भी काम किया था।
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अकबर ने इस वजह से किया था निकाह
हालांकि, सलीमा सुल्तान से निकाह करने की स्पष्ट वजह तो सामने नहीं आई लेकिन कहा जाता है कि रुकैया बेगमसे शादी करने के बाद अकबर की कोई संतान नहीं थी इसलिए अकबर ने सलीमा सुल्तान से शादी करने का फैसला लिया था। इसके अलावा, दूसरी वजह यह भी बताई जाती है कि सलीमा सुल्तान कम उम्र में ही विधवा हो गई थीं। इसलिए अकबर ने उनसे निकाह करने का फैसला लिया और उनकी जिम्मेदारी उठाने का फैसला किया। हालांकि, सलीमा सुल्तान भी ताउम्र निसंतान रही।
मिली 'खदीजा-उज़-ज़मानी' की उपाधि
अकबर की सबसे लोकप्रिय और पावरफुल पत्तियों में सलीमा बेगम का भी नाम आता है। लेकिन यह बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि अकबर की बेगम सलीमा बेगम को युग की खदीजा भी कहा जाता है। क्योंकि सलीमा न सिर्फ खूबसूरत थीं बल्कि बहुत समझदार भी थीं। इसलिए वह अकबर की वरिष्ठ बेगमों में शामिल थीं। जब भी अकबर या उनके बेटे जहांगीर के मुगल दरबार के मुद्दों को सुलझाने के बारे में समझ नहीं आता, तो वह सलीमा सुल्तान से ही सलाह लिया करते थे।
आगरा में मौजूद है सलीमा सुल्तान का मकबरा
उनकी मृत्यु 15 दिसम्बर 1612 में हुई थी। कहा जाता है कि उनकी कब्र आगरा में मौजूद है। हालांकि, इस बात के स्पष्ट साक्ष्य नहीं मिलते हैं कि उनकी कब्र किस मकबरे में है और कहां हैं। लेकिन कई जगहों पर उल्लेख मिलता है कि उनकी कब्र आगरा के किसी बाग में है। लेकिन इसके स्पष्ट साक्ष्य नहीं मिलते हैं। साथ ही, यह भी स्पष्ट नहीं है कि यह मकबरा अकबर ने बनवाया था या फिर उनके बेटे जहांगीर ने बनवाया था।
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सलीमा सुल्तान बेगम के बाद अकबर ने इस बेगम से किया था निकाह
आपको बता दें कि सलीमा सुल्तान से शादी करने के बाद अकबर को जोधा बेगम से प्यार हो गया था और फिर उन्होंने जोधा बेगम से शादी कर ली थी। बता दें कि जोधा बेगम से अकबर बहुत प्यार करता था। जोधा का पूरा नाम मरियम-उज़-ज़मानी था। हालांकि, उन्हें हरका बाई, हीर कुंवर आदि नामों से भी पुकारा जाता था। इनका जन्म सन 1542 में हुआ था। जोधा एक हिन्दू राजवंशी राजकुमारी थीं, जिनके साहस की मिसाल आज भी जाती है। उनके पिता आमेर रियासत के राजा ने भारमल थे। हालांकि, जोधा अकबर की पहली ऐसी बेगम थीं, जिन्होंने अकबर को संतान दी जाती थी।
इसके अलावा भी अकबर की कई बेगम रही हैं, जिनका नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज है। यह लेख आपको कैसा लगा, हमें कमेंट कर जरूर बताएं। ऐसे अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।
Image Credit- (@Wikipedia)
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