जब भी मुगल बादशाह अकबर की बेगमों के बारे में बात करते हैं, तो हमारे जहन में सबसे पहला नाम जोधा बाई का आता है। क्योंकि अकबर और जोधा बाई की प्रेम कहानी से कौन वाकिफ नहीं है, भला। लेकिन क्या आपको मुगल बादशाह अकबर की पहली बेगम के बारे में पता है? अगर नहीं, तो आपको आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अकबर की कुल कितनी बेगमें थीं, इसके बारे में कोई स्पष्ट जानकारी तो नहीं है। लेकिन कहां जाता है कि अकबर की 7 बेगमें थीं। लेकिन आज हम इस लेख में अकबर की पहली बेगम के बारे कुछ रोचक तथ्य बता रहे हैं..
मुगल साम्राज्य का दौर लगभग सन 1526 से 1707 तक रहा, जिसकी स्थापना बाबर ने पानीपत की पहली लड़ाई में इब्राहिम लोदी को हराकर की थी। इसके बाद हुमायूं, अकबर, जहांगीर, शाहजहां आदि के बाद अंतिम मुगल शासक औरंगजेब था, जिन्होंने अपने शासन के दौरान समाज का निर्माण किया था। हालांकि, कई इतिहासकारों का मानना है कि सन 1707 से लेकर सन 1857 तक मुगल साम्राज्य अपने पतन यानि विघटन दौर से गुजर रहा था। इसके अलावा, कुछ महिलाएं भी थीं, जिन्होंने अपना योगदान नीति-निर्माण में दिया था।
अकबर मुगल साम्राज्य का सबसे महान बादशाह था। जिसका जन्म 15 अक्टूबर 1542 को सिंध के राजपूत किले, अमरकोट में हुआ था। अकबर का पूरा नाम जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अकबर मुगल साम्राज्य का तीसरा बादशाह था, जिसने अपने शासनकाल में कई ऐतिहासिक और सांस्कृतिक कार्य करवाए थे। हिन्दुस्तान पर अकबर ने कई सालों तक शासन किया था। इस दौरान अकबर ने कई शादियां भी कीं।
कई लोगों को ये नहीं मालूम कि अकबर की पहली पत्नी कौन थी और उनका नाम क्या था? आपको बता दें कि अकबर की पहली बेगम यानि पत्नी रुकैया सुल्तान बेगम थीं। हालांकि, रुकैया सुल्तान भी एक मुगल राजकुमारी थीं। इन्होंने अकबर से 9 साल की उम्र में मंगनी कर ली थी और 14 साल की उम्र में अकबर से निकाह कर लिया था। (भारत में मौजूद हैं मुगलों की यह खूबसूरत इमारतें)
रुकैया बेगम मुगल साम्राज्य की सन 1557 से लेकर 1605 तक मलिका थीं। क्योंकि ये मुगल साम्राज्य के तीसरे बादशाह अकबरकी पहली बेगम यानि पत्नी थीं। हालांकि, रुकैया बेगम अकबर की रिश्तेदार (चचेरी बहन) थीं, जिनसे अकबर से निकाह कर लिया था। रुकैया बेगम अकबर की बेहद खास और पसंदीदा बेगमथीं।
रुकैया बेगम का जन्म 1542 के आसपास हुआ था। उनके पिता का नाम हिंदाल मिर्ज़ा था, जो अकबर के पिता हुमायूं के छोटे भाई थे। रुकैया सुल्तान की परवरिश शुरू से ही एक शाही घराने में हुई थी क्योंकि वे मुगल खानदान से ही ताल्लुक रखती थीं। वे बेहद शांत और एक शक्तिशाली महिला थीं, जिन्होंने अपने शासन काल में कई ऐतिहासिक कार्य भी करवाए थे।
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रुकैया बेगम अकबर को संतान नहीं दे पाई थीं। अकबर ने कई सालों तक अपनी संतान होने का इंतजार किया, लेकिन ये संभव नहीं हो पाया था। हालांकि, रुकैया सुल्तान अकबर से बहुत प्यार करती थीं और रुकैया सुल्तान अकबर की भी सबसे पसंदीदा बेगमों में से एक थीं। हालांकि, बादशाह ने अपनी संतान के लिए दूसरी शादी की थी। (मुगल साम्राज्य की इन शक्तिशाली महिलाएं)
रुकैया बेगम की 82 वर्ष की आयु में 19 जनवरी 1626 में मृत्यु हुई थी। उनकी मृत्यु के बाद उनकी कब्र काबुल के गार्डेन ऑफ बाबर में बनाई गई है। तब से लेकर अबतक उनकी कब्र काबुल में मौजूद है।
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रुकैया सुल्तान बेगम के अलावा भी अकबर की कई बेगमों थीं, जिनका नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज है। आपको लेख पसंद आया हो तो इसे शेयर और लाइक ज़रूर करें, साथ ही, ऐसी अन्य जानकारी पाने के लिए जुड़े रहें हरजिन्दगी के साथ।
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