Kneading Dough: आटा गूंथना रसोई में किए जाने वाले कामों में से एक है। आप भी रसोई में आटा तो गूंथती ही होंगी लेकिन क्या आपने सोचा है कि आटा गूंथने के दौरान कहीं आप कोई गलती तो नहीं करतीं। इससे पहले कि आप ज्यादा सोचें हम ही आपको बता देते हैं कि हम ऐसा क्यों बोल रहे हैं।
शास्त्रों में घर और घर में मौजूद रसोई से जुड़े कामों के बारे में ऐसे कई महत्वपूर्ण नियम बताए गए हैं जिनका पालन घर में शुभता लाने के लिए आवश्यक माना गया है। वहीं, अगर इन नियमों का पालन न किया जाए तो घर में नकारात्मकता बढ़ती है और घर की उन्नति में बाधा पैदा होती है।
हम ने जब इस बारे में हमारे एक्सपर्ट ज्योतिषाचार्य डॉ राधाकांत वत्स से बात की तो उन्होंने हमें ये बताया कि घर या रसोई से जुड़े कामों को लेकर बनाए गए नियमों में लापरवाही ग्रहों की अशांति और ग्रह दोष तक को न्यौता देती है। इसी कड़ी में उन्होंने हमें आटा गूंथने से जुड़े कुछ नियमों के बारे में बताया जो आज हम आप से साझा करने जा रहे हैं।
- आटा उतनी ही मात्र में गूंथना चाहिए जितनी जरूरत हो। आवश्यकता से अधिक और खाना बनाने के समय से अधिक पहले ही आटा लगाकर रखना घर में नेगेटिव एनर्जी को बढ़ावा दे सकता है। अगर आप ज्योतिष की न भी मानें तो यह आदत सेहत के लिहाज से भी खराब मानी जाती है।

- आटा गूंथ कर फ्रिज में रखना या खाना बनाने के बाद बचे आटे को फ्रिज में रखना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से घर की बरकत (घर की बरकत के लिए फेंगशुई टिप्स) रुक सकती है और कलेश पनप सकता है।
- आटा गूंथने के बाद कभी भी आटे को यूं ही नहीं छोड़ना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, आटा लगाने के बाद उस पर उंगलियों के निशान जरूर बनाने चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि जब घर की लक्ष्मी (लक्ष्मी जी के 8 स्वरूप) अर्थात बेटी या बहु की उंगलियों के निशान आटे पर पड़ते हैं तो इससे घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती है।

- आटा लगाने के बाद उसे खुला हुआ कभी भी नहीं छोड़ना चाहिए। इसका एक कारण तो सेहत से जुड़ा है कि ढका आटा खराब नहीं होता और उसमें किसी भी मक्खी मच्छर के गिरने का डर नहीं रहता और दूसरा ये कि ढका आटा परिवार के सदस्यों के मान सम्मान की रक्षा करता है।
- आटा लगाते समय पानी हमेशा तांबे के बर्तन में लेना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि उसी आटे की रोटी का भगवान को भोग लगता है। ऐसे में आटा पूर्ण रूप से शुद्ध होना चाहिए। वहीं, ताम्बे को एक पवित्र धातु माना जाता है इसलिए आटा लगाते समय पानी हमेशा ताम्बे के बर्तन में ही लें। इसके अलावा, स्वास्थ की दृष्टि से भी तांबे को लाभदायक माना जाता है।

- आटा लगाने के बाद कभी भी बचे पानी को नाली में नहीं डालना चाहिए। उस पानी को किसी पौधे में डालना शुभ माना गया है। ज्योतिष के अलावा, सामान्य रूप से भी यही आदत अपनानी चाहिए क्योंकि आटे का पानी साफ होता है ऐसे में उस पानी को फेंककर बर्बाद नहीं करना चाहिए।
तो ये हैं आटा लगाने से जुड़े कुछ जरूरी नियम। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Image Credit: Freepik
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