किन देवी-देवताओं को बेलपत्र बिलकुल नहीं चढ़ाना चाहिए?

धर्म शास्त्र कहते हैं कि बिना बेलपत्र के शिवलिंग पूजा अधूरी मानी जाती है, लेकिन यही धर्म शास्त्र ये भी बताते हैं कि कुछ देवी-देवताओं की पूजा में भूल से भी बेलपत्र का प्रयोग नहीं करना चाहिए। 
to which deity we should not offer bel patra

बेलपत्र का हिन्दू धर्म में बहुत महत्व माना जाता है। जहां एक ओर शिवलिंग पूजन के दौरान बेलपत्र का प्रयोग किया जाता है तो वहीं, बेलपत्र का ज्योतिष शास्त्र में भी विशेष स्थान माना गया है। धर्म शास्त्र कहते हैं कि बिना बेलपत्र के शिवलिंग पूजा अधूरी मानी जाती है, लेकिन यही धर्म शास्त्र ये भी बताते हैं कि कुछ देवी-देवताओं की पूजा में भूल से भी बेलपत्र का प्रयोग नहीं करना चाहिए। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

भगवान विष्णु को बेलपत्र क्यों नहीं चढ़ाना चाहिए?

kin devi devtaon ko bel patra nahi chadhate hain

पौराणिक कथा कहती है कि भगवान विष्णु ने स्वयं माता वृंदा को यह वरदान दिया था कि श्री हरि नारायण की पूजा में प्रकृति के तौर पर तुलसी रूप में सिर्फ और सिर्फ वही स्वीकार्य होंगी और किसी भी अन्य पत्ती का स्थान नहीं होगा। इसी कारण से भगवान विष्णु को बेलपत्र अर्पित नहीं किया जाता है।

मां लक्ष्मी को बेलपत्र क्यों नहीं चढ़ाना चाहिए?

मां लक्ष्मी को भी बेलपत्र नहीं चढ़ाया जाता है। इसके पीछे का कारण यह है कि बेलपत्र की पत्तियों में मां लक्ष्मी का ही वास है। ऐसे में जिसमें स्वयं मां लक्ष्मी को वही वस्तु माता को चढ़ाने का क्या लाभ है। यही कारण है कि मां लक्ष्मी की पूजा में कमल के फूल या कमल बेल का प्रयोग किया जाता है।

kin devi devtaon ko bel patra nahi chadhaya jata hai

हनुमान जी को बेलपत्र क्यों नहीं चढ़ाना चाहिए?

हनुमान जी की पूजा में पीपल की पत्तियों या फिर पा के पत्तों का महत्व माना गया है। ऐसा माना जाता है कि चूंकि बेलपत्र शिव जी पर चढ़ाया जाता है ऐसे में शिवांश होने के कारण हनुमान जी पर बेलपत्र चढ़ाना उचित नहीं है। यह एक प्रकार से ऐसा है कि पिता पर चढ़ने वाली वस्तु पुत्र पर नहीं अर्पित होती।

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मां दुर्गा को बेलपत्र क्यों नहीं चढ़ाना चाहिए?

kin devi devtaon ko bel patra nahi chadha sakte hain

मां दुर्गा की पूजा में भी बेलपत्र का इस्तेमाल नहीं होता है। हालांकि शास्त्रों में यह स्पष्ट नहीं है कि इसके पीछे का क्या कारण है। ऐसा नहीं है कि मां दुर्गा को बेलपत्र चढ़ाना अशुभ होगा लेकिन शायद लोक धारणों में यह प्राचीन समय से चला आ रहा है कि मां दुर्गा की पूजा में बेलपत्र का प्रयोग वर्जित है।

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image credit: herzindagi

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