Jagannath Rath Yatra 2023: किस की अस्थियों से बनी हैं जगन्नाथ मंदिर की मूर्तियां

इस साल जगन्नाथ यात्रा 20 जून को निकाली जाएगी। इसी कड़ी में आइये जानते हैं जगन्नाथ भगवान से जुड़े एक रहस्य के बारे में जिसके मुताबिक जगन्नाथ मंदिर की सभी मूर्तियां अस्थियों से बनी हैं।  

bhagwan jagannath story in hindi

Kiski Ashthiyo Se Bani Hai Jagannath Mandir Ki Murtiya: हर साल भक्तों को जगन्नाथ रथ यात्रा का इंतजार रहता है।

इस साल जगन्नाथ रथ यात्रा 20 जून, दिन मंगलवार को पूरे रीति-रिवाज और हर्षोल्लास के साथ पुरी में निकाली जाएगी।

जहां एक तरह जगन्नाथ यात्रा बहुत खास और शुभ मानी जाती है तो वहीं, भगवान जगन्नाथ से जुड़े कई रहस्य भी मौजूद हैं।

ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि जगन्नाथ मंदिर में मौजूद तीनों मूर्तियां अस्थियों से बनी हैं।

ऐसे में सवाल यह उठता है कि मंदिर की मूर्ति का निर्माण अस्थियों से कैसा किया जा सकता है और यह किसकी अस्थियां हैं।

तो चलिए जानते हैं कि आखिर किसकी अस्थियों से निर्मित हैं जगन्नाथ भगवान, बहन सुभद्रा और बलराम जी की प्रतिमाएं।

राजा को आया था स्वप्न

lord jagannath story

  • धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, एक बार भारत के पूर्वी हिस्से में राज्य कर रहे राजा इंद्रद्विमुना को भगवान कृष्ण का स्वप्न।
  • सपने में उन्होंने देखा कि श्री कृष्ण ने अपना शरीर छोड़ दिया है और वह अपने धाम गोलोक लौट गए हैं।
  • श्री कृष्ण का शरीर द्वारका समुद्र में तैर रहा है। राजा ने सपने में बलराम और सुभद्रा को भी देखा।
  • राजा ने देखा कि कृष्ण (कृष्ण भगवान के सबूत) वियोग में बलराम जी और सुभद्रा ने भी प्राण त्याग दिए हैं। उनके शव भी समुद्र की गहराई में हैं।
  • साथ ही, राजा को यह भी दिखाई दिया कि श्री कृष्ण ने राजा को मूर्तियां बनवाने और उन्हें स्थापित करने का आदेश दिया है।

मूर्तियों में रखी गई अस्थियां

lord jagannath katha in hindi

  • नींद खुलने के बाद जब राजा समुद्र तट के पास पहुंचे तब तक तीनों शव अस्थियों में बदल चुके थे।
  • तब राजा ने उन्हीं अस्थियों के माध्यम से जगन्नाथ मंदिर की तीनों मूर्तियों का निर्माण किया।
  • हालांकि मंदिर की मूर्तियों को लेकर यह कहा जाता है कि वह लकड़ी (तुलसी की सूखी लकड़ी के उपाय) की बनी हैं हो सच है।
  • मगर लकड़ी की बनी प्रतिमाओं के भीतर श्री कृष्ण, बलराम और सुभद्रा की अस्थियां मौजूद हैं।
  • मान्यता है कि श्री कृष्ण के प्रतिमा में आज भी अस्थियों के अलावा उनका हृदय भी धड़कता रहता है।

तो इनकी अस्थियों से बनी हैं भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलराम जी की मूर्तियां। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: pinterest, shutterstock

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP