हाथों पर मेहंदी लगाना सदियों से एक ऐसा परंपरा का रूप है जो हमारे सोलह श्रृंगार का हिस्सा भी है। यह न सिर्फ शादी में जरूरी मानी होती है बल्कि खुशी, उत्सव और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक भी है। महिलाएं कई व्रत-त्योहारों में और शादी की कई रस्मों में अपने हाथों को मेहंदी से सजाती हैं। वहीं अक्सर हमारे मन में एक सवाल यह भी उठता है कि क्या प्रेग्नेंसी में मेहंदी लगाना ठीक है? दरअसल इस दौरान आपके शरीर में कई बदलाव होते हैं जैसी वजह से कई चीजों को करने में मनाही होती है।
ज्योतिष की मानें तो प्रेग्नेंसी के दौरान कई ऐसे काम होते हैं जो आपको न करने की सलाह दी जाती है। इन्हीं में से एक है मेहंदी से हाथों को सजाना। इस बात की पूरी जानकारी लेने के लिए कि क्या प्रेग्नेंसी में मेहंदी नहीं लगानी चाहिए? हमने अंक ज्योतिषाचार्य सिद्धार्थ एस कुमार से बात की। आइए उनसे जानें इसके बारे में विस्तार से।
मेहंदी का ज्योतिषीय महत्व
ज्योतिष में मेहंदी का संबंध शुक्र ग्रह से होता है, जो सुंदरता, खुशी, प्रेम और रचनात्मकता का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसा माना जाता है कि मेहंदी लगाने से शुक्र ग्रह की ऊर्जा बढ़ती है, जिससे सद्भाव, समृद्धि और भावनात्मक संतुलन बना रहता है। इसी वजह से महिलाओं को हाथों में मेहंदी लगाने की सलाह दी जाती है और इसे समृद्धि का कारण माना जाता है।
चूंकि शुक्र ग्रह खूबसूरती को दिखाता है, इसलिए मेहंदी लगाने से खूबसूरती में चार चांद लगते हैं। यही नहीं मेहंदी लगाने से शरीर को शीतलता भी मिलती है, इसलिए इसे हाथों में लगाने की सलाह दी जाती है।
क्या प्रेग्नेंसी में मेहंदी लगाने की मनाही होती है?
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो कुछ मामलों में प्रेग्नेंसी में मेहंदी न लगाने की सलाह दी जाती है। दरअसल यह वो समय होता है जब किसी भी महिला की ग्रहों के प्रभाव के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है।
मेहंदी प्रेम और सौंदर्य के ग्रह शुक्र से जुड़ी होती है, लेकिन अगर किसी महिला की जन्म कुंडली में शुक्र कमजोर, पीड़ित या प्रतिकूल स्थिति में है तो मेहंदी लगाने से सकारात्मक की जगह नकारात्मक ऊर्जा आकर्षित हो सकती है।
इसके साथ ही, यह उसकी भावनात्मक और मानसिक स्थिति को परेशान कर सकता है, जिससे अनावश्यक तनाव पैदा हो सकता है। वहीं यदि गर्भावस्था के दौरान यदि कुंडली में शनि, राहु या केतु प्रबल हैं, तो मेहंदी के इस्तेमाल से वे चिंता और परेशानी का कारण बन सकते हैं। ऐसे मामलों में, ज्योतिषी इन अशुभ ग्रहों के प्रभाव को बढ़ने से रोकने के लिए मेहंदी से परहेज करने का सुझाव देते हैं।
प्रेग्नेंसी में कब लगा सकते हैं मेहंदी
शास्त्रों की मानें तो अगर आपको प्रेग्नेंसी में कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या नहीं है या फिर आपके ग्रह नक्षत्र ठीक हैं तो प्रेग्नेंट महिलाएं भी मेहंदी लगा सकती हैं।
मेहंदी लगाना एक पुरानी परंपरा है जो भारतीय संस्कृति में शुभ मानी जाती है। मुख्य रूप से विवाह और परिवार में नए सदस्य के आगमन के समय मेहंदी लगाना बहुत शुभ माना जाता है। आमतौर पर मेहंदी को शीतल और शुभ प्रभाव देने वाला माना जाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान मेंहंदी लगाने के कुछ लाभ भी हो सकते हैं जैसे-
मेहंदी शीतलता प्रदान करती है
मेहंदी हमेशा से ही अपने शीतल प्रभाव के लिए जानी जाती है और इसके पत्ते शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में हार्मोनल परिवर्तन के कारण अधिक गर्मी का स्राव होता है, जिससे थकान, बेचैनी और चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है।
ऐसे में मेहंदी के पत्तों का शीतल प्रभाव शरीर को आराम देने में मदद करता है और गर्मी से राहत प्रदान करता है। मेहंदी के पत्तों से न केवल शरीर की गर्मी कम होती है, बल्कि यह त्वचा को भी ठंडक प्रदान कर खुजली या जलन जैसी समस्याओं से राहत देते हैं। हालांकि मेहंदी का यह शीतल प्रभाव कुछ महिलाओं के लिए अत्यधिक ठंडक पैदा कर सकता है, जिससे सर्दी-जुकाम या अस्वस्थता भी महसूस हो सकती है। इसलिए इसे इस्तेमाल करने से पहले अपने शरीर की स्थिति को समझना और डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
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मेहंदी लगाने से धार्मिक और शुभता बनी रहती है
प्रेग्नेंसी के दौरान मेहंदी लगाना एक शुभ चिह्न माना जाता है और यह मां और बच्चे के लिए मांगलिक और सुरक्षित अनुग्रह का प्रतीक होता है। मेहंदी का सुंदर रंग देखने से ख़ुशी और शांति का अनुभव होता है, जो प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए तनाव दूर करने में उपयोगी हो सकता है। लेकिन प्रेग्नेंसी में मेहंदी लगाते समय आपको यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि मेहंदी बिल्कुल शुद्ध और नेचुरल हो। आर्टिफिशियल मेहंदी या केमिकल वाली मेहंदी से इस दौरान दूर रहना चाहिए, क्योंकि उनमें कुछ केमिकल्स स्किन रिएक्शन या एलर्जी कर सकते हैं, जो प्रेग्नेंसी में हानिकारक हो सकती है।
आप प्रेग्नेंसी में जब भी मेहंदी लगा रही हैं आपको ध्यान में रखना चाहिए कि आपके ग्रहों की दशा इसके अनुकूल है भी या नहीं और किसी भी त्वचा समस्या से बचने के लिए आपको हाथ में पहले एक छोटे से हिस्से पर मेहंदी लगाकर एलर्जी टेस्ट कर लेना चाहिए। यही नहीं इस दौरान मेहंदी लगाते समय एस्ट्रोलॉजर और डॉक्टर दोनों की सलाह लेनी जरूरी है।
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