महिला और पुरुष दोनों जेंडर के बारे में हम सब को पता है, लेकिन जब हम थर्ड जेंडर के बारे में सुनते या बात करते हैं, तो इन लोगों को हीन भावना से देखते हैं, ऐसे क्यों किया जाता है? इसका कारण लगभग हम सब जानते हैं। खैर आज के समय में कई देशों ने एलजीबीटी समुदाय को कानूनी अधिकार दिए है। लेकिन इन अधिकारों के लिए उन्हें लंबा संघर्ष करना पड़ा था। सिर्फ यही नहीं, एलजीबीटी समुदाय के लोगों को उनके घर वाले तक एक्सेप्ट नहीं करते हैं। आशीष चोपड़ा की मां सिम्मी नंदा बी यूनिक की सह-संस्थापक हैं और जब उन्हें यह पता चला कि उनका बेटा आशीष गे है तो उन्होंने यह नहीं सोचा कि समाज में लोग क्या कहेंगे बल्कि उन्होंने अपने बेटे का साथ देने का फैसला किया। हरजिंदगी हिंदी के साथ आशीष चोपड़ा की मां सिम्मी नंदा ने अपनी इंस्पिरेशनल जर्नी शेयर की है।
घर की जिम्मेदारियों को उठाती थी सिम्मी
सिम्मी के परिवार में चार बहनें थी और उनके पिता रूढ़िवादी सोच नहीं रखते थे। चारों बहनों में से सिम्मी के पिता उन्हें बैंक, सारे बिल भरना और सिर्फ यही नहीं जब सिम्मी 10वीं कक्षा में थी तो उन्होंने स्कूटर चलाना भी सीख लिया था। जब वह स्कूटर चलाती थीं तो वहां पर सिम्मी सभी लड़कियों के लिए रोल मॉडल के रूप में देखी जाती थी। शादी के लगभग 10 साल बाद सिम्मी और उनके पति ने बिजनेस शुरू किया पर बिजनेस में उन्हें स्ट्रेस का सामना करना पड़ता था। स्ट्रेस और काम के दबाव के कारण सिम्मी अपने बेटे पर ध्यान नहीं दे पाती थी। साल 2013 में सिम्मी डिप्रेसिव फेज में थी क्योंकि उन्हें अपना बिजनेस बंद करना पड़ा था।
जब सिम्मी ने आशीष को पहली बार डांस करते देखा
आशीष सिम्बायोसिस कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स, पुणे में अपनी पढ़ाई कर रहा था। कॉलेज से छुट्टी मिलने के दौरान वह जब घर आया तो पहली बार सिम्मी ने आशीष को डांस करते हुए देखा। वह माधुरी दीक्षित के गाने पर डांस कर रहा था। जब सिम्मी ने अपने बेटे आशीष के डांस मूव को देखे तो उन्हें थोड़ा अजीब लगा। अगले दिन सिम्मी की बहन और उनकी भतीजी ने उन्हें घर बुलाया तो उनकी भतीजी ने उन्हें यह बताया कि आशीष गे है। सिम्मी को तब कुछ समझ नहीं आया क्योंकि उन्हें यह भी नहीं पता कि आखिर एलजीबीटी समुदाय क्या होता है और उनके परिवार में कभी भी ऐसा हुआ नहीं था। इसके बाद सिम्मी बहुत इमोशनल हो गई और उन्हें ऐसा फील होने लगा कि उनके साथ एक बाद एक कई परेशानियां आ रही हैं। इसके बाद सिम्मी अपने घर वापस आ गईं।
आशीष ने अपनी बातें सिम्मी से शेयर की
जब सिम्मी अपने घर वापस आईं तो आशीष कहीं बाहर गया हुआ था। आशीष जब वापस आया तो उसे पता चला कि मां को सारी बातें पता चल चुकी हैं। वह अपना मां को पकड़कर रोने लगा और उसने सारी बातें अपनी मां से शेयर की और उन्हें बताया कि कैसे उसे अन्य लड़कों से अलग फील होना शुरू हुआ था। सिम्मी ने बोला कि तुम कोशिश करके देखो शायद तुम फिर से नॉर्मल फील करो पर आशीष ने अपनी मां सिम्मी को यह बात समझाई कि ऐसा नहीं हो सकता है क्योंकि वह गे है। इसके बाद से सिम्मी और आशीष के बीच डिफरेंसेंस आने लगे। आशीष ने प्राइड परेड में जाना शुरू कर दिया और वह सोशल मीडिया पर भी एलजीबीटी समुदाय से जुड़ी चीजों को शेयर करता था। सोशल मीडिया पर परिवार के अन्य सदस्य भी थे इसलिए सिम्मी को हमेशा यह डर रहता था कि कहीं उनके परिवार वालों को इस बारे में पता न चल जाए। चार से पांच माह तक आशीष और सिम्मी की बात भी नहीं हुई। सिर्फ यही नहीं, सिम्मी ने आशीष को सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से ब्लॉक कर दिया था। कुछ समय बाद सिम्मी के बड़े बेटे ने उन्हें आर्टिकल और वीडियो भेजें ताकि सिम्मी को एलजीबीटी समुदाय से जुड़ी जानकारी मिले और वह इसे गलत न समझें।
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पब्लिक स्पीकिंग कोर्स को किया ज्वाइन
सम्मी ने छह माह का पब्लिक स्पीकिंग कोर्स ज्वाइन किया जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा। कोर्स के अंत में उन्होंने एक स्पीच तैयार की थी जिसका शीर्षक था 'Coming out of the closet' इस स्पीच को देते समय वह रोने भी लगी थी पर उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने सभी के सामने यह बात रखी कि 'Love them, hug them and kiss them because closet is not the place to be in.' सिम्मी ने यह भी शेयर किया कि आज भी जब वह दिन याद करती हैं तो उनके रोंगटे खड़े हो जाते हैं। सिम्मी को इस स्पीच के बाद कई लोगों ने सराहना दी। इसके बाद उन्होंने आशीष को अपनी स्पीच की वीडियो भी भेजी और उसे इसके बारे में बताया। इसके बाद से ही सिम्मी और आशीष के बीच में पैदा हुए डिफरेंसेंस भी कम हो गए। सिर्फ यही नहीं, सिम्मी के परिवार के लोगों ने भी आशीष को एक्सेप्ट कर लिया था और वह किसी भी तरह का उसके साथ भेदभाव नहीं करते थे।इसे जरूर पढ़ें- Living With Pride: कोनिनिका के बायसेक्सुअल होने पर मां ने किया नई दुनिया को एक्सेप्ट, मिलिए रेनबो बेटी और रंगीन मां की जोड़ी से
सिम्मी ने आशीष का किया पूरा सपोर्ट
सिम्मी ने आशीष को बहुत सपोर्ट किया और वह उसके कॉलेज के दोस्तों से भी मिलने गईं। इसके बाद दोनों के रिश्ते में मिठास आ गई। सिर्फ यही नहीं, आशीष अब अपनी मां से यह भी शेयर करता है कि वह कहां जहां रहा और किसके साथ डेट पर जा रहा है। सिम्मी ने यह भी साझा किया कि वह एलजीबीटी समुदाय का बहुत सपोर्ट करती हैं और सभी पैरेंट्स को यह सलाह देंगी कि वह अपने बच्चों को प्यार दें और सपोर्ट करें क्योंकि उनके बच्चों ने बहुत संघर्ष किए हैं।
कैसे शुरू सिम्मी ने अपना बिजनेस
एक बार आशीष ने अपनी मां से कहा कि वह मिस्टर गे में पार्टिसिपेट करना चाहता है लेकिन उसे अपने पैर के अनुसार हिल्स नहीं मिल रहे हैं। इस पर सिम्मी ने विचार किया। सिम्मी तब एक फुटवियर कंपनी में काम कर रही थी। इसपर उन्होंने रिसर्च किया और उन्होंने एलजीबीटी समुदाय के लिए अलग-अलग वैरायटी के शूज बनाने शुरू किए। लोगों को ये शूज बहुत अच्छे और यूनिक भी लगे क्योंकि मार्केट में ऐसे शूज बहुत कम ही मौजूद हैं। धीरे-धीरे उन्होंने कंपनी बनाई और अलग-अलग एंटरप्रेन्योर के साथ मिलकर बी यूनिक की शुरुआत की।
इसके बाद बिजनेस बढ़ने लगा और 2021 और 2022 में शार्क टैंक में भी उन्होंने अपने बिजनेस में इन्वेस्टमेंट के लिए पिच किया। इससे उनके बिजनेस को अलग मुकाम हासिल हुआ और समाज में उनका अलग पहचान बनी।
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image credit- herzindagi youtube
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