भूमि पेडनेकर बॉलीवुड की एक ऐसी एक्ट्रेस हैं, जिन्होंने बेहद कम समय में अपार सफलता हासिल की है। इतना ही नहीं, उनकी पहली ही फिल्म में उनकी अदाकारी को काफी पसंद किया गया। इसके बाद बाला, टॉयलेटः एक प्रेम कथा, शुभ मंगल सावधान और पति पत्नी और वो जैसी कई फिल्मों में अपने जबरदस्त अभिनय का प्रदर्शन करके उन्होंने अपनी काबिलियत को साबित किया है। भूमि ने जब पहली फिल्म की थी, तो उसमें उनका रोल एक ओवरवेट महिला का था, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया था। इतना ही नहीं, इसके लिए उन्होंने वजन भी बढ़ाया था।
लेकिन क्या आपको पता है कि इस फिल्म के लिए जब उन्हें चेक दिया गया था, तो उन्होंने इसका क्या किया था। भूमि ने इसे अपने ऊपर खर्च नहीं किया था। बल्कि उन्होंने इसकी मदद से अपनी बहन के करियर में छोटा सा योगदान दिया था। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि भूमि ने कैसे अपने पहले चेक को अपनी बहन के ऊपर खर्च किया था-
बहन की दी थी फीस
भूमि पेडनेकर अपनी छोटी बहन समीक्षा पेडनेकर को बहुत प्यार करती हैं। अक्सर वह उनके साथ अपनी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करती हैं। रिपोर्टों के अनुसार, भूमि पेडनेकर ने अपनी पहली फिल्म की कमाई को अपनी प्यारी बहन पर ही खर्च किया था। उन्होंने इन पैसों से अपनी बहन के लॉ स्कूल जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल की फीस का भुगतान किया था। वह बड़ी बहन होने के नाते अपनी बहन के करियर में अपना योगदान देना चाहती थीं।
ढाई महीने तक हुआ था ऑडिशन
भूमि पेडनेकर के लिए उनकी पहली फिल्म बेहद ही खास थी। दरअसल, दम लगा के हईशा के लिए उनका चयन यूं ही नहीं हुआ, बल्कि इसके लिए उन्हें करीबन ढाई महीने तक ऑडिशन देना पड़ा था। बता दें कि करीबन सौ लड़कियों ने संध्या की भूमिका के लिए ऑडिशन दिया था, जिसमें से भूमि पेडनेकर को सलेक्टकिया गया था। दरअसल, इस रोल की कास्टिंग के लिए भूमि ने लड़कियों को डेमो देने के लिए एक सीन को परफॉर्म किया था। लेकिन कास्टिंग डायरेक्टर ने उन्हें ही इस रोल के लिए सलेक्ट कर दिया। उसके बाद, निर्देशक शरत कटारिया ने संध्या के रूप में उनके रोल को फाइनल करने से पहले कुछ महीनों में उन्हें कई ऑडिशन के लिए बुलाया।
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पहली फिल्म को सिनेमाघरों में 45 से अधिक बार देखा
भूमि पेडनेकर ने एक बार बताया था कि फिल्म की रिलीज के बाद, उन्होंने लोकल सिनेमाघरों में 45 दिनों के लिए दिन में कम से कम एक बार दम लगा के हईशा देखी। उनके साथ उनके निर्देशक शरत कटारिया भी थे, और दोनों सिनेमाघरों में दर्शकों के साथ हंसते-हंसते रोते थे। भूमि पेडनेकर ने यह भी खुलासा किया कि वह अपनी सभी रिलीज़ के साथ भी यही काम करती हैं। यहां तक कि मुंबई के चंदन थिएटर में उनकी फिल्म टॉयलेटः एक प्रेम कथाको उन्होंने तीन बार देखा था।
एक्टिंग से पहले डायरेक्शन में आजमाया हाथ
भले ही भूमि आज एक सफल एक्ट्रेस हैं, लेकिन इससे पहले उन्होंने डायरेक्शन में हाथ आजमाया था। अपनी डेब्यू मूवी से पहले भूमि पेडनेकर ने यशराज फिल्म्स में करीबन छह साल तक असिस्टेंस डायरेक्टर के रूप में काम किया था। उन्होंने कास्टिंग डायरेक्टर शानू शर्मा को असिस्ट करने से पहले अभिमन्यु रे के साथ काम किया और चक दे इंडिया, रॉकेट सिंह:सेल्समैन ऑफ़ द ईयर और तीन पत्ती जैसी फिल्मों में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम किया।
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