Ganesh Chaturthi: भगवान गणेश जी की पूजा सर्वप्रथम की जाती है। देशभर में कुछ ही दिनों में गणेश चतुर्थी का उत्सव मनाया जाएगा। लेकिन महादेव और माता पार्वती के पुत्र गणपति जी के बारे में कुछ सामान्य बातें ज्यादातर जानते हैं जैसे गणपति जी के वाहन के बारे में, उनका जन्म कैसे हुआ। पर क्या आप गणपति जी केपत्नी , बेटे और पोतों के बारे में जानते हैं? अगर आपको इन सबके बारे में जानकारी नहीं है तो यह लेख जरूर पढ़े।
गणेश जी की पत्नियां कौन हैं?

- मान्यता के अनुसार एक बार गणेशजी अपनी तपस्या कर रहे थे। तभी वहां से तुलसी जी गुजर रही होती हैं और वो गणेश जा को देखकर मोहित हो जाती हैं। तुलसी जी ने विवाह का प्रस्ताव गणेश जी के पास लेकर गई। लेकिन गणेश जी ने खुद को ब्रह्मचारी बताया और तुलसी जी से विवाह करने से मना कर दिया था।
- विवाह प्रस्ताव ठुकराने की वजह से तुलसी माता नाराज हो गई और उन्होंने गणेश जी को श्राप दे दिया। उन्होंने श्राप देते वक्त कहा कि उनका एक विवाह कभी नहीं होगा और उनके दो विवाह ही होंगे।
- श्री गणेश इस बात से अत्यंत क्रोधित हो गए और उन्होंने माता तुलसी को श्राप दे दिया कि और कहा कि 'तुम्हारा विवाह एक असुर से होगा'। आपको बता दें कि भगवान गणेश की पूजा में तुलसी का प्रयोग इस कारण से नहीं किया जाता है।
इसे भी पढ़ें :गणपति उत्सव के दौरान घर में दिख जाए चूहा तो मिलते हैं ये शुभ और अशुभ संकेत, पंडित जी से जानें
- आपको बता दें कि भगवान गणेश ब्रह्मचारी रहना चाहते थे क्योंकि वह अपने शरीर से नाराज रहते थे। उन्हें अपना मुख हाथी जैसे लगता था। उन्हें ऐसा लगता था कि उनसे कोई विवाह नहीं करना चाहता था। इसलिए भगवान गणेश ब्रह्मचारी रहना चाहते थे। नाराज गणेश जी जहां भी शादी होती थी, वहां विघ्न डाल देते थे, ताकी विवाह ना हो सके। उन्हें ऐसा लगता था कि उनका विवाह नहीं हो पा रहा है तो वह किसी का विवाह नहीं होने देंगे।
- इस वजह से देवी-देवता काफी परेशान थे। वह सभी अपनी परेशानी लेकर ब्रह्माजी के पास गए। तब ब्रह्माजी ने अपनी शक्तियों से दो कन्याएं को प्रकट किया। दो कन्याओं का नाम रिद्धि और सिद्धि हैं। उन्होंने रिद्धि और सिद्धि को गणेश जी के पास ज्ञान प्राप्त करने के लिए भेजा। फिर कुछ समय बाद उन दोनों का विवाह गणेश जी के साथ हो गया।
- लेकिन इसके अलावा गणेश जी की तीन और पत्नियां भी हैं जिनका नाम तुष्टि, पुष्टि और श्री है। इसलिए ऐसा माना जाता है कि गणेश जी की पांच पत्नियां हैं।
इसे भी पढ़ें - Ganesh Chaturthi 2022: महाराष्ट्र की इन जगहों पर गणेशोत्सव पर दिखती है खास रौनक, आप भी पहुंचें
गणेश जी के बेटे और पोते कौन हैं?
- श्री गणेश के दो पुत्र हैं जिनके नाम लाभ और शुभ है। शुभ हमारे धन, ज्ञान और ख्याति को सुरक्षित रखते हैं। यानि पुरुषार्थ से कमाई गई हर चीज को सुरक्षित रखते हैं। लाभ पुत्र उसमें वृद्धि देने का कार्य करते हैं। लाभ हमें धन, यश आदि में निरंतर बढ़ोत्तरी देता है।
- गणेश जी की पुत्री का नाम संतोषी है।
- आपको बता दें कि गणेश जी के भाई कार्तिकेय है और गणपति जी की तीन बहनें हैं जिनका नाम अशोक सुंदरी, ज्योकति और देवी मनसा है।
- गणपति जी के दो पोतें हैं जिनका नाम आमोद और प्रमोद है।
- गणेश जी शुभता और ज्ञान के देवता के रूप में जाने जाते हैं।
तो यह थी गणेश जी के जीवन से जुड़ी हुई जानकारी।
अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Image credit- hotstar/unsplash
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों