(mistakes while offering food to god) सनातन धर्म में पूजा-पाठ का विशेष महत्व बताया गया है। जिसमें सभी देवी-देवताओं का नियमित रूप से पूजा करने का विधान है। शास्त्रों में पूजा के लिए कई विधियां और नियम भी बताए गए हैं। इन्ही में एक पूजा में भगवान को भोग चढ़ाना भी है। भगवान को 56 भोग से लेकर मिश्री जैसे कई तरह के भोग अर्पित किए जाते हैं।
ऐसी मान्यता है कि पूजा-पाठ के दौरान गलतियों से भगवान नाराज भी हो सकते हैं और इससे पूजा पूर्ण नहीं मानी जाती है। पूजा की कई तरह की विधियों में तरह-तरह के भोग चढ़ाने के नियम हैं। जिनका पालन करना बहुत जरूरी है।
तभी पूजा का शुभ फल मिलता है। कई बार भक्त ऐसा करते हैं कि पूजा करते समय भगवान को प्रसाद चढ़ाते समय भोग को वहीं भगवान के पास छोड़ देते हैं। जिसे गलती से भी नहीं करना चाहिए।
आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि भगवान को भोग लगाने के बाद किन गलतियों को करने से बचना चाहिए।
पूजा के बाद भगवान के पास भूलकर भी न छोड़ें प्रसाद (mistakes while offering food to god)
भगवान को पूजा में प्रसाद अर्पित करने के बाद भूलकर भी भोग न छोड़ें। ऐसा कहा जाता है कि इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। भगवान के पास प्रसाद छोड़ने के बाद व्यक्ति को अशुभ प्रभाव की प्राप्ति होने लग जाती है।
शास्त्रों में ऐसा बताया गया है कि पूजा पूरी हो जाने के बाद प्रसाद को भगवान के पास से उठा लेना चाहिए और सपरिवार ग्रहण करना चाहिए।
इससे सभी देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और सभी दुखों से भी छुटकारा मिल सकता है।
इसे जरूर पढ़ें - भगवान को क्यों लगाया जाता है भोग? जानें कारण और नियम
जानें पूजा में भोग अर्पित करने के नियम (Puja Bhog Niyam)
- भगवान के पास भोग को सीधे नहीं रखना चाहिए।
- प्रसाद को कभी भी जमीन पर नहीं चढ़ाना चाहिए। इसे अशुभ माना जाता है।
- भगवान को हमेशा सात्विक चीजों का ही भोग लगाएं।
- प्रसाद को पीतल या चांदी (चांदी की पूजा) आदि जैसे धातु के बने पात्रों में चढ़ाएं।
- प्रसाद अर्पित करने के बाद भगवान के पास जल अर्पित करें।
- भगवान को भोग लगाने के दौरान इस मंत्र का उच्चारण जरूर करना चाहिए।
इसे जरूर पढ़ें - Astro Tips: ज्योतिष में गूलर की जड़ को क्यों माना जाता है चमत्कारी? जानें इसका महत्व और धारण करने के लाभ
- ‘त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये ।
- गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर।।’
- भगवान के प्रसाद में नमक(नमक के उपाय) और मीर्च न हो।
- भगवान को भोग लगाने के लिए फल और मिठाई सबसे अच्छा माना जाता है।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit- Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों