खस या हनीकॉम्ब, कौन-सी घास कर सकती है कूलर की हवा को ठंडा?

गर्मी के मौसम में कूलर ठंडी-ठंडी और कूल-कूल हवा कैसे देगा, इसकी चिंता अक्सर ही लोगों को सताती है। लेकिन, क्या आप जानते हैं, कूलर की ठंडी हवा उसके दरवाजों पर लगी घास पर डिपेंड करती है। आइए, यहां जानते हैं कूलर में कौन-सी घास लगाने से ठंडी हवा मिल सकती है। 
Cooler Cooling Pads

मार्च का महीना अभी खत्म भी नहीं हुआ है और चिलचिलाती धूप ने परेशान करना शुरू कर दिया है। ऐसे में अभी से लोगों को आने वाले दिनों में गर्मी का डर सताने लगा है। झुलसती गर्मी से राहत पाने के लिए अक्सर लोग कूलर का इस्तेमाल करते हैं। कूलर में ठंडा-ठंडा पानी डालने के बाद जो हवा आती है, वह मिनटों में गर्मी को दूर भगा देती है। लेकिन, कई बार महंगा कूलर लेने के बाद भी ठंडी हवा नहीं मिलती है और इसके पीछे की वजह कूलर का कूलिंग पैड हो सकता है। कूलर में अगर सही कूलिंग पैड न लगा हो तो ठंडी हवा मिलना मुश्किल हो सकता है।

कूलर का कूलिंग पैड पहले घास का बना होता था, जिसे खस भी कहा जाता था। लेकिन, इन दिनों मार्केट में हनीकॉम्ब नाम का एक नया कूलिंग पैड आ गया है। इसको लेकर ऐसा दावा किया जाता है कि यह घास या खस के मुकाबले ज्यादा ठंडी हवा देता है। आइए, यहां जानते हैं कि आपके कूलर के लिए कौन-सा कूलिंग पैड फायदेमंद हो सकता है और मई-जून की गर्मी में ठंडी-ठंडी हवा दे सकता है।

कौन-सा कूलिंग पैड कर सकता है कूलर की हवा कूल-कूल?

cooling pad honeycomb or khas ghas

कूलर की हवा को ठंडा करने में कौन-सा कूलिंग पैड आपकी मदद कर सकता है। यह समझने से पहले यहां जान लेते हैं कि खस की घास वाला और हनीकॉम्ब कूलिंग पैड क्या हैं, साथ ही यह दोनों कैसे काम करते हैं।

इसे भी पढे़ं: भीषण गर्मी में AC की तरह काम करेगा कूलर, ठंडी हवा पाने के लिए करें ये काम

खस की घास वाला कूलिंग पैड

खस की घास वाला कूलिंग पैड, जिसे घास वाला कूलिंग पैड भी कहा जाता है। दरअसल, खस की घास को नेचुरल तरह से ठंडक देने वाली सुगंधित घास माना जाता है। इसका इस्तेमाल दशकों से कूलर में किया जा रहा है। खस की घास पानी को सोखती और फिर धीरे-धीरे एवापोरेट या वाष्पित करती है। इसकी वजह से ठंडी और भीनी-भीनी खुशबू वाली कूलर की हवा मिलती है।

हनीकॉम्ब कूलिंग पैड

खस की घास वाले कूलिंग पैड्स पारंपरिक हैं, तो वहीं हनीकॉम्ब पैड्स को नई तकनीक के साथ तैयार किया जाता है। इसकी संरचना मधुमक्खी के छत्ते की तरह होती है। यही वजह है कि इसका नाम हनीकॉम्ब रखा गया है। हनीकॉम्ब कूलिंड पैड सेलुलोस मटेरियल से तैयार होते हैं और ऐसा माना जाता है कि यह पानी को तेजी से सोखते हैं और लंबे समय तक ठंडक बनाकर रखने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं, इन्हें ज्यादा टिकाऊ माना जाता है और इन्हें कम रखरखाव की जरूरत होती है।

कौन-सा कूलिंग पैड लेना हो सकता है फायदेमंद?

which cooling pad is beneficial

आजकल हनीकॉम्ब कूलिंग पैड्स को ज्यादा फायदेमंद बताया जाता है। लेकिन, इसमें बड़े-बड़े छेद होते हैं जिसकी वजह से हवा ज्यादा ठंडी नहीं हो पाती है। वहीं, हनीकॉम्ब कूलिंग पैड्स की तुलना में खस की घास वाले पैड्स कूलर की हवा को ज्यादा ठंडा करने वाले माने जाते हैं। क्योंकि, यह नेचुरल रूप से नमी बनाकर रखती है और वातावरण को लंबे समय तक ठंडा रख सकती है। साथ ही, खस की घास से निकलने वाली हल्की खुशबू ताजगी का अहसास कराती है।

इसे भी पढे़ं: कूलर चलाकर अभी से बढ़ा रहे हैं बिजली का बिल? जान लें बिना खर्च किए घर को ठंडा रखने के 3 असरदार टिप्स

हनीकॉम्ब पैड्स सिंथेटिक मैटेरियल के बने होते हैं, ऐसे में यह खस की घास वाले पैड्स से ज्यादा महंगे होते हैं। हनीकॉम्ब कूलिंग पैड्स की कीमत ऐसे तो अलग-अलग बाजार में अलग हो सकती है। लेकिन, ज्यादातर दुकानों पर इनकी कीमत 700 रुपये से लेकर 1400 रुपये के बीच हो सकती है। वहीं, खस की घास वाले पैड्स 80 से 200 रुपये के बीच मिल सकते हैं।

हमारी स्टोरी से रिलेटेड अगर कोई सवाल है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे।

अगर आपको स्टोरी अच्छी लगी है, इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।

Image Credit: Amazon.Com

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP