आज के समय में गाड़ी चलाना सिर्फ कंफर्ट का मुद्दा नहीं रह गया है। यह एक जिम्मेदारी भी है, क्योंकि दिन-भर-दिन सड़क हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है। जी हां, हर साल लाखों लोग सड़क हादसे का शिकार बनते हैं। ऐसे में सड़क पर चलने के लिए सिर्फ अच्छा ड्राईवर होना जरूरी नहीं है, बल्कि कार के सेफ्टी फीचर्स और हैक्स के बारे में भी पता होना चाहिए। यही सेफ्टी फीचर्स और हैक्स एक्सीडेंट और ट्रैफिक की स्थिति में आपकी मदद कर सकते हैं।
मॉडर्न कारें कई तरह के एडवांस सेफ्टी फीचर्स के साथ आती हैं, जैसे ABS (एंटी ब्रेक सिस्टम), एयरबैग्स, ट्रैक्शन कंट्रोल, रियर व्यू कैमरा और बहुत कुछ। लेकिन, कार में सिर्फ फीचर्स का होना काफी नहीं है, बल्कि उनका इस्तेमाल और कुछ सेफ्टी हैक्स को जानना भी जरूरी है। अगर आप भी गाड़ी चलाती हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। आज हम इस आर्टिकल में कार सेफ्टी फीचर्स और हैक्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो हर महिला ड्राइवर को पता होने चाहिए।
मॉडर्न कारों में एंटीलॉक ब्रेकिंग सिस्टम का फीचर होता है। लेकिन, बहुत से लोगों को इस फीचर का काम नहीं पता होता है। दअरअसल, एंटीलॉक ब्रेकिंग सिस्टम यानी ABS का इस्तेमाल ब्रेक लगाने के लिए होता है। यहां आप यह सोच रहे होंगे कि यह कैसे ट्रेडिशनल ब्रेक से अलग होता है। तो बता दें, ट्रेडिशनल ब्रेक इमरजेंसी की सिचुएशन में पहियों को लॉक कर देता है, जिससे गाड़ी स्किड होती है। वहीं, ABS तेजी से ब्रेक लगाकर गाड़ी को रोकता है और सावधानी रखने पर स्टीयरिंग से भी कंट्रोल नहीं खोता है।
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ABS का इस्तेमाल फिसलन भरी जगहों पर काफी फायदेमंद होता है, जैसे- गीली सड़कें, ढीली बजरी या ट्रैफिक की सिचुएशन में अचानक ब्रेक लगाने पर। अगर आप देर रात अकेले ड्राइव करती हैं, तो ABS फीचर की जानकारी आपके लिए फायदेमंद हो सकती है।
अगर आप तेज मोड़ और मुश्किल सड़कों पर ड्राइव करते हैं तो यह फीचर आपके काम आ सकता है। यह फीचर मुश्किल की स्थिति में समस्या को भाप लेता है और कार का इंजन को फटाफट शुरू देता है। इतना ही नहीं, हर टायर पर अलग-अलग ब्रेक लगाता है। इमरजेंसी की स्थिति में इसी तेजी से कार स्टेबल हो पाती है और गाड़ी पलटने का चांस कम हो सकता है।
विदेशों में बच्चों के लिए गाड़ी में सेफ्टी सीट लगाना अनिवार्य है। अगर आप अपने बच्चे की सेफ्टी चाहते हैं तो गाड़ी में उसके लिए सेफ्टी सीट लगवा सकते हैं। इस सीट में लॉक भी होता है, जो स्पीड और अचानक ब्रेक लगाने की स्थिति में बच्चे को हिलने-डुलने साथ ही चोट लगने से बचा सकता है।
मॉडर्न कारों में इमरजेंसी कॉल और SOS बटन जैसे फीचर्स भी आ रहे हैं। लेकिन, अगर आपकी कार में ऐसा फीचर नहीं है तो आप इसे लगवा भी सकते हैं। यह एक ऐसा फीचर है जो महिला ड्राइवरों के लिए जरूरी और आपात स्थिति में मदद करने वाला साबित हो सकता है। इमरजेंसी कॉल लिस्ट में आप पुलिस, परिवार और दोस्तों का नंबर शामिल कर सकते हैं।
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कई बार सड़क पर ऐसे स्पॉट्स होते हैं, जो गाड़ी चलाते समय ड्राइवर को दिखाई नहीं देते हैं। यह स्पॉट्स एक्सीडेंट की वजह भी बन सकते हैं। ऐसे में इन स्पॉट्स का पता लगाने के लिए गाड़ियों में ब्लाइंड स्पॉट डिटेक्शन सिस्टम लगाया जाता है। इस फीचर की मदद से ड्राइवर को ब्लाइंड स्पॉट की जानकारी मिलती है।
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