हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को विशेष रूप से पूजा जाता है और इसके कई नियम भी बनाए गए हैं। अगर हम इसकी पूजा नियमित रूप से करते हैं जो घर में सदैव समृद्धि बनी रहती है। ज्योतिष में तुलसी के पौधे को रोजाना जल चढ़ाने की सलाह भी दी जाती है।
मान्यता है कि यदि आप तुलसी के पौधे में नियमित जल चढ़ाते हैं तो आपकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और पापों से मुक्ति भी मिलती है। इसी वजह से इस पौधे में नियम से जल चढ़ाया जाता है।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस पवित्र पौधे में भी जल चढ़ाने के विशेष नियम हैं और एक निश्चित समय में ही इसमें जल चढ़ाना चाहिए जिससे समृद्धि बनी रहे। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी जी से जानें कि तुलसी के पौधे में जल चढ़ाने का सही समय क्या है जिससे आपको शुभ फलों की प्राप्ति हो।
ज्योतिष के अनुसार यदि आप तुलसी के पौधे में सूर्योदय से पहले जल चढ़ाती हैं तो आपके लिए बहुत शुभ माना जाता है। यदि आप इस समय पर तुलसी में जल देती हैं तो आपको इसका सबसे उत्तम फल मिलता है।
दरअसल किसी भी पूजा-पाठ के लिए सूर्योदय से पहले का समय सबसे अच्छा माना जाता है और तुलसी में माता लक्ष्मी का वास होता है, इसलिए यदि आप इसमें सही समय पर जल चढ़ाती हैं तो आपको माता लक्ष्मी की कृपा दृष्टि भी प्राप्त होती है।यदि आप तुलसी में जल चढ़ाने से पहले अन्न ग्रहण न करें तो और ज्यादा शुभ माना जाता है।
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यदि आप तुलसी में नियमित रूप से जल चढ़ाती हैं तो प्रातः जल्दी उठकर स्नान आदि से मुक्त होकर साफ़ वस्त्रों में तुलसी को जल दें। तुलसी के पौधे को यदि आप तांबे के लोटे से जल देंगी तो आपके लिए अत्यंत शुभ होगा।
ऐसी मान्यता है कि प्रातः काल शरीर और मन दोनों पवित्र होते हैं, इसलिए यदि आप इस समय तुलसी में जल चढ़ाती हैं तो इसे बहुत लाभकारी माना जाता है। तुलसी के पौधे में जल चढ़ाते समय आपका मुख पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। आप ईशान कोण(ईशान कोण में न रखें ये चीजें)की तरफ भी तुलसी के पौधे में जल चढ़ा सकती हैं। तुलसी के पौधे में हमेशा जड़ की तरफ से जल चढ़ाना चाहिए जिससे इसका प्रभाव पूरे पौधे पर होता है।
यदि आप तुलसी में जल चढ़ाती हैं तो आपको भूलकर भी दिन के 12 बजे के बाद जल नहीं चढ़ाना चाहिए। वहीं आपको रात के समय भी तुलसी में जल न चढ़ाने की सलाह दी जाती है। वहीं मान्यता यह भी है कि आपको संध्याकाल के बाद तुलसी का स्पर्श भी नहीं करना चाहिए।
ऐसा करने से माता लक्ष्मी आपसे नाराज हो सकती हैं और आपको धन हानि हो सकती है। आपको एकादशी तिथि के दिन भी तुलसी के पौधे में जल न चढ़ाने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दिन माता तुलसी भगवान विष्णु के लिए निर्जला उपवास रखती हैं। आपको रविवार के दिन भी तुलसी के पौधे में जल नहीं चढ़ानी चाहिए। तुलसी में बहुत ज्यादा मात्रा में एक साथ जल नहीं चढ़ाना चाहिए।
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यदि आप ज्योतिष की मानें तो तुलसी में जल चढ़ाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और आपको धन लाभ हो सकते हैं, क्योंकि इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। घर में आने वाली समस्याओं को कम करने में मदद मिलती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। तुलसी में जल चढ़ाने से भगवान विष्णु की कृपा भी प्राप्त होती है क्योंकि तुलसी को विष्णु प्रिया माना जाता है। आपको तुलसी में जल चढ़ाने के साथ इसके पास दीपक जलाने की सलाह भी दी जाती है।
यदि आप भी तुसली में नियमित रूप से जल चढ़ाती हैं तो ध्यान रखें कि आपको सही समय में ही जल देना चाहिए जिससे आपको शुभ फलों की प्राप्ति हो।
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