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Vastu Tips: इस समय भूलकर भी न करें तुलसी का स्पर्श, आ सकती है कोई बड़ी मुसीबत

सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को लेकर कई मान्यताएं प्रचलित हैं। ऐसी ही एक प्रथा है इसे रात के समय स्पर्श न करना या इसमें जल न चढ़ाना। 
Editorial
Updated:- 2022-09-07, 16:44 IST

हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ज्यादा पवित्र माना जाता है और इसकी नियमित पूजा का विधान है। ऐसा माना जाता है कि जिस घर में ये पौधा नहीं होता है वहां कभी भी लक्ष्मी का वास नहीं होता है।

वहीं मान्यता यह भी है कि जिस घर में यह पौधा होता है और इसकी पूजा होती है, वहां कभी भी कोई समस्या नहीं हो सकती है और हमेशा धन की वर्षा होती रहती है। तुलसी को विष्णु प्रिया माना जाता है और इस वजह से जिस घर में तुलसी की पूजा विधि विधान के साथ होती है वहां सदैव भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।

वास्तु की मानें तो घर में सही दिशा में लगा तुलसी का पौधा घर के लोगों को बुलंदियों तक पहुंचा सकता है। तुलसी के पौधे में नियमित रूप से जल चढ़ाने और इसकी पूजा और आरती करने से घर में सदैव खुशहाली बनी रहती है।

तुलसी के पौधे के लिए कुछ वास्तु नियम बनाए गए हैं और ज्योतिष में भी कुछ ऐसी बातें हैं जिनका हमेशा पालन करने की सलाह दी जाती है। उनमें से एक बात है तुलसी के पौधे को रात के समय स्पर्श न करना।

वास्तु के अनुसार तुलसी के पौधे को कभी भी सूर्यास्त के बाद छूना नहीं चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस समय तुलसी के पौधे का स्पर्श आपके जीवन में दुर्भाग्य तक ला सकता है। आइए Life Coach और Astrologer Sheetal Shaparia से जानें रात के समय तुलसी का स्पर्श वर्जित क्यों होता है।

रात के समय क्यों न करें तुलसी का स्पर्श

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शास्त्रों के अनुसार कभी भी रात के समय तुलसी को छूना नहीं चाहिए। ऐसा माना जाता है कि तुलसी में माता लक्ष्मी का वास होता है और यदि इस पौधे का स्पर्श रात में किया जाता है तो घर में धन हानि के योग बनते हैं। मान्यता यह भी है कि तुलसी में कभी भी रात के समय जल भी नहीं चढ़ाना चाहिए। वैसे तो किसी भी पेड़ या पौधे को रात में नहीं छूना चाहिए, लेकिन तुलसी को इस समय छूने से बचें।

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इन विशेष दिनों में न करें तुलसी का स्पर्श

ऐसी मान्यता है कि तुलसी के पौधे को रविवार और एकादशी के दिन भी छूने से बचना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार तुलसी में नियमित रूप से जल चढ़ाने से घर की समृद्धि बनी रहती है। लेकिन रविवार के दिन और एकादशी तिथि के दिन इस पौधे में जल भी चढ़ाना वर्जित होता है, क्योंकि इन दिनों में तुलसी जी भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं इसलिए इन दिनों में तुलसी माता को छूना भी मना होता है। वास्तु के अनुसार भी इन दिनों में तुलसी को छूने से घर में व्यर्थ के झगड़े बढ़ जाते हैं।

तुलसी के पौधे से मिलते हैं ये संकेत

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ज्योतिष के अनुसार तुलसी का पौधा कई बार आने वाली समस्याओं का संकेत देता है। ऐसी मान्यता है कि यदि आपका हरा-भरा तुलसी का पौधा अचानक से सूख जाए तो ये आपके जीवन में कोई बड़ी समस्या के संकेत हैं। ऐसी स्थिति में आपको सचेत रहने की आवश्यकता है।

यदि आपके घर में तुलसी का पौधा लगाने के बाद तुरंत ही खराब हो जाता है तो ये पितृ दोष का संकेत हो सकता है। ऐसे में आपको पितृ दोष से बाहर निकलने का उपाय खोजना चाहिए।

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तुलसी के पौधे के लिए वास्तु टिप्स

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  • यदि आपके घर में तुलसी का पौधा लगा है तो आपको वास्तु के कुछ नियमों का पालन करना चाहिए। इसके लिए आपको सही दिशा का चुनाव करना चाहिए।
  • तुलसी के पौधे को हमेशा घर के आंगन में ही लगाना चाहिए। इसे किसी अंधेरी जगह पर न लगाएं।
  • नियमित रूप से तुलसी की पूजा करें और तुलसी (तुलसी के उपाय) में दीपक जलाएं, इससे घर की आर्थिक स्थिति ठीक रहती है।
  • तुलसी के पौधे को हमेशा साफ़ सुथरी जगह पर ही रखें।

यदि आप तुलसी के पौधे के लिए यहां बताई कुछ बातों का ध्यान रखेंगी तो आपके जीवन में समृद्धि बनी रहेगी। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

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