हिंदू धर्म में वस्तुशास्त्र को बहुत महत्व दिया जाता है। ऐसी मान्यता है कि वास्तु के हिसाब से जीवन जीया जाए तो न धन की कमी होती है न स्वास्थ की हानि होती है। ऐसे में अधिकांश लोग वास्तु के हिसाब से ही अपना घर बनवाते हैं। मगर केवल वास्तु का महत्व घर बनवाने तक सीमित नहीं है बल्कि वास्तु के हिसाब से घर में सामान का होना और उन्हें सही स्थान पर रखना भी बहुत जरूरी है। खासतौर पर रसोई का हर सामान वास्तु के हिसाब से सही स्थान पर रखने से धन-धान्य में कोई कमी नहीं होती हैं। आज वास्तु एक्सपर्ट पंडित दयानंद शास्त्री बताएंगे कि किचन में कौन सा सामान किस दिशा में रखना चाहिए और किचन में क्या होना चाहिए और क्या नहीं।
- पहले के जमाने में खाना जमीन पर बने मिट्टी के चूल्हे पर पकाया जाता था मगर अब मॉर्डन किचन में खाना खड़े हो कर बनाने का चलन है। ऐसे में गैस स्टोव को स्लैब पर रखा जाता है। अगर आपको भी किचन ऐसा है तो ध्यान रखने की स्लैब काले पत्थर की न बनी हों। आपको सफेद या लाल रंग की स्लैब बनवानी चाहिए। ऐसा करने से रसोई में कभी कोई दुर्घटना घटने का डर नहीं होता है।

- कभी भी रसोई की मेन डोर के आगे चूल्हा नहीं रखना चाहिए। हां चूल्हे को रखने का स्थान ऐसा जरूर होना चाहिए ताकि खाना पकाते वक्त गृहणी मुख्य द्वार को देख सके। ऐसा होने से खाना बनाते वक्त गृहणी को तनाव नहीं होता है और खाना स्वादिष्ट भी बनता है।
- अगर आपने अपनी रसोई में माइक्रोवेव रखा है तो आपको उसे दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। यदि आप ऐसा करती हैं तो आपकी रसोई में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा बनी रहेगी। इसी तरह रसोई में रेफ्रिजरेटर को दक्षिण दिशा में रखने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश करती है। इससे मन भी अशांत रहता है। पंडित दयानंद शास्त्री बताते हैं, ' दक्षिण दिशा अग्नि तत्व की होती है। फ्रिज का तापमान ठंडा होता है और यह इस दिशा के तापमान से मेल नहीं खाता है।' इसलिए दक्षिण दिशा को छोड़ कर आपको किसी भी दिशा में फ्रिज रख देना चाहिए।क्या वास्तु दोष है रसोई में कॉकरोच पैदा होने का सबसे बड़ा कारण?

- अगर आपके किचन में वास्तुदोष है तो आपको तांबे के एक कलश में पंचरत्न को बंधना चाहिए और ईशान कोणा यानी उत्तर-पूव्र कोने में रख देना चाहिए। ऐसा करने से आपकी रसोई में जो भी वास्तु दोष होगा वह दूर हो जाएगा। वैसे अगर आप अपनी किचन में लाल रंग को महत्व देंगे तब भी आपकी रसोई से वास्तुदोष खत्म हो जाएगा।
- अगर आप भगवान कृष्ण की भक्त हैं तो जाहिर आपके घर में लड्डू गोपाल की तस्वीर या माखन चुराते हुए भगवान कृष्ण की पेंटिंग आपके पास होगी। इस तस्वीर को आप अपनी रसोई की दीवार पर टांग लें या ऐसी जगह रखें कि यह आपको हमेशा दिखती रहे। वास्तु के हिसाब से ऐसा करने से आपके घर धन और धान्य की कोई कमी नहीं होगी।पंडित जी से जानें अपनी राशि के अनुसार कैसे सजाएं घर
- जब गृहणी रसोई में खड़े होकर भोजन पकाए तो उसकी पीठ रसोई के दरवाजे की ओर नहीं होनी चाहिए। वास्तु के हिसाब से गृहणी को दरवाजा दिखना चाहिए। अगर आपकी रसोई में यह व्यवस्था नहीं है तो आपको रसोई में एक आईना लगाना चाहिए जिसमें गृहणी रसोई का मुख्य द्वार देख सके।
- आपको अनाज, मसाले, दाल, तेल, आटा आदि सभी खाने-पीने की सामग्री को स्टोर में रसोई की पश्चिम दिशा की ओर रखना चाहिए। आप चाहें तो दक्षिण दिशा भी इसके लिए उत्तम है। ऐसा करने से खाने पीने का सामान कभी खराब नहीं होता है।
- बाथरूम या टॉयलेट से आपकी रोसई की दीवार नहीं जुड़ी होनी चाहिए। यदि ऐसा होता है तो घर सदस्य हमेशा बीमार बने रहते हैं।
- अगर आप रात में सोने से पहले सिंक पड़े झूठे बर्तनों को बिना साफ किए छोड़ देती हैं तो यह बहुत ही अशुभ होता है। ऐसा करने से माता लक्ष्मी आपसे नाराज हो जाती हैं और आपको आर्थिक समस्या से जूझना पड़ता है।
- पंडित दयानंद शास्त्री के अनुसार रसोईघर को घर के पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए, क्योंकि ये दोनों दिशाएं वायु और प्रकाश का संचालन करती हैं। ऐसा होने से आप जो भी भोजन पकाएंगी वह शुद्ध होगा।
Image Credit: Yandex
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