घर में किचन की एक ऐसी जगह है, जो आपकी हेल्थ ही नहीं सुख-समृद्धि से भी जुड़ी हुई है। और इस सबसे महत्वपूर्ण जगह की अनदेखी करना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए किचन के वास्तु का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। खासतौर पर इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूर है कि हमारा किचन ईस्ट फेसिंग होना चाहिए। जी हां आज के जीवन में वास्तु का महत्व बहुत ज्यादा बढ़ गया है। इसलिए घर में खुशियां लाने के लिए अपने पूरे घर खासतौर पर किचन के वास्तु का पूरा ध्यान रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र में घर के हर हिस्से की तरह किचन के बारे में कुछ बातें बताई गई हैं, जिन्हें मानने से घर में शांति और सभी सदस्यों की उन्नति होती हैं। और किचन से जुड़ी कुछ ऐसी ही बातों पर अगर ध्यान रखा जाये तो घर के भीतर होने वाली कलह को दूर कर सुख-शांति से जीवन व्यतीत किया जा सकता है। तो देर किस बात कि आइए सुख-समृद्धि और शांति के लिए किचन से जुड़े वास्तु टिप्स के बारे में एस्ट्रो और वास्तु कंसल्टेंट रिद्धि बहल से जानते हैं।
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एस्ट्रो और वास्तु कंसल्टेंट रिद्धि बहल का कहना है कि ''घर में किचन ईस्ट फेसिंग इसलिए होना चाहिए क्योंकि सूर्य पूर्व से उदय होता है और उत्तर से होते हुए पश्चिम में अस्त होता है। जो दिन के 12 बजे की धूप होती है, वह साउथ ईस्ट में होती है। उस समय दिन में सबसे तेज धूप होती है। इसलिए साउथ ईस्ट को अग्नि कोण कहा जाता है। और घर में अग्नि किचन में होती है। इसलिए किचन को साउथ ईस्ट में बनाना चाहिए। नार्थ ईस्ट में धूप बिल्कुल भी नहीं होती है। वह ठंडा होता है उसे जल तत्व माना जाता है। और अगर आप वहां पर किचन बनाएंगे तो अच्छा नहीं होता है। जी हां पानी की जगह अगर आप आग ले आएंगे तो उसका असर उल्टा होने लगेगा। इसलिए किचन हमेशा ईस्ट फेसिंग की तरफ खुली हुई ही होनी चाहिए।''
दूसरे शब्दों में आप कह सकते हैं कि भोजन पकाते समय हमेशा आपका मुख पूर्व दिशा में होना शुभ माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिशा की पॉजिटीव एनर्जी आपको मिल सकें और आप अच्छे तरीके से अपना काम कर सकें। नार्थ ईस्ट में किचन को नहीं बनाना चाहिए क्योंकि इसे जल का क्षेत्र माना जाता है और अग्नि व जल परस्पर शत्रु हैं। ऐसा करने से घर में मानसिक तनाव, धन की हानि, पारिवारिक कलह जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। इसके अलावा आपको किचन में ब्लैक और ब्लू कलर का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए। आप ग्रीन, येलो, रेड और ऑर्रेंज कलर का इस्तेमाल कर सकते हैं।Vastu Tips: किचन में लाल रंग बढ़ाता है पॉजिटिविटी, जानिए कैसे
अन्य उपाय
- किचन का सिंक हमेशा ईशान कोण में और चूल्हा अग्नि कोण में लगाना चाहिए।किचन में रखें बर्तन भी बिगाड़ सकते हैं आपका भविष्य, अगर वास्तु के इन नियमों को करेंगी नजरअंदाज
- किचन में चूल्हा हमेशा ऐसी जगह रखें जिससे खाना बनाते समय आपका चेहरा पूर्व दिशा की तरफ हो।
- किचन हमेशा घर की पूर्व दिशा में होना चाहिए। अगर इस दिशा में किचन ना बन सके तो कोशिश करें कि आपका किचन उत्तर-पश्चिम दिशा में हो।
- घर का कोई भी दरवाज़ा या खिड़की किचन के दक्षिण में नहीं होना चाहिए।
- आजकल किचन में बहुत सी महिलाएं माइक्रोवेव, हीटर, इंडक्शन स्टोव, टोस्टर, मिक्सर ग्राउंडर आदि अप्लाएंसेस का इस्तेमाल करने लगी हैं। वास्तु के अनुसार इन सभी अप्लाएंसेस को दक्षिण-पश्चिम में रखना चाहिए।
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