पटौदी ख़ानदान की बेटी सोहा अली ख़ान ने इसी साल 29 सितम्बर को बेटी इनाया को जन्म दिया है और इस समय वो अपने मदरहूड को बहुत एन्जॉय कर रही हैं। सोहा ने हमसे ख़ास बातचीत के दौरान बताया कि मां बनना ज़िन्दगी का सबसे बड़ा उपहार है, उन्होंने हमसे मां बनने की कई सारी प्यारी फीलिंग्स को भी शेयर किया। सोहा ने हमें बताया कि इनाया की नानी याने उनकी मां शर्मीला टैगोर ने भी उन्हें मां बनने के बाद बेबी का ख़याल रखने कई टिप्स दिए हैं।
सोहा ने बताया कि जब वो प्रेग्नेंट थीं तो शुरू के तीन महीनों तक काफी डरी हुई थीं। सोहा ने कहा, “यह मेरे लिए बिलकुल अलग अनुभव था। मां (शर्मीला) ने मुझे बताया कि यह पहली बार मां बनने का अनुभव है। शुरू के तीन महीनें मैं कुछ नहीं कर पाई, मेरा पूरा ध्यान मेरी प्रेगनेंसी पर था।“ सोहा ने बताया कि इस दौरान उनके पति कुणाल खेमू ने भी उनका पूरा ध्यान रखा। सोहा ने अपनी प्रेगनेंसी के शुरूआती दिनों की फीलिंग्स को अपनी किताब MODERTERATELY Famous में भी उतारा है। सोहा ने कहा कि इस बुक में उन्होंने अपनी प्रेगनेंसी के शुरूआती और आखिरी दिन की डर और एक्साइटमेंट वाली फीलिंग्स को भी लिखा है। और यह चैप्टर इस बुक में उनके फेवरेट चैप्टर हैं।
सोहा ने कहा जब तक हम हॉस्पिटल में थे तब तक तो सब ठीक था। पर, जब हम घर आए और मैंने इनाया के साथ पहली रात गुजारी...यह बेहद अलग अनुभव था। सोहा ने कहा, “मैं बहुत ज्यादा डरी हुई थी। मैं पूरी रात इनाया को देख रही थी और सोच रही थी कि ये सांस तो ले रही है न? रूम का तापमान तो ठीक है ना? AC बंद कर दूँ क्या? खिड़की खोल दूँ क्या? वो बहुत छोटी थी इसलिए मैं डरती थी कि कहीं इसे कोई तकलीफ न हो, पर अब मैं इनाया को एन्जॉय करती हूँ।“
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सोहा ने बताया कि उनकी मां शर्मीला ने भी उन्हें कुछ टिप्स दिए और उन्हें समझाया कि ऐसे डरने से कुछ नहीं होगा, उन्हें अपने बच्चे को संभालना सीखना होगा। सोहा ने कहा, “मां ने मुझे कहा कि जब उन्होंने सैफ को और मुझे जन्म दिया था तब दौर कुछ और था। मगर, आज के दौर में हमें हर बात पर डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। सभी लोग अपने-अपने सजेशन देंगे मगर, मुझे डॉक्टर की सलाह लेकर ही आगे बढ़ना चाहिए। मां ने यह भी कहा कि मैं जितना समय इनाया के साथ बिताउंगी उतना मेरे लिए और इनाया के लिए अच्छा है। मां ने कहा कि मुझे यह खुद पता करना होगा कि इनाया को कब क्या चाहिए, वो कब रोतीं हैं? कब जागती हैं और उनके सोने का क्या समय है? यह सब कुछ मुझे उनके साथ समय बीतने के बाद ही पता चलेगा।“ शर्मीला ने यह भी बताया कि एक मां को अपना मूड हमेशा अच्छा और खुशमिज़ाज रखना चाहिए, आपके मूड का असर बच्चे पर भी पूरी तरह पड़ता है।
सोहा ने हमें बताया कि अब वो इनाया के साथ बहुत एन्जॉय करती हैं। उन्हें बेड टाइम स्टोरी सुनाती हैं, म्यूज़िक सुनाती हैं, कुणाल उन्हें गाकर एंटरटेन करते हैं। सोहा ने बताया कि वैसे तो उनके पास इनाया का ध्यान रखने के लिए बहुत अच्छी नर्स हैं मगर वो इनाया को लेकर हर जगह involved हैं। वो इनाया की हर चीज़ का खुद ध्यान रखना पसंद करती हैं।
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सोहा ने इस बातचीत के दौरान अपने और भाई सैफ के बचपन को भी याद किया और कहा, “मुझे मां बताती हैं कि भाई बहुत रोया करते थे। उनकी तुलना में मैं आज भी शांत हूँ और उस समय भी शांत ही रहती थी। मैं अपने बचपन को आज भी याद करती हूँ तो मुझे याद आता है कि मैं हमेशा से ही शांत और बुक्स के आसपास रहती थी। मुझे पढ़ना और लिखना बचपन से पसंद था"
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