दिल का मुख्य काम शरीर के सभी अंगों तक ब्लड पहुंचाना है। लेकिन जब दिल अपना काम सही तरीके से नहीं करता है तो इससे पूरे शरीर पर नेगेटिव असर पड़ता है। दिल को शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता है क्योंकि जब तक दिल धड़कता रहता है सांसें चलती रहती हैं। इसलिए दिल की देखभाल करना बेहद जरूरी है। लेकिन ज्यादातर महिलाएं छोटी-छोटी समस्याओं जैसे सीने में जलन, दर्द, थकान, बेचैनी, सांस लेने में तकलीफ आदि को नजरअंदाज करती रहती हैं। जबकि हार्ट डिजीज महिलाओं में नंबर वन किलर है और एक दिन अचानक ये ही समस्याएं हार्ट से जुड़ी समस्याओं का कारण बनती हैं। इसलिए आज हम महिलाओं को ऐसे संकेतों और लक्षणों के बारे में बता रहे हैं जो दिल से संबंधित समस्याओं की ओर इशारा करते हैं। इन लक्षणों के बारे में हमें मुंबई एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ हृदय रोग एक्सपर्ट डॉक्टर संतोष कुमार डोरा जी बता रहे हैं।
डॉक्टर संतोष कुमार डोरा जी का कहना है कि ''निम्नलिखित लक्षण और संकेत आपको हार्ट डिजीज के बारे में सचेत करते हैं। अगर आपको ऐसा कुछ भी दिखाई देता है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।''
दिल से संबंधित सीने में दर्द को एनजाइना के रूप में जाना जाता है। एक सामान्य एनजाइना को स्टर्नम के पीछे चेस्ट के सेंट्रर में दबोचने या दम घोंटना जैसे चेस्ट पेन के रूप में वर्णित किया जाता है जो जबड़े और बांहों तक फैल सकता है। यह अक्सर थकावट या खाना खाने के बाद बढ़ता है और आराम करने पर घटता है।
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सांस लेने में तकलीफ दिल की बीमारी का संकेत हो सकता है, खासकर जब यह नॉर्मल लेवल पर पहले मौजूद नहीं था। अत्यधिक मामलों में आराम करने या लेटने की स्थिति में भी सांस की तकलीफ हो सकती है।
चक्कर या बेहोशी के दौरे दिल की बीमारी के संकेत हो सकते हैं। जब दिल की धड़कन बहुत कम या बहुत तेज हो तो व्यक्ति को चक्कर आ सकते हैं। ब्लड प्रेशर बहुत कम होने पर भी चक्कर आ सकते हैं। अगर आपको बार-बार चक्कर आते हैं तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
तेजी से दिल धड़कने की भावना को पैल्पिटेशन के रूप में जाना जाता है। अगर आप इसे तब भी महसूस करती हैं जब आप आराम कर रही होती हैं तो यह असामान्य हो सकता है। इस तरह के लक्षण का अनुभव होने पर अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
टखने के एरिया में सूजन, खासकर अगर नेचर दबाव यह इंगित करता है कि शरीर के निर्भर भागों में द्रव संचय है। दिल या किडनी की बीमारी इस स्थिति की ओर ले जाती है। अगर आपको इसका अनुभव हो तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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तेजी से वजन बढ़ना हार्ट फेलियर और शरीर में द्रव के संचय की ओर इशारा करता है। अगर सामान्य आहार लेने के बावजूद तेजी से वजन (हफ्ते में 2 किलो से अधिक) बढ़ रहा है तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें। हार्ट फेलियर के कारण तेजी से वजन बढ़ना अक्सर बढ़ती सांसों से जुड़ा होता है।
ये दिल के रोगों के विशिष्ट संकेत और लक्षण हैं। हालांकि कभी-कभी रोगियों में एटिपिकल लक्षण और संकेत भी दिखाई दे सकते हैं जैसे बहुत जल्दी थकावट होना, अप्रत्याशित पसीना, पेट की परेशानी, एपिगास्ट्रिक दर्द, मतली और उल्टी आदि। अगर आप किसी विशिष्ट या असामान्य लक्षणों का सामना कर रही हैं तो हार्ट प्रॉब्लम की जानकारी के लिए हमेशा डॉक्टर को सूचित करना अच्छा रहता है और ब्लड टेस्ट्स, ईसीजी और इकोकार्डियोग्राम जैसे कुछ टेस्ट्स कराने की आवश्यकता हो सकती है। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
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