अच्छा, अगर आपसे यह सवाल किया जाए कि आपको किस तरह का भोजन करना पसंद है यानि घर पर बना गरमा-गरम भोजन करना पसंद है या फिर फ्रोजन फूड्स को गरम करके खाना पसंद है, तो फिर आपका जवाब क्या हो सकता है? शायद, आप अधिक समय लिए बिना बोलें कि घर पर बना गरमा-गरम भोजन करना पसंद है।
लेकिन, आजकल के समय कुछ ऐसे भी लोग है जो जल्दी-जल्दी में फ्रोजन फूड्स को गर्म करके खा लेते हैं और काम के लिए निकल जाते हैं। ऐसे में कई फ्रोजन फूड्स होते हैं जिकसी पैकिंग सही तरीके से नहीं होती है और उस भोजन से धीरे-धीरे इंसान बीमार भी हो जाता है और उसे मालूम भी नहीं चलता है। आज इस लेख में जानते हैं कि ये फ्रोजन फूड्स क्या है और इसके अधिक सेवन से क्यों बचना चाहिए, तो आइए जानते हैं।
फ्रोजन फूड्स में वो खाद्य पदार्थ शामिल है जो उस समय के लिए स्टोर करके रखे जाते हैं जब वो प्राकृतिक तौर पर उपलब्ध नहीं होते हैं। जैसे- आमतौर पर ब्रोकली, मटर, भिंडी और फलियों जैसी सब्जियों को स्टोर करके रखा जाता है। इसके अलावा बाज़ार में मिलने वाले रेडी टू ईट खाद्य पदार्थ जैसे- सब्जियों के लिए तैयार करी, फ़ीस करी, पनीर करी, सरसों मसाला करी, लहसुन-अदरक का पेस्ट, आलू के चिप्स आदि सामान इस लिस्ट में शामिल हैं। ये ऐसे फूड्स हैं जिन्हें भविष्य के लिए प्रजिर्वेटिव्स के इस्तेमाल से संरक्षित किया जाता है।
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ये लगभग हम सभी जानते हैं कि ताजी सब्जियां या घर पर बना गरमा-गरम व्यंजन पोषक तत्वों से संपन्न होते हैं। लेकिन, फ्रोजन फूड्स में पोषक तत्वों की कमी हो सकती हैं। कई लोगों का भी मानना है कि फ्रीजिंग प्रोसेस में फूड की न्यूट्रशिंस वैल्यू बहुत कम हो जाती है, जिसके चलते इसके सेवन से बचना चाहिए। फ्रोजन फूड्स के पैकिंग के दौरान विटामिन सी खत्म हो सकते हैं और इसे खाते समय सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में आपको फ्रोजन फूड्स के सेवन से बचना चाहिए।
जी हां, अगर आपका पाचन तंत्र पहले से ही ठीक नहीं है और आप फ्रोजन फूड्स का सेवन करने जा रही हैं, तो पेट पर इसका बुरा प्रभव पड़ सकता है। कई बार फूड्स की पैकेजिंग ठीक से नहीं होती है, तो उसमें जीवाणु पैदा होने का भी डर रहता है। ऐसे में ये जीवाणु पेट के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। इसके सेवन पेट दर्द, गैस की समस्या आदि का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में जितना फ्रोजन फूड्स के सेवन से बच सकते हैं उतना आपको बचना चाहिए।
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शायद, आपको मालूम हो अगर नहीं मालूम है, तो आपकी जानकारी के लिए दें कि कई लोगों का मानना है कि फ्रोजन फूड्स को आकर्षण बनाने के लिए इनमें ब्लू-1 और रेड-3 जैसे केमिकल्स का उपयोग किया जाता है, जो सेहत के लिए नुकसानदेह भी साबित हो सकते हैं। कई फ्रोजन फूड्स में सोडियम की क्वांटिटी बहुत ज्यादा होती है, जो हेल्थ को बेहद नुकसान पहुंचा सकती है।
नोट: फ्रोजन फूड्स यानि पैकेट बंद फूड्स को आहार में शामिल करने से पहले आप किसी न्यूट्रिशनिस्ट या डॉक्टर से इसके बारे में जानकारी ज़रूर लें।
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