PCOD यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसीज, जिसमें महिलाओं के शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो जाता है। आज के समय में भागमभाग से भरी जीवनशैली, खान-पान की गलत आदतों और स्ट्रेस की वजह से ये समस्या बढ़ती जा रही है। पीरियड्स का समय पर न आना, पीरियड्स में अधिक दर्द होना या साइकिल का लंबा होना, ये सब पीसीओडी के लक्षण हो सकते हैं। इसकी वजह से महिलाओं के शरीर में मेल हार्मोन का लेवल अधिक हो जाता है, महिलाओं की ओवरीज में सिस्ट बनने लगती है। जिसके चलते इनफर्टिलिटी की समस्या भी हो सकती है।
PCOD के लक्षणों को कम करने और इसकी वजह से होने वाले अनियमित पीरियड्स को कम करने के लिए, कई बार बर्थ कंट्रोल पिल्स की सलाह दी जाती है। लेकिन एक्सपर्ट के मुताबिक, इन पिल्स से शरीर को कई नुकसान हो सकते हैं। यह जानकारी डाइटीशियन मनप्रीत दे रही हैं। मनप्रीत ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स की है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं।
PCOD में बर्थ कंट्रोल पिल्स खाना कितना सेफ?
- एक्सपर्ट के मुताबिक, अगर आप पीसीओडी में हार्मोन्स को बैलेंस करने और पीरियड्स को रेगुलर करने के लिए बर्थ कंट्रोल पिल्स ले रही हैं, तो इससे शरीर को कई नुकसान हो सकते हैं। यह PCOD को मैनेज करने का सही तरीका नहीं है।
- बर्थ कंट्रोल पिल्स में एस्ट्रोजन अधिक मात्रा में होता है। जिससे महिलाओं में क्लॉट्स बनने का खतरा रहता है।
- पिल्स की वजह से एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के लेवल में अंतर पड़ता है। जिसकी वजह से इंसुलिन सेंसिटिविटी प्रभावित होती है। यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को कम कर, इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ाती हैं।
- इससे महिलाओं की यौन इच्छा या सेक्स ड्राइव पर भी असर होता है। पिल्स के सिंथेटिक हार्मोन्स और टेस्टेस्टोरोन हार्मोन के लेवल के कम होना का असर लिबिडो यानी सेक्स ड्राइव पर होता है।
- ये पिल्स विटामिन बी, विटामिन सी, फोलिक एसिड, मैग्नीशियम और जिंक की वैल्यू को कम करती हैं। न्यूट्रिएंट्स के इंबैलेंस की वजह से वजन बढ़ना, फ्ल्यूड रिटेंशन, मूड स्विंग्स और डिप्रेशन की समस्या हो सकती है।
- एस्ट्रोजन की मात्रा बढ़ने से गट(आंतों ) में यीस्ट की ग्रोथ बढ़ जाती है, जिससे कैंडिडा (यीस्ट की एक प्रजाति) की ग्रोथ बढ़ने लगती है और इससे आपको शुगर और कार्ब्स खाने की अधिक इच्छा होती है।
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PCOD को मैनेज करने के लिए अपनाएं ये तरीके
- PCOD को मैनेज करने के लिए बर्थ कंट्रोल पिल्स लेने की जगह डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करने चाहिए।
- आपको ब्रेकफास्ट बिल्कुल स्किप नहीं करना चाहिए।
- इसके अलावा, वजन कंट्रोल करने पर भी ध्यान देना चाहिए।
- ब्रोकली, सूरजमुखी के बीज, हरी मूंग दाल और मेथी की चाय PCOD के लक्षणों को मैनेज करने के लिए अच्छे होते हैं।
- इसके अलावा पूरी नींद लेना और स्ट्रेस से दूर रहना भी जरूरी है।
- साथ ही, आपको स्मोकिंग और ड्रिंकिंग को भी अवॉइड करना चाहिए।
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