Cardiac arrest vs Heart attack: कोरोना के बाद से ही हार्ट अटैक और कार्डियक अटैक के मामले तेजी से बढ़े हैं। बूढ़े बुजुर्ग ही नहीं युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। हर कुछ दिनों के अंतराल पर यह दो शब्द कार्डियक अटैक और हार्ट अटैक सुनने को मिल जाते हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो दिल का दौरा यानी कि हार्ट अटैक को कार्डियक अरेस्ट समझते हैं। लेकिन आपको बता दें कि वास्तव में यह दोनों अलग-अलग होते हैं। इन दोनों में काफी अंतर है। चलिए एक्सपर्ट Dr. (Col.) Manjinder Sandhu, Principal Director - Cardiology, Max Healthcareसे जानते हैं की कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक के बीच क्या अंतर है और किससे आपको ज्यादा खतरा है।
कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में क्या अंतर होता है?
हार्ट अटैक यानी कि दिल का दौरा तब पड़ता है जब किसी व्यक्ति के हृदय के ऊतकों को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनी यानी कि रक्त वाहिकाओं में रुकावट आ जाती है। इससे ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी हृदय कोशिकाओं की मृत्यु और सीने में दर्द जैसे लक्षण होते हैं। लेकिन इसमें दिल आमतौर पर धड़कता रहता है। यानी जब दिल में खून नहीं पहुंच पाता है तब हार्ट अटैक आता है। वहीं कार्डियक अरेस्ट तब होता है जब हार्ट अचानक से काम कर देना ही बंद कर देता है। इसमें दिल की धड़कना पूरी तरह से बंद हो जाती है। सांस पूरी तरह से रुक जाती है। हार्ट अटैक आने पर जान बचाने का मौका मिलता है लेकिन कार्डियक अरेस्ट होने पर कुछ भी हो सकता है। (सर्दियों में हार्ट अटैक को दावत देती हैं ये आदतें)
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण
- असामान्य रूप से दिल का धड़कना
- चक्कर आना
- सीने में दर्द
- सांस लेने में परेशानी (इन टिप्स से दूर करे सांसों की दिक्कत)
- उल्टी और जी मिचलाने जैसी दिक्कत
- पल्स और बीपी का रुक जाना
हार्ट अटैक के लक्षण
- बेचैनी
- सीने में दर्द
- सांस लेने में दिक्कत
- हार्ट बीट का तेज होना
- चक्कर आना
- खूब पसीना आना
- हाथों में दर्द महसूस होना
Image Credit- Freepik
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