वेट लॉस आजकल सबसे बड़ा चैलेंज बनता जा रहा है। लोग तरह-तरह की तरकीबें अपनाते हैं जिससे वो अपना वजन कम कर सकें और वो परफेक्ट शेप पा सकें जो उन्हें चाहिए। इसके लिए कई एक्सपेरिमेंट भी होते हैं। कई लोगों का मेटाबॉलिज्म काफी अच्छा होता है और वो आराम से अपना वजन कम या ज्यादा कर लेते हैं। कई लोगों की विल पावर बहुत अच्छी होती है और वो आसानी से अपना वजन एक्सरसाइज से कम कर लेते हैं। लेकिन कई लोगों को इसके लिए थोड़ी ज्यादा मेहनत लगती है। डायट के साथ-साथ उन्हें एक्सरसाइज भी करनी होती है, लेकिन पिछले कुछ सालों में कई अजीब डायट ट्रेंड्स सामने आए हैं। तो चलिए आज बात इन्हीं के बारे में करते हैं।
आपको भले ही ये सुनकर थोड़ा अजीब लगे, लेकिन इस डायट का उद्देश्य लो कैलोरी इनटेक वाला खाना है। इस अजीब डायट ट्रेंड में लोग अपना खाना बेबी फूड से चेंज कर देते हैं। ऐसे में लोग बेबी फूड के बराबर कैलोरी लेते हैं और स्नैक्स की जगह उसे खाते हैं। इसे वेट लॉस कम करने की तरकीब तो माना जाता है, लेकिन इससे दिन भर के न्यूट्रिएंट्स पूरे हों ऐसा नहीं हो सकता। शरीर के लिए जरूरी न्यूट्रिएंट्स लेना सही होता है इसलिए ये डायट पूरी तरह से इफेक्टिव हो ऐसा जरूरी नहीं है।
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जूस क्लेंज डायट एक ऐसी डायट है जिसमें कोई भी सॉलिड फूड नहीं होता और सिर्फ फलों और सब्जियों के जूस के सहारे दिन निकाला जाता है। ये डायट बहुत से लोगों को सूट नहीं करती क्योंकि इसमें काफी कम कैलोरी और काम कम कार्ब्स शरीर में जाते हैं। ये वेट लॉस के लिए अच्छी डायट हो सकती है, लेकिन इसे ज्यादा करने से कमजोरी आ जाती है। क्योंकि बिना कैलोरी के ज्यादा नहीं रुका जा सकता है।
अपना शेप आइने के सामने चेक करना सही है, लेकिन क्या आप खाना भी आइने के सामने खा सकती हैं? ये साइकोलॉजिकल डायट है जिसमें इंसान आइने के सामने बैठकर खाना खाता है और उसके मन में ये फीलिंग आ सकती है कि कहीं वो ज्यादा खाना तो नहीं खा रहा। ये डायट भी एक समय काफी लोकप्रिय हो रही थी, लेकिन सुनने में ये बहुत अजीब लगती है।
इस डायट के पीछे भी साइकोलॉजी शामिल है। ऐसी थ्योरी सामने आई थी कि डार्क ब्लू प्लेट में खाना खाने से लोगों की भूख कम हो जाती है। कोई इंसान लाइट रंग की प्लेट में ज्यादा खाना खाता है और डार्क रंग की प्लेट में कम। अब इसका कारण ये था कि डार्क रंग की प्लेट में खाने का पोर्शन ज्यादा लगता है और लाइट रंग की प्लेट में कम।
कच्चा खाना खाने वाली डायट में सब्जियों और फलों का ज्यादा इस्तेमाल होता है। इसमें ऐसा खाना खाया जाता है जिसे पकाया न गया हो और जो ऑर्गेनिक हो। जिससे कम कैलोरी हमारे शरीर में जाए। इसीलिए ये डायट ट्रेंड फॉलो किया जाता है।
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पूरा दिन व्रत न रहकर एक समय के लिए खाली पेट रहना और उस समय बिलकुल भी खाना न खाना भी एक डायट ट्रेंड है। हालांकि, ये थोड़ा सा अजीब है, लेकिन यकीन मानिए ये बहुत ज्यादा लोगों द्वारा फॉलो की जाने वाली डायट है। कई इंटरमिनेंट फास्टिंग करने वाले लोग तो पूरे-पूरे दिन भूखे पेट रहते हैं। ऐसे लोग पूरा दिन भूखे रहकर सिर्फ कुछ ही घंटों में अपने शरीर की पूरी कैलोरी ले लेते हैं।
British Journal of Nutrition में पब्लिश की गई एक स्टडी ने इस डायट को और भी ज्यादा लोकप्रिय बना दिया था। इसमें स्नैक्स की जगह चीज़ क्यूब खाए जाते हैं। जिसे हाई-प्रोटीन डायट में माना जाता है। कई लोग इस डायटिंग को मानते हैं, लेकिन यकीन मानिए ये डायट ट्रेंड सभी के लिए बहुत अच्छा साबित नहीं हो सकता। अगर आप हर बार स्नैक्स की जगह ये खाते हैं तो हो सकता है उनके शरीर में ज्यादा कैलोरी और प्रोटीन चला जाए।
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