Yoga Asanas To Treat Anemia: शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण कई तरह की समस्याएं होने लगती है। इन्हीं में से एक है एनीमिया। यह बहुत ही आम बीमारी है, जिसमें शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी होने लगती है और हीमोग्लोबिन कम हो जाता है। इससे थकान, सिर दर्द, चक्कर, बुखार, जैसे लक्षण नजर आते हैं। यह ज्यादातर महिलाओं में देखने को मिलती है। अगर आप भी एनीमिया से पीड़ित है और ब्लड बढ़ाना चाहती हैं तो इन योग की मदद से इस समस्या का समाधान कर सकती हैं। इस बारे में योगा एक्सपर्ट नुपूर रोहातगी जानकारी दे रही हैं।
एनीमिया रोगी रोज करें ये आसन
अनुलोम-विलोम
एनीमिया के मरीजों को अनुलोम विलोम करने से फायदा मिल सकता है। इस प्राणायाम को करने से लाल रक्त कोशिकाओं के बनने की प्रक्रिया तेज होती है और ऐसे खून की कमी दूर की जा सकती है। शरीर को ऑक्सीजन सही मात्रा में मिलता है। (आयरन की कमी कैसे दूर करें)
कैसे करें अनुलोम विलोम
- अनुलोम विलोम करने के लिए एक मैट पर सुखासन में बैठ जाएं। अपनी रीढ़ और गर्दन को सीधा रखें।
- आंखें बंद कर ले अपनी सांसों पर फोकस रखें।
- कलाइयों को घुटनों पर टिका लें।
- दाहिने नथुने को बंद करने के लिए दाहिने अंगूठे का इस्तेमाल करें।
- बाएं नथुनी से धीरे-धीरे सांस लेते रहें।
- जब फेफड़ों में सांस भर जाए तो सांस की गति पर ध्यान देते हुए अपना अंगूठा छोड़ दें
- अब बाएं नथुने को बंद करें। फिर दाहिने नथुने से धीरे-धीरे सांस छोड़ें।
- अब इसके उल्टा करें। ऐसा बारी-बारी से करके इसे 10 बार दोहराएं
उज्जाई प्राणायाम
इस प्राणायाम को भी करने से एनीमिया की शिकायत दूर हो सकती है। दरअसल ऐसा करने से ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है। पाचन क्रिया बेहतर होती है। जिससे शरीर पोषण का अवशोषण अच्छी तरह से करता है। इससे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण होता है और एनीमिया की समस्या दूर होती है। इस आसन को रोजाना सुबह 15 मिनट करना चाहिए।
यह भी पढ़ें-खाने के तुरंत बाद करें यह मुद्रा, पेट के रोग होंगे दूर
कैसे करें उज्जाई प्राणायाम
- एक शांत जगह पर सुखासन की मुद्रा में बैठ जाएं।
- अपनी आंखें बंद कर ले मुंह को हल्का सा खोल लें।
- आप मुंह से सांसें ले और छोड़ें।
- जो भी हवा आपके मुंह से होते हुए आपके फेफड़ों में जा रही है उसे महसूस करने की कोशिश करें।
- इसके बाद सांसों को छोड़ते समय अपने गले के पिछले हिस्से में सांसों को महसूस करें।
- सांसों को छोड़ते समय हहह.. की आवाज निकालें।
- जब आपका ध्यान पूरी तरह से केंद्रित हो जाए तब आप अपनी सांस की गति को धीमा करें।
- कंठ द्वारा को संकुचित करने का प्रयास करें।
- ऐसा करने से आपको सांसों के आने जाने की आवाज सुनाई देगी।
- इसे कम से कम 10 से 15 बार दोहराएं
यह भी पढ़ें-जिम जाने की क्या है सही उम्र? एक्सपर्ट से जानें सही जवाब
अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Image Credit- Freepik
आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें-
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों