इन स्वास्थ्य समस्याओं के होने पर भूल से भी ना करें पश्चिमोत्तानासन

कुछ ऐसी स्थितियां हैं, जब आपको पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।

paschimottanasana contraindications in hindi

हेल्दी रहने के लिए हम सभी कई तरीके अपनाते हैं। खान-पान से लेकर व्यायाम तक कई छोटी-छोटी चीजें आपको स्वस्थ बनाती हैं। योग भी आपको स्वस्थ रखने में एक अहम् भूमिका निभाता है। नियमित रूप से योग का अभ्यास करना काफी लाभदायक माना जाता है। इसकी मदद से आप अपनी कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है।

आमतौर पर, हम सभी अपनी हेल्थ प्रॉब्लम्स को ध्यान रखकर योगासनों का अभ्यास करते हैं। पश्चिमोत्तानासन भी एक ऐसा ही आसन है, जिसे बेहद ही लाभकारी माना जाता है। यह वजन कम करने से लेकर आपके डाइजेशन को बेहतर बनाता है। साथ ही साथ, यह तनाव व अनिद्रा को भी दूर करता है।

लेकिन हर किसी के लिए पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करना अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसी कई स्थितियां होती हैं, जब पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करने से आपको विपरीत परिणाम भुगतने पड़़ सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में ब्लॉसम योगा के फाउंडर और योगविशेषज्ञ जितेन्द्र कौशिक आपको ऐसी ही कुछ स्थितियों के बारे में बता रहे हैं, जब आपको इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए-

स्लिप डिस्क या बैक में इंजरी होने पर ना करें अभ्यास

these people should not do paschimottanasana

अगर आपको स्लिप डिस्क की समस्या है या फिर बैक में किसी तरह की इंजरी हुई है तो ऐसे में आपको पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए। दरअसल, पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करते समय हम आगे की ओर झुकते हैं। लेकिन अगर आपको स्लिप डिस्क की समस्या है तो ऐसे में आगे झुकने से आपकी समस्या बढ़ सकती है।

हाई बीपी होने पर ना करें अभ्यास

do not exercise you have high bp

जिन लोगों को हमेशा ही हाई बीपी की समस्या रहती है, उन्हें भी ऐसे किसी आसन को ना करने की सलाह दी जाती है, जिसमें एक्यूट बेंडिंग करनी हो। चूंकि पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करते समय शरीर का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से झुक जाता है, इसलिए हो सकता है कि इस आसन का अभ्यास करते हुए आपके ब्लड प्रेशर का दबाव बढ़ जाए।

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people should not do paschimottanasana by fitness expert

साइटिका होने पर ना करें अभ्यास

साइटिका एक ऐसी स्वास्थ्य स्थिति है, जिसमें व्यक्ति को पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। दरअसल, साइटिका होने पर कमर से जुड़ी किसी नस में सूजन आ जाती है। ऐसे में पूरे पैर में असहनीय दर्द होने लगता है और व्यक्ति परेशान होता है। इस स्थिति में आपकी कमर और पैर दोनों में ही परेशानी होती है। इसलिए इस स्थिति में पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करने से आपको परेशानी हो सकती है।

एक्यूट माइग्रेन और सर्वाइकल होने पर ना करें अभ्यास

do not practice you have cervical problem

अगर आपको एक्यूट माइग्रेन की समस्या है या फिर आप सर्वाइकल के दर्द के कारणपरेशान रहती हैं तो ऐसे में आपको पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करने से बचना चाहिए। खासतौर से, इस समस्या के होने पर अगर आप पश्चिमोत्तानासन करना ही चाहती हैं तो ऐसे में आप अपनी कमर को पूरा झुकाने से बचें। एक्यूट बेडिंग आपकी समस्या को और भी ज्यादा बढ़ा सकती है।

प्रेग्नेंसी में ना करें अभ्यास

do not exercise during pregnancy

यूं तो गर्भावस्था में योगाभ्यास करना काफी अच्छा माना गया है। लेकिन इसका अर्थ यह कतई नहीं है कि आप हर योगासन का अभ्यास कर सकती हैं। इस अवस्था में पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास ना करने की सलाह दी जाती है। चूंकि हर महिला का प्रेग्नेंसी पीरियड अलग होता है, इसलिए किसी भी योगासन के अभ्यास से पहले एक बार योग विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।

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तो अब आप भी इन स्थितियों में पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास ना करें।

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Image Credit- freepik

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