हम सभी अपने करियर में सफलता हासिल करना चाहते हैं और इसके लिए सबसे पहला स्टेप होता है सही करियर का चयन करना। आज के समय में करियर के इतने ऑप्शन हैं कि हमें समझ में ही नहीं आता कि किस दिशा में कदम बढ़ाया जाए। ऐसे में करियर की सही राह अपनाने के लिए हम सभी करियर काउंसलर की मदद लेते हैं। एक करियर काउंसलर आपकी क्षमताओं, शिक्षा व रुचि के आधार पर आपका मार्गदर्शन करने की कोशिश करते हैं। अमूमन हम सभी अपने करियर को दिशा देने के लिए करियर काउंसलर की सलाह लेना चाहते हैं, लेकिन खुद करियर काउंसलर बनने का ख्याल शायद ही आपके मन में आए।
बतौर करियर काउंसलर अपना एक सफल भविष्य बनाना यकीनन काफी रोमांचक हो सकता है। करियर काउंसलर बनकर आप लोगों को करियर के फैसलों के उतार-चढ़ाव के माध्यम से मार्गदर्शन करेंगे, उन्हें उनकी ताकत, जुनून और सबसे अच्छे अवसरों की पहचान करने में मदद करेंगे। यह सुनने में काफी आकर्षक लगता है। लेकिन एक सफल करियर काउंसलर बनने के लिए आपमें भी कुछ स्किल्स अवश्य होने चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि बतौर करियर काउंसलर आपको किन स्किल्स पर काम करना चाहिए-
कम्युनिकेशन स्किल्स
अगर आप एक सक्सेसफुल करियर काउंसलर बनना चाहते हैं तो ऐसे में आपको सबसे पहले अपने कम्युनिकेशन स्किल्स पर काम करना चाहिए। अगर आपके कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छे होंगे, तभी आप अपने क्लाइंट को अपनी बातें आसानी से समझा पाएंगे और उनकी बातों को सुनकर व समझकर एक विश्वास कायम कर पाएंगे। अगर आप अपने क्लाइंट से कनेक्ट ही नहीं कर पाते हैं तो ऐसे में आप उनके गोल्स, कमियों या डर के बारे में समझकर उन्हें सही गाइडेंस नहीं दे पाएंगे।
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प्रोब्लम सॉल्विंग स्किल्स
करियर से जुड़ा किसी भी तरह का फैसला लेना अक्सर काफी कठिन होता है और ऐसे में अपनी उलझनों व समस्याओं का समाधान हासिल करने के लिए लोग करियर काउंसलर के पास जाते हैं। ऐसे में एक करियर काउंसलर में प्रोब्लम सॉल्विंग स्किल्स होना बेहद जरूरी है। अगर आप किसी समस्या को सुलझाने और उससे निपटने के व्यावहारिक तरीके खोजने में क्लाइंट की मदद कर सकते हैं तो यकीनन आपके खुद के करियर पर इसका काफी अच्छा असर पड़ता है। आप लोगों के बीच अपनी एक अलग पहचान बना पाने में सक्षम हो पाते हैं।
काउंसिलिंग स्किल्स
एक करियर काउंसलर में काउंसिलिंग स्किल्स होना बेहद जरूरी है। दरअसल, अपने करियर का फैसला लेते समय व्यक्ति कई चीजों पर ध्यान देता है। केवल शिक्षा के आधार पर ही करियर का फैसला नहीं लिया जाता। कई बार इसमें पर्सनल इमोशन्स भी अहम् भूमिका निभाते हैं। जरूरी नहीं है कि हर बार अपने करियर की शुरुआत कर रहे यंगस्टर्स की करियर काउंसलर की सेवाएं लेना चाहते हों। कभी-कभी अपने करियर में अटके या फिर परेशान लोग भी अपने करियर में बदलाव चाहते हैं। ऐसे में उनकी भावनाओं को समझकर व सुलझाकर उन्हें एक सही फैसला लेने में मदद करना ही करियर काउंसलर का काम होता है।
करियर विकल्पों का ज्ञान होना
बदलते समय में करियर की कई नई राहें भी खुलने लगी हैं। आज के समय में ऐसी कई जॉब्स व फील्ड हैं, जो लोगों को काफी अच्छी सैलरी व अन्य सुविधाएं देती हैं। इसके अलावा, स्किल बेस्ड करियर की डिमांड पहले से काफी बढ़ी है। इसलिए एक करियर काउंसलर के रूप में कई तरह के करियर विकल्पों और बाज़ार के रुझानों की जानकारी होना आपके लिए बेहद जरूरी है। जब आपको यह पता होगा कि जॉब मार्केट में क्या चीजें ट्रेन्ड में हैं या फिर किन स्किल्स की डिमांड बढ़ती जा रही है तो ऐसे में आप अपने क्लाइंट को अधिक बेहतर गाइडेंस दे सकते हैं। हो सकता है कि आप उन्हें कुछ ऐसे सुझाव भी दें, जिनके बारे में उन्होंने शायद सोचा भी न हो।
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