साइकोलॉजी एक ऐसी फील्ड है, जो बेहद ही एक्साइटिंग है। इसमें आप लोगों की सोच और उनके व्यवहार को गहराई से समझने की कोशिश करते हैं। साथ ही साथ, उनके मेंटल हेल्थ स्ट्रगल्स को भी ठीक करने में भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाते हैं। यह फील्ड बहुत ही वर्सेटाइल है, जिसमें आप क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट से लेकर स्पोर्ट्स साइकोलॉजिस्ट तक कई तरह की फील्ड को चुन सकती हैं और अपने करियर को आगे बढ़ा सकती हैं।
इस फील्ड में आप अपनी पसंद व प्राथमिकताओं के आधार पर आगे बढ़ सकते हैं। फिर चाहे आप लोगों के साथ आमने-सामने काम करना पसंद करते हों या रिसर्च करना चाहते हों या फिर एथलीट्स को उनका बेस्ट देने में मदद करना चाहते हों, साइकोलॉजी में आपके पास ऑप्शन्स की कोई कमी नहीं है। हालांकि, अभी आप इस बात को लेकर कन्फ्यूज़ हैं कि आपको साइकोलॉजी के फील्ड में किस तरह आगे बढ़ना चाहिए, तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ बेहतर करियर ऑप्शन्स के बारे में बता रहे हैं-
क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट (Clinical Psychologist)
क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट मुख्य रूप से लोगों की मेंटल हेल्थ कंडीशन को बेहतर बनाने पर काम करते हैं। वे एंग्जाइटी से लेकर सिज़ोफ्रेनिया जैसी गंभीर मेंटल हेल्थ प्रोब्लम्स से निपटने में मदद करते हैं। वे खुद का क्लिनिक खोलकर अकेले भी काम कर सकते हैं या फिर हॉस्पिटल्स में अपनी सर्विसेज दे सकते हैं। अगर आपको लोगों की मदद करना अच्छा लगता है तो आप बतौर क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट अपना भविष्य देख सकते हैं।
स्कूल साइकोलॉजिस्ट (school psychologist)
यदि आपको बच्चों के साथ काम करना पसंद है, तो स्कूल साइकोलॉजी में करियर बनाना अच्छा ऑप्शन हो सकता है। स्कूल साइकोलॉजिस्ट एक लाइसेंस मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल्स होते हैं और वे बच्चों से लेकर टीचर्स और पैरेंट्स की एकेडमिक, सोशल और इमोशनल जरूरतों को समझते हुए उन्हें पूरा करने में मदद करते हैं। वे टीचर्स और पैरेंट्स के साथ मिलकर बच्चों की ग्रोथ को सपोर्ट करने के लिए स्ट्रैटेजी बनाते हैं।
फोरेंसिक साइकोलॉजिस्ट (Forensic Psychologist)
साइकोलॉजी के फील्ड में फोरेंसिक साइकोलॉजिस्ट बनना भी एक अच्छा विचार हो सकता है। वास्तव में फोरेंसिक साइकोलॉजिस्ट लीगल सिस्टम के साथ काम करते हैं और उन्हें अपराधी के व्यवहार को समझने में मदद करते हैं। यहां तक कि क्रिमिनल इनवेस्टिगेशन में भी मदद करते हैं। इस तरह वे साइकोलॉजी को कानून के साथ जोड़ने की एक कड़ी के रूप में काम करते हैं।
स्पोर्ट्स साइकोलॉजिस्ट (Sports Psychologist)
अगर आप खेलों में रुचि रखते हैं और यह जानना पसंद करते हैं कि माइंड परफार्मेंस को कैसे प्रभावित करता है, तो स्पोर्ट्स साइकोलॉजी एक बेहतर फील्ड हो सकता है। यह एक उभरता हुआ फील्ड है, जिसमें प्रोफेशनल एथलीट्स को उनकी परफार्मेंस बेहतर बनाने से लेकर प्रेशर से डील करने और इंजरीज को रिकवर करने के लिए मेंटल स्ट्रैटेजी पर फोकस करते हैं।
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रिसर्च साइकोलॉजिस्ट (Research Psychologist)
रिसर्च साइकोलॉजिस्ट एक्सपेरिमेंट्स से लेकर डेटा के साथ काम करना पसंद करते हैं। ये साइकोलॉजिस्ट यूनिवर्सिटीज, रिसर्च इंस्टीट्यूट्स या फिर प्राइवेट सेक्टर्स में काम करते हैं। वे ये समझने के लिए अध्ययन करते हैं कि व्यक्ति कैसे सोचते हैं, महसूस करते हैं और व्यवहार करते हैं।
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Image Credit- freepik
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