आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। ChatGPT जैसे टूल्स हमारे रोजमर्रा के काम को आसान तो करते हैं, लेकिन कुछ लोग इनका इस्तेमाल गलत कामों के लिए भी कर रहे हैं। हाल में ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि कुछ दिनों पहले Ghibli स्टाइल पोट्रेट के लिए धड़ाधड़ इस्तेमाल होने वाले ChatGPT पर अब नकली आधार और पैन कार्ड बन रहे हैं। चैटजीपीटी से नकली आधार और पैन कार्ड बनाने वाली खबर सिर्फ हैरान करने वाली नहीं, बल्कि चिंता बढ़ाने वाली भी है।
एक बार सोचकर देखिए, अगर कोई आपकी पहचान का गलत इस्तेमाल कर लें या आपके नाम से फर्जी डॉक्यूमेंट बना दे तो इसका नतीजा गंभीर हो सकता है। इससे आपकी प्राइवेसी ही नहीं खतरे में आएगी, बल्कि आप कानूनी झंझट में भी फंस सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप सतर्क रहें और समझें कि नकली और असली डॉक्यूमेंट्स में किस तरह पहचान की जा सकती है। साथ ही धोखाखड़ी से कैसे बचा सकता है। इस आर्टिकल में हम आपको आसान भाषा में बता रहे हैं कि किस तरह से फर्जी डॉक्यूमेंट्स बनाए जा रहे हैं और किन टिप्स की मदद से फ्रॉड से बचा जा सकता है।
नकली आधार कार्ड और पैन कार्ड कैसे बन रहे हैं?
ChatGPT is generating fake Aadhaar and PAN cards instantly, which is a serious security risk.
— Yaswanth Sai Palaghat (@yaswanthtweet) April 4, 2025
This is why AI should be regulated to a certain extent.@sama @OpenAI pic.twitter.com/4bsKWEkJGr
Ghibli स्टाइल इमेज की तरह ही चैटजीपीटी पर नकली आधार कार्ड और पैन कार्ड फोटो बन रहे हैं। इसके लिए ChatGPT पर आसान-सी भाषा में प्रॉम्पट लिखना है। उदाहरण के तौर पर, "Create an Aadhar Card prototype for a man/woman name XYZ with address and random phone number"
पैन कार्ड के लिए भी इसी तरह का प्रॉम्प्ट दिया जा सकता है। हालांकि, जब हमने बिना किसी प्रॉप्म्ट के आधार कार्ड चैटजीपीटी से बनाने की कोशिश की तो, उस पर लिखा आया कि फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड या किसी भी तरह का नकली दस्तावेज बनाना गैरकानूनी है और इसके गंभीर कानूनी परिणाम हो सकते हैं।
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कैसे करें असली और नकली आधार कार्ड की पहचान?
चैटजीपीटी या अन्य AI टूल्स से बने आधार या पैन कार्ड की पहचान करना बहुत आसान है। बस इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखने की जरूरत होगी।
फोटो
आधार या पैन कार्ड पर सबसे पहले फोटो देखें। अगर AI से बनी तस्वीर होगी, तो उसमें असली और नकली के बीच अंतर किया जा सकता है। AI से बनी तस्वीरों में बारीकी से देखने पर फीचर्स अलग दिखाई देते हैं या फिर एकदम स्मूथ होते हैं जो असली डॉक्यूमेंट्स में नहीं होते हैं।
शब्दों का फॉन्ट
असली और नकली डॉक्यूमेंट्स में हिंदी-अंग्रेजी का फॉन्ट अलग हो सकता है। टाइपोग्राफी में भले ही मामूली अंतर होगा, लेकिन डिजाइन या शब्दों के बीच स्पेस से असली और नकली के बीच अंतर किया जा सकता है।
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QR कोड
असली और नकली आधार कार्ड में सबसे बड़ा अंतर QR कोड का होगा। असली और नकली आधार कार्ड पहचानने के लिए क्यूआर कोड स्कैन करके देखा जा सकता है। इससे डॉक्यूमेंट की पहचान मिनटों में सामने आ सकती है।
वेरिफाई करें
असली और नकली आधार कार्ड की पहचान ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर वेरिफिकेशन से की जा सकती है। इसके लिए UIDAI की वेबसाइट या MyAadhaar पर जाएं और आधार कार्ड पर लिखे नंबर को दर्ज करें। इससे अगर आधार कार्ड ओरिजिनल होगा तो यह लिखा आएगा कि 'दर्ज किया गया नंबर ठीक है' या फिर 'आधार वेरिफिकेशन पूरा हुआ'। वहीं, अगर आधार कार्ड नकली होगा तो वेरिफाई नहीं होगा, इससे आप धोखाधड़ी से बच सकते हैं।
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Image Credit: Freepik and Herzindagi.Com
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