अरे वो देखो....जहाज...आसमान में उड़ते देख यकीनन यह जुम्ला आपने भी बोला होगा। बचपन में तो जहाज देखने की खुशी अलग ही होती थी। हालांकि, खुशी के साथ कई सवाल भी होते थे कि कैसे जहाज आसमान में आसानी से उड़ता है और अपना रास्ता तय करता है। जहाज को कैसे उड़ाया जाता है? कौन-कौन जहाज उड़ा सकता है?
उफ्फफफफफ...इतने सारे सवाल कि मन बोल उठता था कि बड़े होकर जहाज में बैठेंगे या जहाज उड़ाऊंगे। हालांकि,जब हम जहाज में बैठते हैं, तो हमारे सवालों के जवाब खुद ही मिल जाते हैं सिवाय जहाज उड़ाने की इच्छा पूरी नहीं हो पाती। पर क्या आप जानते हैं कि आप जहाज उड़ाने का सपना साकार कर सकते हैं वो भी सिर्फ पायलट का कोर्स करके।
वैसे तो इसके दो रास्ते हैं। पहला ये कि आप चाहें तो अपने इंटरनेशनल टूर्स को प्लान कर लें या पायलट बनकर खुले आसमान को छू लें। इसी क्रम में अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आप पायलट किस कोर्स को करके बन सकते हैं, तो आइए विस्तार से जानते हैं।
बैचलर ऑफ साइंस एविएशन
पायलट बनने के लिए यह बहुत जरूरी है कि कैंडिडेट की 12वीं फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथमेटिक्स सब्जेक्ट्स में क्लीयर होनी चाहिए। इसके बाद, आपका आगे का रास्ता बहुत आसान हो जाएगा। आप एविएशन में बैचलर कोर्स करने के लिए योग्य हो जाएंगे। बता दें कि विमान या एविएशन वैमानिकी इंजीनियरिंग का एक क्षेत्र है। B.sc विमानन कोर्स में प्रवेश के लिए कोई प्रवेश परीक्षा नहीं है।
हालांकि, अब कई यूनिवर्सिटीज में उम्मीदवारों के 10+2 प्रदर्शन के आधार पर एक मेरिट सूची तैयार करते हैं। जून-जुलाई माह में कॉलेज में फॉर्म भी मिलने शुरू हो जाते हैं। आप भी अपने पसंद के कॉलेज के हिसाब से बैचलर ऑफ साइंस एविएशन का ऑफलाइन कोर्स भर सकते हैं।
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बीबीए कोर्स इन एविएशन मैनेजमेंट
आप बीबीए कोर्स इन एविएशन मैनेजमेंट कोर्स का भी चुनाव कर सकते हैं। यह पूरे तीन साल का कोर्स है, जिसमें छात्रों को एविएशन मैनेजमेंट के क्षेत्र में फाइनेंशियल अकाउंटिंग, कार्गो हैंडलिंग, एविएशन मार्केटिंग, ऑर्गेनाइजेशन बिहेवियर, एयरलाइंस के एयरपोर्ट फंक्शन आदि से संबंधित विषयों के बारे में विस्तार से पढ़ाया जाता है।
इस कोर्स को आप प्राइवेट या गवरमेंट कॉलेज से आसानी से कर सकते हैं। पर आपको इस कोर्स को करने के लिए बजट सही रखना होगा क्योंकि हर साल इसकी फीस भरनी होगी।
एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग
इंजीनियरिंग में ऐसी फील्ड है, जिसमें एयरक्राफ्ट को ऑपरेट करना, उसकी डिजाइनिंग और डेवलपमेंट जैसे विषय शामिल हैं। बता दें कि यह कोर्स करने के लिए लगभग 8 लाख का खर्च आएगा क्योंकि यह 4 साल होता है। इसमें छात्रों की योग्यता साइंस स्ट्रीम से न्यूनतम 60-70 प्रतिशत अंकों के साथ 10+2 और 3 साल के इंजीनियरिंग डिप्लोमा करने के बाद टॉप एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कॉलेजया यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए AME CET परीक्षा देनी होगी।
NDA एग्जाम
12वीं कक्षा के बाद आप NDA एग्जाम दे सकते हैं। अगर आप भारतीय वायु सेनामें भर्ती होना चाहते हैं, तो नेशनल डिफेंस एकेडमी यानी NDA आपके लिए एक गोल्डन अपॉर्चुनिटी है। ऐसे में अगर NDA में आपका सिलेक्शन हो जाता है। आप यहां से पायलट ट्रेनिंग का तीन साल का कोर्स कर सकते हैं।
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अन्य टिप्स
- पायलट बनने या जहाज उड़ाने के लिए जरूरी है कि आपने DGCA का क्लास 2 मेडिकल क्लियर किया हो।
- आपने कम से कम 250 घंटों की उड़ान भरी हो।
- आपके पास किसी एविएशन इंस्टिट्यूट की डिग्री हो।
- आपके पास कमर्शियल पायलट लाइसेंस हो।
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