अगर आपका कभी किसी वजह से बिहार जाने का प्लान बने और आपको इनमें से किसी शहर में रूकना पड़े तो इस मौके को हाथ से जाने ना दें और इन जगहों पर जरूर घूमने जाएं। तो चलिए हम आपको बताते हैं बिहार के कुछ ऐसे पर्यटन स्थलों के बारे में जहां आप घूमने जा सकती हैं। लेकिन उससे पहले बिहार के इतिहास के बारे में कुछ बातें जरूर जान लें।
बिहार को प्राचीन काल में मगध के नाम से जाना जाता था और इसकी राजधानी पटना को पाटलिपुत्र। यहां का इतिहास उतना ही पुराना है जितना भारत। यहां मौर्य, गुप्त और मुगल शासकों ने राज किया। माना यह जाता है कि बिहार शब्द की उत्पत्ति बौद्ध विहारों के विहार शब्द से हुई, जिसे बाद में बिहार कर दिया गया। यह राज्य नेपाल, पश्चिम बंगाल, यूपी और झारखण्ड से घिरा हुआ है। बिहार भारत के इतिहास में ऐतिहासिक, साहित्यिक और धार्मिक सभी स्तरों पर महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। तो आइए जानते हैं इतनी खुबियों वाले राज्य में आप क्या-क्या देख सकती हैं।
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भागलपुर शहर से करीब पचास किलोमीटर पूर्व अंतीचक गांव स्थित विक्रमशिला विश्वविद्यालय (सबसे पुराने 5 विश्वविद्यालयों के बारे जानें) का खंडहर पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फेमस है और विदेशों से भी पर्यटक इस विश्वविद्यालय को देखने आते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना पाल वंश के राजा धर्मपाल ने 8वीं सदी के अंतिम वर्षों या 9वीं सदी की शुरुआत में की थी। करीब चार सदियों तक वजूद में रहने के बाद 13वीं सदी की शुरुआत में यह नष्ट हो गया। विक्रमशिला के अलावा यहां का प्रमुख पर्यटन स्थल गंगात्मक डॉल्फिन अभयारण्य है जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
नालंदा जिले में स्थित पावापुरी बिहार के धार्मिक स्थलो में शामिल है और जैन धर्म वालों के लिए किसी तीर्थ स्थल से कम नहीं है। यहां भगवान महावीर को पांच सौ ईसा पूर्व में दफनाया गया था और इस स्थान को अपापुरी के नाम से भी जाना जाता है। यह शहर पटना से लगभग 83 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पावापुरी का जलमंदिर पर्यटकों के बीच काफी लौकप्रिय है और यहां का मुख्य मंदिर भी है। यहां पर भगवान महावीर का दाह संस्कार हुआ था। ऐसा माना जाता है उनके दाह संस्कार में इतने लोग एकत्रित हुए थे कि राख उठाते-उठाते मिट्टी उठाने लगे, इस से एक छोटे तालाब का निमार्ण हो गया। जिसे बाद में बड़े तालाब का रूप देकर इसके बीच एक भव्य मंदिर बनावाया गया, जो जल मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। इसके अलावा श्वेताम्बर जैन मंदिर, समोसरन मंदिर, दिग्म्बर जैन मंदिर और दादा गुरूदेव का मंदिर देखने लायक हैं।
राजगीर बिहार (बिहार के 5 प्रसिद्ध टूरिस्ट डेस्टिनेशन) के धार्मिक स्थलों की सूची में शामिल एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। राजगीर शहर का संबंध जैन और बौद्ध धर्म से है। आपको बता दें कि भगवान बुद्ध और भगवान महावीर ने अपने जीवन का कुछ समय इस स्थान पर आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व के उपदेश देते हुए बिताया था। यह शहर अपनी खूबसूरत वादियों, पहाड़ियों, घने हरे-भरे जंगलों, झरने और गुफाओं के लिए फेमस है। यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शांति स्तूप, मखदुम कुंड, बिम्बिसार की जेल, वीरयातन संग्रहालय, साइक्लोपियन दीवार, वेणुवन, ग्रिधाकुटा, सोन भंडार, सप्तपर्णी गुफा शामिल हैं। इसके अलावा यहां मनियार मठ, कुंडलपुर, तपोधर्मा मंदिर, ह्वेन त्सांग मेमोरियल हॉल, सारिपुत्र का स्तूप, अजातशत्रु किला, पांडु पोखर घूमने लायक जगहों में शामिल हैं। वहीं, जरासंध का अखाड़ा, चेरियट ट्रैक्स, हॉट स्प्रिंग्स और घोड़ा कटोरा झील भी दर्शनीय हैं।
मधुबनी मिथिला संस्कृति का अंग और केंद्र बिंदू है। रामायण में इस शहर का उल्लेख मिलता है। यह शहर अपनी शानदार मधुबनी पेंटिंग के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। आपको बता दें कि सुपौल और सीतामढ़ी मधुबनी के प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों में से एक हैं। पर्यटक भारी संख्या में मधुबनी घूमने आते हैं। यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में सौराठ, जयनगर, कपिलेश्वरनाथ, झंझरपुर, भवानीपुर और फुल्लाहर शामिल हैं।
सीतामढ़ी को सीता के जन्मस्थान के रूप में जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि सीतामढ़ी के पूनौरा नामक स्थान पर जब राजा जनक ने खेत में हल जोते तो उस समय धरती से सीता का जन्म हुआ था और सीता के जन्म के कारण ही इस शहर का नाम सीतामढ़ी पड़ा। सीतामढ़ी के प्रमुख पर्यटन स्थल जानकी स्थान मंदिर, हलेश्वर स्थान, उर्बीजा कुंड, बगही मठ, पंथ पाकड़ इत्यादि हैं।
हाजीपुर भारत के ऐसे स्थानों में शामिल है जो अतीत और वर्तमान को सालों से अपने में समेटे हुए है। यह शहर भगवान बुद्ध, इस्लाम और ब्रिटिश काल से जुड़े रोचक तथ्यों के लिए फेमस है। हाजीपुर में हिन्दू और जैन धर्म के कई मंदिर स्थित हैं जो पर्यटकों की आस्था का मुख्य केंद्र हैं, जिसमें बटेश्वरनाथ मंदिर, पातालेश्वर मंदिर और रामचौरा मंदिर प्रमुख हैं। इसके अलावा यहां घूमने के लिए महात्मा गांधी सेतु, कौन हारा घाट भी हैं।
बिहार के प्रमुख आकर्षण में शामिल मुजफ्फरपुर बागमती और लखनदेई नदियों के निकट बसा है। लीची के लिए प्रसिद्ध मुजफ्फरपुर पटना से लगभग 71 किलोमीटर दूर है। यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में बाबा गरीब नाथ मंदिर, जुब्बा सहानी पार्क, रामचंद्र साही संग्रहालय, खुदीराम बोस मैमोरियल, चतुर्भुज स्थान मंदिर, श्रीराम मंदिर, रामन देवी मंदिर शामिल हैं।
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तो अगर अगली बार आपका इनमें से किसी जगह घूमने का प्लान बने तो आप इन पर्यटन स्थलों को देखे बिना वापस ना आएं। अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो जुड़ी रहिए हमारे साथ। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए पढ़ती रहिए हरजिंदगी।
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