भारतीय संस्कृति में महाकुंभ मेला एक खास जगह रखता है। यही कारण है कि यहां स्नान करने के लिए करोड़ों लोग अब तक जा चुके हैं। आस्था, भक्ति और परंपरा के इस संगम में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक हर कोई जा रहा है। इस मेले की परंपरा हजारों वर्षों से चली आ रही है। यह मेला हर 12 साल में एक बार किया जाता है और इस बार साल 2025 में यह मौका आया है। इस मेले का हिंदू धर्म में धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। माना जाता है कि अगर आप यहां गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के त्रिवेणी संगम में स्नान करते हैं, तो आपके पाप धुल जाते हैं और आपको मोक्ष की प्राप्ति होती है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको प्रयागराज में स्थित कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताएंगे, जहां आपको जाना चाहिए।
अमर शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद पार्क
अगर स्नान के बाद आप अपने परिवार और बच्चों के साथ भीड़-भाड़ से दूर कहीं सुकून के पल बिताना चाहते हैं, तो इस पार्क में आ सकते हैं। यह हरा-भरा पार्क आपको शोर-गुल से दूर ले जाता है। बच्चों को यहां आना अच्छा लगेगा और आपको पूरे दिन उनपर नजर रखने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि यहां से वह गुम भी नहीं होंगे। यह एक खूबसूरत जगह है, यहां आप प्रकृति के करीब महसूस करेंगे। प्रवेश टिकट 5 रुपये है। यहां कोई टाइम लिमिट नहीं है, इसलिए आप जब तक चाहें तब तक यहां रह सकते हैं। इसके साथ ही, ताजे पीने के पानी की सुविधा और वॉशरूम की भी सुविधा है। यह प्रयागराज में घूमने के लिए अच्छी जगह में से एक है।
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खुसरो बाग, प्रयागराज
बच्चों के साथ आप खुसरो बाग भी जा सकते हैं। यह प्रयागराज का एक विशाल ऐतिहासिक बाग है। इस पुराने स्मारक का बहुत अच्छी तरह से रखरखाव किया गया है। इसलिए यहां आना आपको अच्छा लगेगा। जगह थोड़ी भीड़भाड़ वाली लग सकती है, लेकिन फिर संगम स्थल जैसा अहसास नहीं होगा।यहां जाने के लिए आप रेलवे स्टेशन के पास वाले गेट से प्रवेश करें। इससे आपको वापस रेलवे स्टेशन आने में भी परेशानी नहीं होगी।महाकुंभ तक पहुंचने के लिए स्पेशल ट्रेनचलाई जा रही हैं। इसलिए आपको ट्रेन मिलने में मुश्किल नहीं होगी।इसके साथ ही ध्यान रखें कि आप मछली बाजार के पास वाले गेट से प्रवेश कर रहे हैं, तो अपना वाहन पास में सही स्थान पर पार्क करें, क्योंकि गेट के किनारे या फुटपाथ के पास पार्क करने पर उठा लिया जाएगा।
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श्री मां ललिता देवी मंदिर
अगर आप इस मंदिर में जा रहे हैं, तो दोपहर 12 बजे से पहले या शाम 4:30 बजे के बाद जाएं। क्योंकि इस बीच मंदिर बंद ही रहता है। बहुत शांतिपूर्ण और स्वच्छ मंदिर, जहां मंत्र की ध्वनि और हवन की खुशबू आपको सुकून का अहसास करवाएगी। यह शक्तिपीठ मंदिर है जो मीरापुर प्रयागराज में स्थित है।
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