Kandariya mahadeva temple: पूर्व से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण भारत में ऐसे लाखों मंदिर है, जिन्हें प्राचीन काल से पवित्र स्थान माना जाता रहा है। एक तरह से हिंदुस्तान असंख्य मंदिरों का घर भी है।
मध्य प्रदेश का खजुराहो परिसर भी कई पवित्र और विश्व प्रसिद्ध मंदिरों का घर बोला जाता है। यहां कुछ ऐसे मंदिर है, जिनका इतिहास और पौराणिक कथा कई बार चकित कर देता है।
खजुराहो परिसर में मौजूद कन्दारिया महादेव मंदिर भी पवित्र और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल माना जाता है। कहा जाता है कि यहां सच्चे मन में जो भी भक्त आता है, उसकी सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको कन्दारिया महादेव मंदिर जुड़ी कुछ रोचक और पौराणिक कथाओं के बारे में बताने जा रहे हैं।
कन्दारिया महादेव मंदिर का इतिहास (Kandariya Mahadeva Temple History)
कन्दारिया महादेव मंदिर मध्य प्रदेश के साथ-साथ भारत की एक ऐतिहासिक धरोहर है। यह पवित्र मंदिर खजुराहो परिसर में मंदिरों के पश्चिमी समूह का सबसे बड़ा मंदिर माना जाता है।
कन्दारिया महादेव मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण करीब 1025-1050 ईस्वी में चन्देल वंश के राजा विद्याधर द्वारा करवाया गया था। इस प्रसिद्ध मंदिर को कई लोग चतुर्भुज मंदिर के नाम से भी जानते हैं और यह पूर्ण रूप से भगवान शिव को समर्पित है। साल 1986 में इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों में शामिल कर लिया गया था।
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कन्दारिया महादेव मंदिर की वास्तुकला (Kandariya Mahadeva Temple Architecture)
कन्दारिया महादेव मंदिर खजुराहो के प्रमुख मंदिरों में से एक है। इस मंदिर का परिसर लगभग 2.3 वर्ग मील में फैला हुआ है। कहा जाता है कि यह मंदिर बड़े खम्बों और टावर से मिलकर बना हुआ है।
कन्दारिया महादेव मंदिर अपनी दीवारों में विस्तृत और अद्भुत नक्काशी के लिए दुनिया भर में फेमस है। इस पूरे मंदिर का निर्माण चबूतरे पर करवाया गया है। कहा जाता है कि गर्भगृह के अंदर लिंग है जो संगमरमर से बना है।
खजुराहो डांस फेस्टिवल (Khajuraho Dance Festival)
शायद आपको मालूम हो, अगर नहीं मालूम है तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खजुराहो में स्थित कन्दारिया महादेव मंदिर के पास हर साल खजुराहो डांस फेस्टिवल का आयोजन होता है।
खजुराहो डांस फेस्टिवल हर साल फरवरी और मार्च के बीच में आयोजित होता है। इस फेस्टिवल को देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक पहुंचते हैं। इस डांस फेस्टिवल में कथक, भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी और ओडिसी लोकप्रिय नृत्य का आयोजन होता है।
महशिवरात्रि पर अधिक संख्या में पहुंचते हैं भक्त (Kandariya Mahadeva Temple on Mahashivratri)
कहा जाता है कि कन्दारिया महादेव मंदिर में महशिवरात्रि का पवित्र त्योहार बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस खास मौके पर देश के लगभग हर कोने से भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
महाशिवरात्रि के खास मौके पर कन्दारिया मंदिर के आसपास कई कार्यक्रम का आयोजन भी होता है। लोक कथा के अनुसार यहां जो भी सच्चे मन में आता है उसकी सभी मुरादें पूरी हो जाती हैं।
कन्दारिया महादेव मंदिर घूमने का समय और टिकट (Kandariya Mahadev Temple visiting timings and tickets)
कन्दारिया महादेव मंदिर सप्ताह के पूरे दिन खुला रहता है। ऐसे में आप सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे के बीच दर्शन करने पहुंच सकते हैं।
खजुराहो यानी कन्दारिया महादेव मंदिर परिसर में घूमने के लिए भारतीय नागरिकों को 10 रुपये और विदेशी पर्यटकों को 200 रुपये का टिकट लेना होता है। 15 वर्ष के कम उम्र के बच्चों के लिए कोई टिकट नहीं लगता है।
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कन्दारिया महादेव मंदिर के आसपास घूमने की जगहें (best places around Kandariya Mahadeva Temple)
कन्दारिया महादेव मंदिर के आसपास आपको ऐसे कई पवित्र और विश्व प्रसिद्ध मंदिर मिल जाएंगे, जिनका आप दर्शन कर सकते हैं। जैसे-लक्ष्मी और वराह मंदिर, लक्ष्मण मंदिर, चौसठ योगिनी मंदिर और जवारी मंदिर का भी दर्शन कर सकते हैं।
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