अयोध्या नगरी जो कई सालों से अपने भगवान राम के आने का इंतजार कर रही थी, वो सपना आज पूरा हो गया है। आज यानी 22 जनवरी 2024 को रामलला अपने मंदिर में विराजमान हो गए हैं। हालांकि, अभी निर्माण कार्य थोड़ा ही पूरा हुआ है।
इसलिए इसपर काम काफी समय तक जारी रहेगा, ताकि इस मंदिर को और ज्यादा सुंदर और सिक्योरिटी के लिहाज से सुरक्षित बनाया जा सके। एक लंबे वक्त के बाद राम मंदिर को तैयार किया जा रहा है। ऐसे में यकीनन आप भी रामलाल से जुड़ी हर चीज जानने के इच्छुक होंगे, मगर क्या आप राम लड्डू की कहानी जानते हैं?
आखिर राम लड्डू का वाकई में राम से कोई संबंध है? अगर नहीं, तो क्यों इसे राम लड्डू कहा जाता है। अगर आप भी इससे जुड़ी बातें जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए मददगार साबित हो सकता है।
राम लड्डू के बारे में जानें
राम लड्डू इंडिया का सबसे पॉपुलर स्ट्रीट फूड है। यह आपको कहीं भी आसानी से खाने के लिए मिल जाएगा। आप किसी भी राज्य से हों या कहीं भी रहते हों, आपके घर के आसपास में स्ट्रीट फूड की दुकान पर राम लड्डू खाने के लिए मिल जाएगा।
बता दें यह एक तरह का नमकीन लड्डू है, जिसे हरी और लाल दोनों तरह की चटनी से खाया जाता है। स्वाद बढ़ाने के लिए मूली का इस्तेमाल किया जाता है, कुछ लोग इमली की चटनी का भी इस्तेमाल करते हैं। अगर आपने अभी तक राम लड्डू नहीं खाए हैं, तो एक बार जरूर करें।
इसे जरूर पढ़ें-मिनटों में निकाल पाएंगे मूंगफली के छिलके, शेफ रणवीर बरार से जानें हैक
क्या राम लड्डू का राम से है कोई संबंध?
दिल्ली से लेकर अयोध्या में राम लड्डू फेमस हैं। दाल से बने राम लड्डू खाने में बहुत ही टेस्टी लगते हैं। पर आपको जानकर हैरानी होगी कि इसका संबंध भगवान राम से नहीं है। इसका गीता में कोई प्रमाण नहीं मिलता है, तो अब सवाल यह है कि फिर इसे राम लड्डू क्यों कहा जाता है। आइए दूसरे पॉइंट में जानने की कोशिश करते हैं।
राम लड्डू नाम कैसे पड़ा?
वो कहते हैं ना जिसका कोई नहीं होगा उसका खुदा या राम होता है। तो बस राम लड्डू इसी हिंदू मान्यता का पालन करता है। एक पूरी कहावत है बिना नाम वाली किसी भी चीज का श्रेय हमेशा सबसे पूजनीय देवताओं में से एक राम को दिया जा सकता है। (राम लड्डू का मजा मिलेगी दिल्ली के इन हॉट स्पॉट्स पर)
इसके साथ भी ऐसा ही हुआ। मगर इंडिया टीवी के स्ट्रीट सर्वे के मुताबिक लाजपत नगर में राम लड्डू बेचने वाले भैया ने एक राम लड्डू की कहानी बताई। बात सन 1983 की है, जब लाजपत नगर में राम लड्डू की दुकान चल रही थी। दुकान के मालिक का नाम राम बाबू था और उन्हीं के नाम पर राम लड्डू इनका नाम पड़ा।
तो बात साफ है इस लड्डू का भगवान राम से कोई कनेक्शन नहीं है। इनका नाम सिर्फ राम लड्डू है और वो दुकान के मालिक की वजह से है।
इसे जरूर पढ़ें-भारतीय मिर्च की इन किस्मों को मिले हैं GI Tag, देखें लिस्ट
राम लड्डू की चाट
सड़क के किनारे मिलने वाले राम लड्डू को चाट का रूप दिया जाता है। इसे बनाने के तीन आसान स्टेप होते हैं-
- पहला प्लेट में मूंग दाल के बने गरमा गरम पकौड़े डालें।
- दूसरा लड्डू पर कद्दूकस की हुई मूली डालें।
- तीसरा और आखिरी स्टेप है हरी चटनी और लाल चटनी को डालकर और ऊपर से चाट मसालाभी डाला जाता है।
ऐसे तैयार होते हैं राम लड्डू जिसका स्वाद एक बार खाने के बाद आपको हमेशा याद रह जाता है और आप इसे दोबारा खाने से खुद को कभी भी रोक नहीं पाएंगी।
आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें-
अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।
Image Credit- (@Freepik)
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों