वैकुंठ के दौरान आखिरी बार इस घाट पर गए थे भगवान श्रीराम, अयोध्या दर्शन करने वाले यहां जरूर जाएं

श्री राम की नगरी अयोध्या प्राचीन काल के रहस्यों से भरी है। यहां की एक-एक जगह आपको पौराणिक मान्यताओं और इतिहास का अहसास करवाएगी। इनमें से ही एक अयोध्या घाट है, जहां हर दिन लोगों की भीड़ श्री राम के दर्शन के लिए उमड़ती है। 

 

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राम मंदिर बनने के बाद अब हर कोई रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या जाने का प्लान बना रहा है। ऐसे में लोग 2 से 3 दिन का ट्रिप तो प्लान करते ही हैं। इस ट्रिप में लोग राम मंदिर के अलावा भी आस-पास स्थित जगहों पर घूमने जाते हैं।

आज के इस आर्टिकल में हम आपको अयोध्या में स्थित ऐसे घाट के बारे में जानकारी देंगे, जिसका श्री राम के साथ खास कनेक्शन है। माना जाता है कि जब भगवान राम को परमधाम जाना था तो वह इसी घाट पर पहुंचे और अपने परमधाम चले गए। अयोध्या जाने वाले लोगों को श्री राम के अंतिम स्थान पर एक बार दर्शन के लिए जरूर जाना चाहिए।

गुप्तार घाट का इतिहास

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पहले इस घाट का नाम गो प्रतारण घाट था। यहां गाय नदी को पार करके जाती थी। लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर गुप्तार घाट कर दिया गया। इसे गुप्तार घाट के नाम से इसलिए जाना जाता है, क्योंकि श्री राम आखिरी बार वैकुंट के दौरान इसी घाट पर आए और अपने शरीर को गुप्त कर लिए था। यहां भगवान श्रीराम ने जल समाधि ली थी। यह अयोध्या में घूमने के लिए अच्छी जगहमें से एक है।

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गुप्तार घाट पर नहाने से होती है मन्नत पूरी

माना जाता है कि इस घाट पर दर्शन करने और इसमें नहाने से श्रद्धालुओं की मन्नत पूरी होती है। इसलिए यहां आने के बाद कोई भी बिना नहाए वापस नहीं जाता है।

अयोध्या में कहां स्थित है गुप्तार घाट

  • यह घाट राम की नगरी अयोध्या में से लगभग 5 किलोमीटर पर स्थित है।
  • अयोध्या रेलवे स्टेशन से घाट की दूरी 10 किमी है।
  • इसके अलावा यहां फ्लाइट से भी पहुंचा जा सकता है।
  • अगर आप सड़क मार्ग से आ रहे हैं, तो आस-पास के राज्यों से आपको बसें मिल जाएंगी।

गुप्तार घाट में करने के लिए चीजें

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यहां आप बोटिंग कर सकते हैं। वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज समेत सेल्फी व टूरिस्ट स्पॉट के तौर पर इसे अधिक पसंद किया जाता है। 19वीं सदी में राजा दर्शन सिंह द्वारा गुप्तार घाट का नवनिर्माण करवाया गया था। इस घाट का नवनिर्माण करवाया गया था। इस घाट पर आपको कई मंदिर भी दर्शन के लिए मिलेंगे। जिसमें राम जानकी मंदिर, पुराने चरण पादुका मंदिर, नरसिंह मंदिर और हनुमान मंदिर स्थित है।

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