Best Places Around Triveni Sangam Mahakumbh Prayagraj: विश्व के सबसे बड़े मेले यानी महाकुंभ 13 जनवरी से ही शुरू है। खबरों के मुताबिक त्रिवेणी संगम में अभी तक करोड़ों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
महाकुंभ में अभी तक 2 शाही स्नान हो चुके हैं और 29 जनवरी को मैनी अमावस्या के दिन तीसरा और 3 फरवरी वसंत पंचमी के दिन चौथा शाही स्नान होने वाला है। यह मेला आगामी 26 फरवरी तक चलने वाला है।
महाकुंभ में उमड़ती भीड़ को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में त्रिवेणी संगम में करोड़ों श्रद्धालु स्थान की डुबकी लगाने वाले हैं। त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के बाद कई लोग आसपास की जगहों पर भी घूमना पसंद करते हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको त्रिवेणी संगम यानी घाट से किमी के हिसाब से मौजूद कुछ शानदार और चर्चित जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां गंगा स्नान के बाद आप भी घूमने के लिए पहुंच सकते हैं।
श्रृंगवेरपुर धाम (Shringverpur Dham)
त्रिवेणी संगम से कुछ ही किमी के आसपास में स्थित कुछ शानदार और चर्चित जगह घूमने की बात होती है, तो कई लोग सबसे पहले श्रृंगवेरपुर धाम ही पहुंचते हैं। श्रृंगवेरपुर धाम एक धार्मिक स्थल भी माना जाता है, जिसे भगवान राम से जोड़कर देखा जाता है।
पौराणिक कथा के अनुसार यह कहा जाता है कि जब भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण वनवास जा रहे हैं, तो श्रृंगवेरपुर से ही गंगा पार किया था। इस जगह का उल्लेख रामायण में भी किया गया है। यहां एक पवित्र राम मंदिर है, जहां रामनवमी के हजारों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के यहां मेला भी लगता है। यहां श्री राम घाट में मौजूद है।
- दूरी-त्रिवेणी संगम से श्रृंगवेरपुर धाम की दूरी करीब 41 किमी है।
कौशांबी (Kaushambi)
त्रिवेणी घाट के आसपास में स्थित कौशांबी भी एक खूबसूरत और ऐतिहासिक जगह है। यह खूबसूरत शहर भगवान गौतम बुद्ध की तपोस्थली के नाम से जाना जाता है, जहां विश्व भारत से पर्यटक घूमने के लिए पहुंचते हैं।
कौशांबी सिर्फ बुद्ध जी के लिए ही नहीं, बल्कि जैन धर्म और हिंदुओं के लिए भी खास माना जाता है। कहा जाता है कि यहां स्थित बुद्ध मठ का निर्माण कंबोडिया सरकार से करवाया था। यहां मां शीतला देवी का मंदिर भी मौजूद है। नवरात्रि के यहां लाखों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं। कौशांबी, प्रभास गिरी पहाड़ के लिए भी जाना जाता है, जहां कई लोग एडवेंचर एक्टिविटी का लुत्फ उठाने पहुंचते हैं।
- दूरी-त्रिवेणी घाट से कौशांबी की दूरी करीब 57 किमी है।
सीता समाहित स्थल, सीतामढ़ी (Sita Samahit Sthal Sitamarhi)
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में स्थित सीता समाहित स्थल जिसे कई लोग सीतामढ़ी के नाम से भी जानते हैं। यह उत्तर प्रदेश का एक चर्चित और प्रमुख तीर्थ स्थल माना जाता है। यहां हर समय पर्यटकों की भीड़ मौजूद रहती हैं।
सीता समाहित स्थल को लेकर पौराणिक मान्यता है कि माता सीता ने इसी जगह अपने आप को धरती में समाहित कर लिया था। यहां एक भव्य मंदिर है, जहां देश के हर कोने से पर्यटक घूमने के लिए पहुंचते हैं। मंदिर परिसर में हनुमान जी का भी एक भव्य मूर्ति है।
- दूरी-त्रिवेणी घाट से सीता समाहित स्थल की दूरी करीब 58 किमी है।
चित्रकूट धाम (Chitrakoot Dham)
चित्रकूट धाम, उत्तर प्रदेश की एक खूबसूरत औरपौराणिक शहर माना जाता है। इस शहर को रामायण काल से भी जोड़कर देखा जाता है। जी हां, पौराणिक मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि वनवास के दौरान भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण चित्रकूट धाम में ही ठहरे थे।
चित्रकूट धाम, पौराणिक मान्यताओं के साथ-साथ प्रकृति खूबसूरती के लिए भी जाना जाता है। यह जगह घने जंगल और खूबसूरत झील-झरने के लिए भी जानी जाती है। चित्रकूट में आप जानकी कुंड, लक्ष्मण पहाड़ी, हनुमान धारा, कामदगिरि मंदिर और राम दर्शन जैसी चर्चित जगहों को भी एक्सप्लोर कर सकते हैं।
- दूरी-त्रिवेणी संगम से चित्रकूट धाम की दूरी करीब 122 किमी है।
इन जगहों पर भी पहुंचें
त्रिवेणी संगम के आसपास में अन्य और भी कई शानदार और चर्चित जगहें मौजूद हैं, जिन्हें आप एक्सप्लोर कर सकते हैं। जैसे 122 किमी दूर स्थित वाराणसी और 164 किमी दूर स्थित अयोध्या को भी एक्सप्लोर कर सकते हैं।
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