हर साल अक्षय तृतीया के बाद मई महीने में केदारनाथ के कपाट खुलते हैं। इसके बाद केदारनाथ की यात्रा और दर्शन शुरू हो जाते हैं। ऐसे में अब केदारनाथ के कपाट खुलने में ज्यादा समय नहीं बचा है। उत्तराखंड में स्थित केदारनाथ धाम चार धाम का हिस्सा है। जिसमें गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ आते हैं। वहीं चार धाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं और मंदिरों के कपाट खुलने के साथ अब चार धाम यात्रा भी शुरू हो जाएगी। हिंदू धर्म में चार धाम यात्रा का विशेष महत्व होता है। ऐसे में हर साल हजारों-लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं।
आपको बता दें इस साल केदारनाथ धाम के पट 2 मई को सुबह 7 बजे खुल जाएंगे। ऐसे में यदि आपने इस साल बाबा भोलेनाथ के दर्शन करने का प्लान बना लिया है, तो आप केदारनाथ के दर्शन करने के बाद उसके आसपास की कुछ जगहों को एक्सप्लोर करना बिल्कुल नहीं भूलें। केदारनाथ की तरह ये जगहें भी किसी जन्नत से कम नहीं हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल में ऐसी तीन जगहों के नाम बताने जा रहे हैं। जहां आपको केदारनाथ के दर्शन करने के बाद जरूर जाना चाहिए।
केदारनाथ के दर्शन के बाद जरूर जाएं ये जगहें
1 सोनप्रयाग (Sonprayag)
सोनप्रयाग बेहद खूबसूरत जगह है। सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी बहती है और यहां पास में त्रियुगी नारायण मंदिर है जहां पर शिव-पार्वती जी का विवाह हुआ था। सोनप्रयाग और केदारनाथ के बीच की दूरी लगभग 21 किलोमीटर है। यह रुद्रप्रयाग का एक गांव है। पहाड़ी और नदी से घिरा यह इलाका देखने में काफी सुंदर लगता है। ऐसे में आप केदारनाथ के साथ यह जगह भी जरूर देखें।
2 चोराबाड़ी ताल (Chorabari Tal)
केदारनाथ के पास स्थित चोराबाड़ी ताल भी देखने लायक जगह है। यह के बेहद शानदार लेक है। चोराबाड़ी ताल को गांधी सरोवर के नाम से भी जाना जाता है। हिमालय की चोटियों से घिरा यह ताल देखते ही आपका मन प्रसन्न हो जाएगा। केदारनाथ से चोराबाड़ी ताल की दूरी महज 2 किलोमीटर है। ऐसे में आप यहां केदारनाथ से पहले या दर्शन करने के बाद आसानी से पहुंच सकती हैं।
3 कालीमठ मंदिर
यह एक सिद्ध शक्तिपीठ है। यह मंदिर रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। इस मंदिर में देवी काली की पूजा होती है और आश्चर्य की बात है कि इस मंदिर में कोई मूर्ति नहीं है बल्कि एक कुंड की यहां पूजा की जाती है। यहां दर्शन करने हजारों लोग हर दिन पहुंचते हैं। केदारनाथ से कालीमठ मंदिर की दूरी 57 किलोमीटर है। कालीमठ में महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती तीनों के मंदिर हैं।
ये भी पढ़ें: साल 2025 में कब से खुल रहे हैं केदारनाथ से लेकर चारों धाम के कपाट
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो, तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ।
Image Credit: freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों