भारत की अपनी एक सभ्यता और संस्कृति हैं, जो सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। इतना ही नहीं, भारत का अपना एक इतिहास रहा है। यहां पर मुगल साम्राज्य से लेकर मौर्य वंश ने लंबे समय तक राज किया है। हर सदी में कुछ स्मारकों का निर्माण किया गया, जो आज भी उस समय की वास्तुकला व शिल्पकला को जीवंत करते हैं। भारत में ऐसे कई स्मारक हैं, जिन्हें देखने के लिए लोग दुनियाभर से आते हैं। आपको शायद पता ना हो लेकिन भारत में 100 से अधिक स्मारक हैं जो आगंतुकों से प्रवेश टिकट लेते हैं। इन प्रवेश शुल्क के रूप में एकत्र किए गए धन से सरकार को भारी मात्रा में राजस्व प्राप्त होता है। फिलहाल कोरोना संक्रमण के चलते भले ही दूसरे देशों से टूरिस्ट का आना अभी संभव नहीं है। लेकिन कुछ समय बाद जब स्थिति सामान्य हो जाएगी, तब यकीनन एक बार फिर से सरकार को इन स्मारकों के जरिए राजस्व प्राप्त होने लगेगा। तो चलिए आज हम आपको इनमें से कुछ स्मारकों के बारे बता रहे हैं-
ताजमहल
दुनिया के सात अजूबों में से शामिल ताजमहल यकीनन भारत में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले स्मारकों में से एक है। इसे शाहजहाँ द्वारा अपनी मृतक पत्नी मुमताज़ के लिए बनाया गया है। दुनिया में प्यार का प्रतीक माने जाने वाले ताजमहल को शाहजहाँ ने रणनीतिक रूप से यमुना नदी के तट पर बनाया। जिसके कारण यह देखने वाले को रोमांचित करने वाले दृश्य प्रस्तुत करता है। इस स्मारक को पूरा होने में 22 साल लगे। यह अपनी तरह का एकमात्र स्मारक है, हालांकि कई जगहों पर अब इसकी रेप्लिका बनाई जा चुकी है, लेकिन कोई भी पूरी तरह से ताजमहल की कॉपी नहीं है।
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लाल किला
लाल किले को 1638 में भारत के तत्कालीन मुगल शासक शाहजहाँ ने बनाया था। इस किले को बनाने का मुख्य कारण अपने विरोधियों से अपने साम्राज्य को सुरक्षित रखना था। इसका आयाम दो किमी तक फैला हुआ है, जो इसे राजधानी का सबसे बड़ा विरासत ढांचा बनाता है। यह किला कई वर्षों तक अजेय रहा हालांकि बाद में ब्रिटिश और सिख सेना ने इस पर कब्जा कर लिया। यह अब एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है और दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में स्थित है।
कुतुब मीनार
क़ुतुब मीनार, प्रारंभिक इंडो-इस्लामिक वास्तुकला शैली में निर्मित एक स्मारक है, जो दुनिया भर में सबसे ऊंची ईंट मीनार है। ऐसा माना जाता है कि दिल्ली सल्तनत के संस्थापक कुतुब-उद-दीन-ऐबक ने 13 वीं शताब्दी में इसका निर्माण शुरू किया था। हालांकि, कुछ इतिहासकारों को संदेह है कि यह एक हिंदू स्मारक हो सकता है। कुतुब मीनार दिल्ली के महरौली क्षेत्र में स्थित है, जो शहर के सबसे पुराने और पॉश स्थानों में से एक है।
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खजुराहो
खजुराहो मुख्य रूप से अपने मंदिरों की दीवारों पर उकेरी गई कामुक मूर्तियों के लिए जाना जाता है। यह शहर उत्तरी मध्य प्रदेश में स्थित है और इसका नाम खजुरा या खजूर के पेड़ से मिला है। खजुराहो के मंदिरों को विश्व भर से लोग देखने के लिए आते हैं। वैसे खजुराहो अपने वार्षिक नृत्य महोत्सव के लिए भी जाना जाता है।
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