पावागढ़ गुजरात के पंचमहल जिले में एक पहाड़ी है जिसका पौराणिक इतिहास है। पावागढ़ हिल का नाम गुजरात में घूमने की महत्वपूर्ण जगहों में शामिल है जिसमें कई किले, हिंदू और जैन मंदिर हैं। इतना ही नहीं, शिखर पर स्थित काली माता मंदिर सबसे लोकप्रिय है। यह माता के पवित्र शक्तिपीठों में से एक है जहां पर मातारानी का वक्षस्थल कट कर गिरा था। इसलिए, यहां पर आने वाला हर पर्यटक इस मंदिर के दर्शन अवश्य करता है। इतना ही नहीं, यहां पर आने वाले पर्यटक रोपवे की सवारी का आनंद भी अवश्य लेते हैं। पावागढ़ में रोपवे की सवारी को भारत में सबसे ऊंची रोपवे सवारी में से एक माना जाता है। पावागढ़ गुजरात के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से कनेक्टेड है और इसकी यह खासियत इसे गुजरात में घूमने की सबसे बेहतरीन जगहों में से एक बनाती है। यूं तो पावागढ़ में आपको एक्सप्लोर करने के लिए काफी कुछ मिलेगा, लेकिन इसके निकट भी टूरिस्ट प्लेसेस की कोई कमी नहीं है। तो चलिए आज हम आपको पावागढ़ के करीब घूमने की कुछ बेहतरीन जगहों के बारे में बता रहे हैं-
पावागढ़ से सिर्फ 4 किलोमीटर दूर चंपानेर शहर का अपना एक ऐतिहासिक महत्व है। इस शहर की स्थापना चावड़ा राजवंश के एक शासक वनराज चावड़ा ने की थी। चंपानेर कई मस्जिदों का घर है जिनमें शानदार वास्तुकला का नजारा देखने को मिलता है। इसके अलावा यहां परमां काली को समर्पित हिंदू मंदिर और जैन मंदिर हैं जो आसपास के वातावरण को आध्यात्मिक आभा से भर देते हैं। चंपानेर - पावागढ़ पुरातत्व पार्क यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है जिसे किसी को मिस नहीं करना चाहिए।
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वडोदरा को बड़ौदा के रूप में भी जाना जाता है। पावागढ़ से करीबन 52.5 किमी की दूरी पर स्थित वडोदरा गुजरात का सांस्कृतिक केंद्रहै। यह महानगरीय शहर गुजरात का तीसरा सबसे बड़ा शहर है और यहाँ के भव्य महल, दिलचस्प संग्रहालय और कला दीर्घाएँ इस जगह की यात्रा को सार्थक बनाती हैं। यहां पर घूमते हुए आपको लक्ष्मी विलास पैलेस, ईएमई मंदिर, महाराजा फतेह सिंह संग्रहालय, कीर्ति मंदिर आदि का दौरा जरूर करना चाहिए। वहीं फूडी लोगों के लिए वडोदरा में मिलने वाले सेव उसल, फरसान, दाबेली और पोहा जैसे शानदार स्ट्रीट फूड उनके टेस्ट बड को शांत करेगा।
आनंद की पावागढ़ से दूरी 86 किमी है। गुजरात में स्थित आनंद को भारत की मिल्क कैपिटलके रूप में भी जाना जाता है। इसके अलावा, यह शहर कई हिंदू मंदिरों का भी घर है जो शानदार वास्तुकला विवरण के साथ शानदार दिखते हैं। आनंद के मुख्य आकर्षणों की बात हो तो यहां पर बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर, वैजनाथ महादेव मंदिर, सरदार वल्लभभाई पटेल हाउस, डॉ कुरियन म्यूजियम, अमूल कैरिलन चाइम्स आदि प्रमुख हैं।
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गुजरात के पौराणिक शहरों में से एक, खेड़ा को हिडिम्बा वन के रूप में जाना जाता था क्योंकि ऐसा माना जाता है कि महाभारत के प्रसिद्ध चरित्र भीमसेन ने खेड़ा में हिडिम्बा से शादी करने के लिए एक राक्षस को मार डाला था। खेड़ा कई पवित्र मंदिरों से भरा हुआ है और उनमें से कई की दीवारों पर 150 साल पुराने म्यूरल्स हैं। इसके अलावा, खेड़ा एक ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण शहर है क्योंकि गांधीजी ने खेड़ा से अपना सत्याग्रह शुरू किया था। यहां पर आने वाले हर पर्यटक को खेड़िया हनुमान मंदिर, श्री महालक्ष्मी मंदिर, श्री मनकामेश्वर मंदिर, श्री हनुमानजी मंदिर, बहुचराजी मंदिर, श्री सोमनाथ मंदिर, रामजी मंदिर, भद्रकाली मंदिर, श्री मेल्दी माताजी मंदिर, श्री नीलकंठ महादेव मंदिर, डाकोर का रणछोड़राय मंदिर, श्री खेड़ा के पास खोदियार मंदिर आदि जगहों को जरूर देखना चाहिए।
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Image Credit- Travel websites and google
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