विजयवाड़ा, प्राकृतिक सुंदरता और कई प्राचीन इमारतों, दार्शनिक स्थलों से भरा शहर है जो आंध्र प्रदेश में स्थित है। विजयवाड़ा को बेजवाड़ा के नाम से भी जाना जाता है। यहां आपको भारत के कई तरह की वास्तुकलाएं देखने को मिल जाएगी। इसके अलावा, विजयवाड़ा शहर उन पर्यटकों के लिए बहुत खास है जिनकी इतिहास में गहरी रुचि है, जो आध्यात्मिक खोज में हैं और जो प्रकृति प्रेमी हैं उन लोगों को एक बार इस शहर की ज़रूर सैर करनी चाहिए। तो चलिए जानते हैं विजयवाड़ा और उससे जुड़े हुए कुछ दार्शनिक स्थलों के बारे में......
- मोगलराजपुरम गुफाएं
- प्रकाशम बैराज
- उनादल्ली गुफाएं
मोगलाराजपुरम गुफाएं
विजयवाड़ा की मोगलराजपुरम गुफाएं प्राचीन हैं जिन्हें चट्टानों को काटकर बनाया गया है। आप यहां घूमने जाएंगे तो आपको ऐसा प्रतीत होगा कि आप प्राचीन काल की 5वीं सदी में पहुंच गए हैं, क्योंकि 5वीं शताब्दी में ही इन गुफाओं को संरक्षित करने का काम किया गया था। तभी से लेकर आज तक यह गुफाएं यूं ही बरकरार हैं। जब आप गुफाओं में प्रवेश करेंगे तो आपको अर्द्धनारीश्वर की राजसी मूर्ति देखने को मिलेंगी। इसके अलावा, आपको मोगलराजपुरम गुफाओं में कई पुरातन मूर्तियां भी देखने को मिलेंगी। साथ ही, यह गुफाएं भारत के समृद्ध इतिहास और वास्तुकला की निशानी हैं। पर्यटकों के घूमने के लिए यह अच्छी जगहों में से एक है।
प्रकाशम बैराज
प्रकाशम बैराज, प्राकृतिक सौंदर्य की वजह से विजयवाड़ा में मशहूर है क्योंकि यह कृष्णा नदी पर बना हुआ है। जहां आपको पानी की खूबसूरत प्रकृति और तेज हवाओं का लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, आपको बता दें कि यहां तीन जल धाराएं हैं जो शहर से होकर गुजरती हैं। अगर हम प्रकाशम बैराज के इतिहास पर बात करें तो इसका निर्माण सन् 1852 से 1855 के बीच करवाया गया था। साथ ही, यह बांध 1223.5 मीटर लंबा है। यह उन पर्यटकों के लिए बेस्ट ऑप्शन है जिन्हें प्राकृतिक दृश्यों से प्यार है।
उनादल्ली गुफाएं
ये गुफाएं विजयवाड़ा की रहस्यमयी गुफाओं में शुमार है जो बहुत ही पेचीदा और गहरी हैं। यह प्लेस उन पर्यटकों के लिए बेस्ट है जिन्हें रहस्यमय चीजें देखने में दिलचस्पी है। इसके अलावा, यह गुफा प्राचीन काल से ही विजयवाड़ा में मशहूर है। जिसका निर्माण लगभग 7वीं शताब्दी में किया गया है। अगर हम इसकी संरचना की बात करें तो यह गुफा चार मंजिली है। इसके अलावा, पर्यटकों को यहां शानदार वास्तुकला एवं मूर्तिकला के कई नमूने भी देखने को मिलेंगे। साथ ही, इस गुफा में भगवान विष्णु की एक भव्य मूर्ति भी है। तो आप जब भी विजयवाड़ा आएं तो एक बार इस गुफा की सैर जरूर करें।
क्या है खास
विजयवाड़ा में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हिंदू देवी दुर्गा, कनक दुर्गा मंदिर, उंडावल्ली की गुफाएं, गुनाडाला या सेंट मैरी चर्च, प्रकाशम बांध, श्री नगाराला महालक्ष्मी अम्मवरी मंदिर, गांधी स्तूप आदि हैं। जहां आपको कई समृद्ध ऐतिहासिक स्थल और वास्तुकला आदि देखने का लुत्फ उठा सकते हैं।
इसे ज़रूर पढ़ें- दो देवियों को समर्पित है तारा तारिणी मंदिर, जानें इसकी रोचक बातें
फेमस फूड
विजयवाड़ा में आपको कई स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा लेकिन अगर हम कुछ फेमस फूड आइटम्स की बात करें तो वहां पुलिहोरा, चिली चिकन, रवा डोसा आदि मशहूर है। उसके अलावा, विजयवाड़ा में मिर्ची बज्जी एक लोकप्रिय और मसालेदार नाश्ता है। जिसका लुफ्त आप उठा सकते हैं।
विजयवाड़ा घूमने का सही समय
विजयवाड़ा घूमने का सबसे अच्छा समय मानसून के बाद होता है। वैसे तो आप कभी भी विजयवाड़ा घूमने का लुत्फ उठा सकते हैं।
विजयवाड़ा जाने के लिए मार्ग
वायु मार्ग: गन्नवरम हवाई अड्डा जो विजयवाड़ा शहर से लगभग 20 किमी की दूरी पर स्थित है आप यहां से पर्सनल टैक्सी कर सकते हैं।
रेल मार्ग: विजयवाड़ा रेलवे स्टेशन से आप आसानी से विजयवाड़ा पहुंच जाएंगे।
सड़क मार्ग: विजयवाड़ा के लिए लगभग हर राज्य से नियमित रूप से बसें चलती हैं। आप विजयवाड़ा की सीधी बस ले सकते हैं।
इसे ज़रूर पढ़ें-नील आइलैंड के बारे में ये बातें जानकर दंग रह जाएंगी आप
तो ये थे विजयवाड़ा के कुछ दार्शनिक स्थल जिसे आप आसानी से घूम सकते हैं। लेख पसंद आया हो तो इसे Like और Share ज़रूर करें। साथ ही, जुड़े रहे Herzindagi के साथ।
Image Credit- holidify.com
Recommended Video
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों