अमूमन लोगों को प्रकृति के बीच समय बिताना काफी अच्छा लगता है। ऐसे में वाइल्डलाइफ को करीब से देखना और जानना अच्छा विचार हो सकता है। इसके लिए आप चिड़ियाघर का दौरा कर सकती हैं। भारत के विभिन्न राज्यों में कई चिड़ियाघर मौजूद हैं, जहां पर आप कई दुर्लभ जानवरों को देख सकती हैं।
सैकड़ों एकड़ भूमि में फैले इन चिड़ियाघरों में कई जानवरों को सुरक्षित रूप से रखा जाता है। यूं तो भारत में चिड़ियाघर मौजूद हैं, लेकिन कुछ ऐसे चिड़ियाघर या जूलॉजिकल पॉर्क हैं, जिन्हें भारत के सबसे बड़े चिड़ियाघर के रूप में जाना जाता है।
इन चिड़ियाघर में फैमिली व बच्चों के साथ घूमना एक अच्छा विचार हो सकता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे चिड़ियाघर के बारे में बता रहे हैं-
अरिगनार अन्ना चिड़ियाघर
यह जूलॉजिकल पॉर्क भारत का पहला और सबसे बड़ा जूलॉजिकल पार्क था, जिसे साल 1855 में शुरू किया गया था। यह पार्क वंदलूर में चेन्नई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से लगभग 15 किलोमीटर दूर है। चिड़ियाघर में रखे गए विविध प्रकार के वन्यजीव प्रजातियों को देखकर आप चकित रह जाएंगे।
इस जूलॉजिकल पार्क में लगभग 1500 प्रकार के जानवर व अन्य जीव-जंतुओं को रखा गया है। पार्क एक प्राकृतिक जंगल का हिस्सा है। वहीं, दूसरे जोन में प्राकृतिक पेड़ों से घिरी एक झील है जहां प्रवासी पक्षी आते हैं। साथ ही आप इस पार्क में शेर सफारी, हाथी सफारी इत्यादि की सुविधा का आनंद उठा सकती हैं।
इंदिरा गांधी जूलॉजिकल पार्क
इस चिड़ियाघर का नाम भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर रखा गया है। यह चिड़ियाघर आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में स्थित है, जिसे साल 1977 में शुरू किया गया था। कंबालाकोंडा फोरेस्ट रिजर्व की गोद में बसा यह पार्क 625 एकड़ भूमि में फैला हुआ है। इस चिड़ियाघर में आपको वन्यजीवों की लगभग 80 से अधिक प्रजातियों को देखने का मौका मिलेगा।
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श्री वेंकटेश्वर जूलॉजिकल पार्क
श्री वेंकटेश्वर जूलॉजिकल पार्क भी आंध्र प्रदेश में ही स्थित है। न केवल भारत में बल्कि पूरे एशिया में सबसे बड़ा जूलॉकिजल पार्क है। तिरुपति में भगवान श्री वेंकटेश्वर(भगवान विष्णु के इन फेमस मंदिरों का करें दर्शन) के नाम पर इस चिड़ियाघर का नाम रखा गया है।
इस जू को एक मॉडर्न कॉन्सेप्ट के आधार पर डेवलप किया गया है। 1254 हेक्टेयर में फैले भारत के सभी चिड़ियाघरों में से यह सबसे बड़ा है जो वन्यजीवों की लगभग 75 प्रजातियों का घर है।
नेहरू जूलॉजिकल पार्क
स्वतंत्र भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम पर रखे गए इस चिड़ियाघर की गिनती भी देश के सबसे बड़े चिड़ियाघरों में गिना जाता है। लगभग 153 हेक्टेयर में फैले इस चिड़ियाघर पार्क को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। यहां पर लगभग 100 प्रजातियों से अधिक जानवरों को देखने का मौका आपको मिलेगा।
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सक्करबाग जूलॉजिकल पार्क
गुजरात में स्थित सक्करबाग जूलॉजिकल पार्क को भारत के दूसरा सबसे पुराना चिड़ियाघर और देश के सबसे बड़े में से एक के रूप में जाना जाता है। सक्करबाग जूलॉजिकल पार्क गुजरात राज्य में लगभग 84 हेक्टेयर भूमि को कवर करता है। यह जूलॉकिजल पार्क 1863 से अस्तित्व में आया।
सक्करबाग चिड़ियाघर(भारत के प्रसिद्ध चिड़ियाघर)2009 में अफ्रीकी चीतों को रखने वाला भारत का एकमात्र चिड़ियाघर बन गया। इस चिड़ियाघर में करीबन 1500 प्रकार के वन्यजीव मौजूद हैं। यहां पर एक नेशनल हिस्ट्री म्यूजियम भी मौजूद है।
तो अब आप भी मौका मिलने पर इन चिड़ियाघरों में अवश्य घूमने जाएं और अपने बेहतरीन एक्सपीरियंस हमारे साथ शेयर करें।
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Image Credit- Freepik
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