जब भी भारत में घूमने की खूबसूरत जगहों के बारे में बात की जाती है, तो पूर्वोत्तर की प्राकृतिक सुंदरता और वहां पर घूमने की जगहों का नाम अवश्य लिया जाता है। भारत की सात बहनों में से एक राज्य है नागालैंड। आमतौर पर, लोग इस जगह को कमतर आंकते हैं, लेकिन वास्तव में यह किसी भी तुलना में अन्य राज्यों सें कम नहीं हैं। इस राज्य में ऐसी कई जगहें हैं, जो आपको संतुष्टि प्रदान करेंगी। इन्हीं में से एक है दीमापुर।
सुंदर हरे-भरे परिदृश्य से लेकर कल-कल करते झरनों तक, यह स्थान प्राकृतिक सुंदरता से सराबोर है, जो आने वाले हर यात्री को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। हो सकता है कि आपने अभी तक नागालैंड को अपनी ट्रेवल बकिट लिस्ट में शामिल ना किया हो, लेकिन दीमापुर में घूमने की बेहतरीन जगहों के बारे में जानने के बाद आप यकीनन यहां एक बार अवश्य जाना चाहेंगी। तो चलिए आज इस लेख में हमने कुछ ऐसी जगहों को लिस्ट किया है, जिन्हें आपको दीमापुर में एक बार जरूर देखना चाहिए-
ट्रिपल फॉल्स
यह दीमापुर में देखने लायक बेहतरीन जगहों में से एक है। जैसा कि नाम से पता चलता है, यह स्थान आपको एक ही स्थान पर तीन अलग-अलग झरनों को एक साथ नीचे गिरने का अद्भुत दृश्य पेश करता है। यह फॉल्स सेथेकिमा गांव में स्थित है। झरने 280 फीट ऊंचे हैं। यहां पर आप इन्हें देखने के अलावा यहां पर ट्रेकिंग का आनंद भी उठा सकते हैं। यह एक ट्रेकिंग पॉइंट भी है, जो आपको एक अलग एक्सपीरियंस प्रदान करता है।
जूलॉजिकल पार्क
यदि आप अपने बच्चों के साथ दीमापुर घूमने का प्लॉन कर रही हैं तो ऐसे में जूलॉजिकल पार्क जाना अच्छा विचार हो सकता है। जूलॉजिकल पार्क में आप अपने प्राकृतिक आवास में पक्षियों और जानवरों को देख सकती हैं। यह नागालैंड में करने के लिए सबसे अच्छी चीजों में से एक है। यह मुख्य शहर के काफी पास स्थित है जिसके कारण यहां जाना व घूमना काफी आसान हो जाता है।
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यह शहर के केंद्र से लगभग 6 किमी दूर है, इसलिए आप या तो एक ऑटो ले सकते हैं या यहां तक कि एक निजी कैब किराए पर भी ले सकते हैं। पार्क की स्थापना क्षेत्र के वनस्पतियों और जीवों को संरक्षित और सुरक्षित स्थान पर रखने के उद्देश्य से की गई थी। यह दीमापुर में घूमने के लिए सबसे दिलचस्प जगहों में से एक है।
डाइजेफे गांव
यह दीमापुर का एक पॉपुलर गांव है, जो मुख्य रूप से अपने हस्तशिल्प(मशहूर भारतीय डीक्राफ्ट आइटम्स) और हथकरघा के लिए जाना जाता है। यह गांव दीमापुर के सबसे अच्छे गंतव्यों में से एक है जो आपकी खरीदारी की ज़रूरतों को पूरा करने में मदद करेगा। यहां पर पूरे गांव में हथकरघा और शिल्प से संबंधित कई वर्कशॉप्स हैं। यहां पर एक लकड़ी के खिलौने की परियोजना की शुरुआत की गई है, जो इसे गांव और कारीगरों के लिए लाभदायक बनाती है। गांव दीमापुर के मुख्य शहर से लगभग 13 किमी दूर स्थित है।
शिव मंदिर
दीमापुर में घूमने के लिए एक और लोकप्रिय धार्मिक स्थान शिव मंदिर है जो सिंगरिजन गांव में स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर की स्थापना ग्रामीणों द्वारा 1961 में की गई थी। इस मंदिर से जुड़ी कई कहानियां और तथ्य हैं। कहानियों और कुछ किंवदंतियों के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि एक गांव रंगपहाड़ रिजर्व फॉरेस्ट में गया था, जहां उसने अपने साथ ले जा रहे चाकू को तेज करने के लिए पत्थर लिया। जब वह पत्थर पर चाकू की धार तेज कर रहा था, तो उसने देखा कि उसमें से कुछ तरल बह रहा है। बाद में, उसे रात में भगवान शिव का सपना आया। जिसके कारण भगवान शिव की पूजा की गई और मंदिर की स्थापना भी की गई।
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Image Credit- thetoptours, freepik
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