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90 के दशक की इन फिल्मों ने सनी देओल को बनाया था रातों-रात सुपरस्टार

90 के दशक में कई ऐसे सुपरस्टार ने बॉलीवुड में शिरकत की जिनकी धाक आज भी इंडस्ट्री में बरकरार है। बता दें कि इस लिस्ट में शामिल एक एक्टर ने बैक-टू-बैक ब्लॉकबस्टर फिल्में दी। 
Editorial
Updated:- 2024-07-22, 17:10 IST

80 से 90 के दशक में हिंदी फिल्म जगत में कई नए चेहरे शामिल हुए, जिनकी एक्टिंग की पूरी दुनिया दीवानी है। इस लिस्ट में किंग खान, एक्शन किंग, बिग बी से लेकर कई दिग्गज कलाकार शामिल हैं। इन सेलेब्स ने अपनी एक्टिंग से देखते ही देखते बॉलीवुड में अपना सिक्का चला दिया। हर एक फिल्म डायरेक्टर इनके साथ काम करने के लिए तैयार रहते थे। 90 के दशक में आमिर खान, सलमान खान, संजय दत्त और सुनील शेट्टी जैसे कलाकारों की फिल्मों के लिए दर्शकों का सिनेमाघर के बाहर जमावड़ा लगा रहता था। बता दें इस दौर में एक और ऐसा एक्टर था जिसने बैक-टू-बैक कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दी वो है सनी देओल। चलिए बताते हैं कि उन फिल्मों के बारे में।

इन फिल्मों ने सनी देओल को बनाया सुपरस्टार

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90 के दशक में सनी देओल की 'घातक', 'घायल', 'जिद्दी', 'बॉर्डर', 'सलाखें' और 'दामिनी' जैसी लगातार कई फिल्में रिलीज हुई थीं। इस फिल्म में मुख्य किरदार में नजर आने वाले सनी देओल ने हर किसी को सदमे में डाल दिया था। बता दें कि इन फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था। इन फिल्मों में शामिल मूवी दामिनी ने साल 1993 में रिकॉर्ड सेट कर दिए थे जिन्हें तोड़ पाना मुश्किल था।  नेशनल अवॉर्ड विनिंग फिल्म दामिनी में ऋषि कपूर, मीनाक्षी शेषाद्रि, अमरीश पुरी, सनी देओल और परेश रावल जैसे सितारों ने काम किया था।

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सनी देओल के इन डायलॉग्स को मिली पॉपुलैरिटी

 

 

 

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फिल्म 'दामिनी' का मशहूर डायलॉग "चिल्लाओ मत, नहीं तो यहीं पर केस रफा-दफा कर दूंगा। ना तारीख, ना सुनवाई सीधा इंसाफ, वो भी ताबड़तोड़" 

"तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख मिलती है तो सिर्फ तारीख पर तारीख, लेकिन इंसाफ नहीं मिला माय लॉर्ड" 

"जब यह ढाई किलो का हाथ किसी पे पड़ता है तो आदमी उठता नहीं, उठ जाता है"

फिल्म 'घातक' का डायलॉग

"घर में घुस कर मारूंगा, सातों को साथ मारूंगा, एक साथ मारूंगा।"

"ये मजदूर का हाथ है कात्या, लोहा पिघलाकर उसका आकार बदल देता है"

फिल्म 'गदर-एक प्रेम कथा'

"अशरफ अली! आपका पाकिस्तान जिंदाबाद है, इससे हमें कोई ऐतराज नहीं लेकिन हमारा हिंदुस्तान जिंदाबाद है, जिंदाबाद था और जिंदाबाद रहेगा।"

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