(maa durga shringar vidhi) नवरात्रि का त्योहार शुरू हो चुका है। मां दुर्गा के भक्त नौ दिनों तक चलने वाले इस उत्सव को बड़े धूमधाम के साथ मना रहे हैं। इस त्योहार में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाती है।
इससे व्यक्ति की सभी मनोकामना पूरी हो सकती है। अब ऐसे में इस दौरान मां दुर्गा और उनके नौ अवतारों का अलग-अलग दिन श्रृंगार किया जाता है। अब प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक मां दुर्गा के अलग-अलग श्रृंगार करने का विशेष महत्व है। जिससे जानना बेहद जरूरी है।
आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि मां दुर्गा के नौ स्वरूपों का किस विधि से श्रृंगार करना शुभ माना जाता है।
नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। इस दिन मां शैलपुत्री को पीला वस्त्र पहनाकर उनके बालों का श्रृंगार करना शुभ माना जाता है।
नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी (मां ब्रह्मचारिणी पूजा विधि) की आराधना की जाती है। इस दिन उन्हें सिंदूर और द्रव्य चढ़ाना चाहिए। इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। इस दिन इनके माथे में सिंदूर चढ़ाना शुभ माना जाता है।
नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा-अर्चना करने का विधान है। इस दिन मां की आंखों का श्रृंगार करना शुभ माना जाता है।
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नवरात्रि के पांचवे दिन स्कंदमाता की पूजा करने का विधान है। इस दिन मां के अंग की पूजा की जाती है, यानी कि जो वस्त्र और द्रव्य हैं, उन्हें पहनाकर सुंदर बना सके। उन्हें अर्पित करें।
नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। इस दिन माता का श्रृंगार किया जाता है। साथ ही बेल के पेड़ की भी पूजा की जाती है। इससे सुख-शांति की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा (पूजा नियम) करने का विधान है। इस दिन जो बेल के पेड़ के नीचे पूजा की है, उसके घर में आवाहन किया जाता है और अर्ध रात्रि के समय विशेष पूजा की जाती है और बलि दी जाती है।
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नवरात्रि के दिन आठवें दिन महागौरी की पूजा की जाती है। इन्हें गुलाबी रंग बेहद पसंद है। इस दिन मां को गुलाबी रंग का ही श्रृंगार करना चाहिए।
नवरात्रि के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। इस दिन हवन करते हैं और माता से प्रार्थना करते हैं। इससे मां प्रसन्न होकर व्यक्ति की सभी मनोकामना पूरी कर देतीं हैं।
मां दुर्गा के नौ स्वरूप का इस विधि से श्रृंगार करें अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।
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