क्या घर में पंचमुखी हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर रखना ठीक है? जानें ज्योतिष के नियम

हनुमान जी के विभिन्न स्वरूपों की पूजा में पंचमुखी हनुमान जी को महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि उनकी पूजा कुछ विशेष नियमों का पालन करते हुए की जाती है। आइए जानें क्या हम पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर घर में रख सकते हैं?
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पंचमुखी हनुमान जी को हिंदू धर्म में शक्ति, साहस और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा का प्रतीक माना जाता हैं। उनकी पांच मुखों वाली मूर्ति विशेष रूप से पूजनीय मानी जाती है। पंचमुखी हनुमान जी से पांच मुख अलग-अलग देवताओं के रूप को प्रदर्शित करते हैं, लेकिन क्या इसे घर में रखना उचित है? यह सवाल कई लोगों के मन में जरूर उठता है क्योंकि इनके पांच स्वरुप उत्तर दिशा में वराह मुख, दक्षिण दिशा में नरसिंह, पश्चिम में गरुड़, आकाश की तरफ हयग्रीव मुख एवं पूर्व दिशा में हनुमान जी हैं। ऐसे में ये सभी देवता अलग-अलग रूपों का प्रतिनिधि करते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि यदि आप इस मूर्ति का उचित तरीके से पूजन व सम्मान न कर सकें तो आपको इसके भूलकर भी पाने घर के मंदिर में नहीं रखना चाहिए। ज्योतिष के अनुसार पंचमुखी हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर को घर में रखने के विशेष नियम बताए गए हैं। ऐसा माना जाता है कि पंचमुखी हनुमान जी का स्वरूप अत्यधिक ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक है, जो घर के सामान्य वातावरण के लिए अनुकूल नहीं है। हनुमान जी का यह स्वरूप आमतौर पर पूजा स्थलों और मंदिरों के लिए उपयुक्त माना जाता है, क्योंकि इसकी उग्र ऊर्जा को संभालने के लिए विशेष पूजा-अर्चना और नियमों का पालन करना आवश्यक होता है। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से इसके बारे में विस्तार से जानें।

पंचमुखी हनुमान जी का महत्व

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पंचमुखी हनुमान जी के पांच मुख अलग-अलग दिशाओं और तत्वों का प्रतिनिधित्व करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस मूर्ति में पूर्व दिशा की तरफ हनुमान ही का मूल स्वरुप दिखाई देता है। जो भक्तों को आत्म-शक्ति और साहस प्रदान करता है। मूर्ति का दक्षिण मुख जो नरसिंह स्वरुप है यह मुख भय और शत्रु विनाश का प्रतीक होता है।

पश्चिम मुख जो गरुड़ देव को दिखाता है सभी प्रकार के नाग दोष और विष से हमारी रक्षा करता है। उत्तर दिशा की तरफ का मुख वराह रूप होता है जो धन और समृद्धि का प्रतीक होता है। ऊपर का मुख हयग्रीव रूप होता है जो ज्ञान और विजय का प्रतीक होता है। इन सभी स्वरूपों को एक मूर्ति में ढालकर पंचमुखी हनुमान जी बनते हैंजोअत्यंत शक्तिशाली माने जाते हैं।

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घर में पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर क्यों नहीं रखनी चाहिए?

पंचमुखी हनुमान जी का स्वरूप अत्यधिक उग्र और शक्तिशाली है। उनकी ऊर्जा इतनी प्रबल होती है कि इसे नियंत्रित करना आसान नहीं होता है। इस मूर्ति को घर में गलत स्थान पर रखने से कुछ नकारात्मक प्रभाव भी हो सकते हैं। पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर या मूर्ति घर में रखने से उस स्थान की ऊर्जा बहुत ज्यादा सक्रिय हो सकती है जो ऊर्जा के असंतुलन का कारण बन सकती है। यह ऊर्जा कभी-कभी घर के सदस्यों के लिए असुविधाजनक और तनावपूर्ण हो सकती है। इस ऊर्जा के सकारात्मक की जगह कुछ नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं, जिससे लोगों के बीच आपसी झगड़े बढ़ सकते हैं और अशांति का वातावरण पैदा हो सकता है।

पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर उग्रता का प्रतीक

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पंचमुखी हनुमान जी का स्वरूप उग्रता और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है। इसे घर में रखने से वहां का माहौल उग्र और अशांत हो सकता है, खासकर यदि उनकी पूजा विधिवत न की जाए। दरअसल इस मूर्ति की पूजा करना आसान नहीं होता है, बल्कि इसके कुछ विशेष नियम होते हैं और उनका पालन सब लोग नहीं कर पाते हैं। यदि उनकी पूजा में कोई त्रुटि होती है तो उसके जीवन में नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं।

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पंचमुखी हनुमान जी की मूर्ति के लिए विशेष स्थान होना जरूरी

पंचमुखी हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर को घर में रखने से पहले उचित स्थान और दिशा का चयन करना अनिवार्य है। ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार, गलत दिशा या स्थान पर इस पवित्र स्वरूप की स्थापना करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा की बजाय वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है।

अक्सर देखा गया है कि लोग इसे बिना सोचे-समझे घर के मुख्य द्वार पर लगा देते हैं। हालांकि, यह स्थान पंचमुखी हनुमान जी की मूर्ति के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता, क्योंकि ऐसा करने से उनकी ऊर्जा का सही उपयोग नहीं हो पाता और अनजाने में मूर्ति का अपमान भी हो सकता है। इस स्वरूप को घर में रखने का उद्देश्य बुरी शक्तियों से बचाव और सकारात्मकता को बढ़ावा देना है, लेकिन यदि इसे नियमों के अनुसार न रखा जाए तो इसके विपरीत परिणाम हो सकते हैं।

पंचमुखी हनुमान जी की मूर्ति कहां रखनी चाहिए

पंचमुखी हनुमान जी की पूजा मुख्य रूप से मंदिरों में की जाती है, जहां उनकी ऊर्जा का प्रबंधन सही तरीके से हो सकता है। अतः यह मूर्ति मंदिरों में रखना सबसे अच्छा विकल्प होता है, जिससे उनकी पूजा नियम से की जा सके।
व्यावसायिक स्थलों पर पंचमुखी हनुमान जी की मूर्ति रखने से आपको व्यापार में मुनाफा हो सकता है और यह मूर्ति नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करती है।

यदि आप भी पंचमुखी हनुमान जी की मूर्ति अपने घर पर रखते हैं तो आपको यहां बताई बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे खुशहाली बनी रहेगी। अगर आपका इससे जुड़ा कोई भी सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में हमें जरूर बताएं। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।

Images:freepik.com

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