Sai Baba Puja: साईं बाबा की पूजा करते समय भूल से भी न करें ये गलतियां, लग सकता है दोष

साईं बाबा की पूजा में किसी प्रकार का आडंबर या दिखावा अपेक्षित नहीं है, लेकिन यदि उनकी आराधना में अनजाने में भी कोई भूल हो जाए तो उसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि साईं बाबा की पूजा में कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए।
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शिरडी के साईं बाबा का स्मरण मात्र ही जीवन के अनेक संकटों का निवारण कर देता है। उनकी आराधना अत्यंत सरल है, जिसे कोई भी भक्त सहजता से कर सकता है। तथापि, उनकी पूजा में कुछ निश्चित नियमों का पालन आवश्यक है, जिनका उल्लंघन नहीं करना चाहिए। गुरुवार का दिन विशेष रूप से साईं बाबा की पूजा के लिए समर्पित है, क्योंकि यह दिन उनका माना जाता है।

साईं बाबा अपने भक्तों के निश्छल प्रेम के भूखे हैं और वे सदैव अपने अनुयायियों से प्रेम और श्रद्धा की अपेक्षा रखते हैं। सच्चे हृदय से उन्हें अर्पित किया गया एक पुष्प भी भक्त के सभी दुखों को हर लेता है। उनकी पूजा में किसी प्रकार का आडंबर या दिखावा अपेक्षित नहीं है, लेकिन यदि उनकी आराधना में अनजाने में भी कोई भूल हो जाए तो उसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से कि साईं बाबा की पूजा में कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए।

साईं बाबा की पूजा कैसे करें?

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साईं बाबा की पूजा शुरू करने से पहले अच्छे से स्नान करें और शांत मन से उनका ध्यान करें। फिर साईं बाबा की मूर्ति को दूध और दही मिले हुए पानी से नहलाएं। इसके बाद साफ पानी से उन्हें स्नान कराकर वस्त्र पहनाएं। अब फूल, माला, धूप, दीप और भोग लगाकर उनकी पूजा शुरू करें। इसके बाद, श्रद्धा और सबुरी यानी कि धैर्य को दर्शाने वाले दो घी के दीपक साईं बाबा के सामने जलाएं।

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ध्यान रहे कि इन दोनों दीपकों में इतना घी हो कि वे साईं बाबा के सामने कम से कम 21 मिनट तक जलते रहें। वहीं बैठकर साईं सत्चरित्र का पाठ करें। यह याद रखें कि साईं बाबा के सामने किए जाने वाले पाठों की संख्या 11 होनी चाहिए। पाठ पूरा होने के बाद, "ऊं साईं नाथाय नमः" और "ऊं श्री शिर्डी देवाय नमः" का जाप करते हुए साईं बाबा को फल और मिठाई अर्पित करें।

साईं बाबा की पूजा के क्या नियम हैं?

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साईं बाबा की पूजा हमेशा अपने और अपने परिवार की भलाई के लिए करें। कभी भी किसी दूसरे को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से उनकी पूजा न करें, अन्यथा इसके बहुत बुरे परिणाम हो सकते हैं। जब आप साईं बाबा की पूजा कर रहे हों, तो अपने मन को शांत रखें। गुस्से या भारी मन से कभी भी उनकी आराधना न करें। यदि आपका पूजा या कोई पाठ करने का मन नहीं है, तो साईं बाबा के सामने अपनी इस भावना को व्यक्त करें और उनसे क्षमा मांग लें।

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साईं बाबा की पूजा में चढ़ाया गया जो भी प्रसाद बच जाए, उसे अगले दिन के लिए न रखें। उसे गरीबों में दान कर दें या फिर जानवरों को खिला दें। साईं बाबा की पूजा में दिखावा करने से बचें। आपकी जितनी श्रद्धा हो, उतना ही दान-पुण्य करें और उतना ही प्रसाद चढ़ाएं। दिखावे की पूजा का कोई महत्व नहीं होता।

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image credit: herzindagi

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FAQ

  • साईं बाबा की प्रतिमा घर में किस दिशा में रखें?

    साईं बाबा की प्रतिमा को घर में उत्तर-पश्चिम दिशा में रखना शुभ माना जाता है।