स्वयं के लिए आनंद को खोजना और शांतिपूर्ण प्रकृति के साथ मिलाना, मसाज वह है जो आपको चाहिए। मसाज थेरेपी में एक बेहतर अनुभव के लिए जड़ी-बूटियों और तेलों का इस्तेमाल किया जाता है। यह आपके तनाव को दूर रखते हुए, आपको अपनी आंतरिक शांति खोजने में मदद करता है। इसके साथ ही मसाज करने से शरीर का सर्कुलेशन अच्छा होता है और चेहरे पर ग्लो आता है। इस बारे में हमने डॉ गौरव गुप्ता, बीएएमएस, बिड़ला आयुर्वेद से बात की जिन्होंने हमें विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक मसाज और उनके फायदो के बारे में विस्तार से बताया।
डॉ गौरव गुप्ता जी का कहना है, ''आयुर्वेद, प्रकृति और देसी तेलों के साथ शांति से शरीर के दोषों में सुधार करता है और 5000 से अधिक वर्षों से आंतरिक सामंजस्य स्थापित कर रहा है। आपके सिर से बहने वाले सुगंधित तेल आपको दुनिया के प्रेशर और संकटों से दूर ले जाते हैं और इसे पूरी तरह से रोकते हैं।
यह पूरे शरीर की मसाज का एक हिस्सा है जो रोगी की चिकित्सा स्थिति के अनुसार दोषों में औषधीय गर्म हर्बल तेल के साथ किया जाता है। मसाज की प्रक्रिया के दौरान, एक अलग प्रेशर पॉइंट पर दबाव डाला जाता है जो एनर्जी को उत्तेजित करता है। यह थेरेपी शरीर के अंदर मौजूद विषाक्त पदार्थों से छुटकारा पाने में मदद करती है और शरीर के ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करती है।
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इस मसाज में सिर में नसों को मज़बूत करने के लिएस्कैल्प पर नेचुरल या sedated तेल की एक सुसंगत धारा डाली जाती है। जी हां शिरोधारा में आयुर्वेदिक हर्ब्स से बने हुए खास तरह के तेल के उपयोग से थेरेपी की जाती है। इसमें दूध, ऑयल या मक्खन जैसे लिक्विड का इस्तेमाल किया जाता है। लिक्विड में कई प्रकार की हर्ब्स को मिलाकर दवा अथवा औषधि का रूप दिया जाता है।
यह मसाज का एक हिस्सा है जिसमें सप्लीमेंट के रूप में गर्म तेल का उपयोग किया जाता है। मसाज की इस प्रक्रिया में औषधीय तेल शरीर में डाला जाता है। तेल और मसाज मूल रूप से गर्मी उत्पन्न करते हैं जिससे पसीना आता है जो वात दोष स्थिरता के लिए आवश्यक है।
यह मसाज केवल सिल्क दस्ताने की विधि से की जाती है। यह पूरे शरीर में एक साथ किया जाता है।
इस थेरेपी में मसाज पाउडर के रूप में की जाती है। आयुर्वेदिक पाउडर मसाज कफ को सुखाने में मदद करती है जो भारी और नम होती है।
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मसाज आयुर्वेद चक्रों को पुन: व्यवस्थित करके शरीर में संतुलन और समता प्राप्त करने का प्रयास करती है। पूरे शरीर की आयुर्वेद मसाज के लिए लगभग 60 मिनट की आवश्यकता होती है। सिर और शरीर के लिए अलग-अलग तेलों का उपयोग किया जाता है। दोनों मूल रूप से निर्मित आयुर्वेदिक मसाज ऑयल हैं।
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