पिछली बार आपने सिर की मालिश कब की थी? शायद आपको याद नहीं होगा। लेकिन सिर की मालिश करने के बाद हम जिस शांत और तनाव मुक्त क्षेत्र में पहुंचते हैं, वह शुद्ध आनंद होता है। जी हां आपको तनाव से राहत देने के अलावा, आयुर्वेदिक मालिश बालों की मजबूत ग्रोथ को बढ़ावा देकर आपके स्कैल्प को असाधारण लाभ प्रदान करती है।
आयुर्वेदिक सिर की मालिश क्या होती है?
आयुर्वेदिक सिर की मालिश एक प्राचीन चिकित्सीय उपचार है, जिसका भारत में 5000+ वर्षों से इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें सर्कुलर मालिश स्ट्रोक सहित कई तरह की प्रेशर तकनीकें शामिल हैं, जो आपके सिर, कंधों और गर्दन के हिस्सों पर ध्यान केंद्रित होती हैं।
ये गहरी मालिश तकनीक, जब सुगंधित तेलों और आयुर्वेदिक हर्बल योगों के कॉम्बिनेशन के साथ उपयोग की जाती है, तो आपके स्कैल्प और बालों की स्थिति में सुधार होता है। यह आपके शरीर की प्राकृतिक उपचार क्षमताओं को भी उत्तेजित करती है।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट नीति शेठ ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करते हुए बताया है कि घर पर आयुर्वेदिक सिर की मालिश कैसे करें? अगर आप भी अपने बालों को खूबसूरत बनाना चाहती हैं, तो इस मसाज को जरूर ट्राई करें। आइए इसे करने का तरीका जानें।
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आयुर्वेदिक सिर की मालिश करने का तरीका
- तेल को हल्का गर्म करके शुरुआत करें। बालों के लिए तिल का तेलसबसे अच्छा होता है। मसाज करते हुए इसकी स्मैल अद्भुत लगती है।
- इसे सबसे पहले अपने क्राउन चक्र पर लगाएं।
- फिर तेल को अपनी उंगलियों/हाथों के बीच रगड़ें और तेल को अपने पूरे स्कैल्प पर समान रूप से लगाएं।
- अब अपनी उंगलियों के पोरों का इस्तेमाल करते हुए सर्कुलर मोशन में स्कैल्प पर मसाज करें और जितना हो सके और जितना आप सहन कर सकें, उतना प्रेशर डालें।
- इसके बाद अपने बालों को थोड़ा-थोड़ा लेकर पकड़ें और आराम से खींच कर मसाज करें। पूरे बालों में ऐसा ही करें।
- फिर अपने सिर को जितना हो सके, उतने प्रेशर से दबाएं।
मर्म या प्रेशर प्वाइंट्स क्या हैं?
मर्म प्वाइंट्स: अपनी भौहों के बीच के प्वाइंट से शुरू करें और 8 अंगुलियों को पीछे की ओर मापें-
- ब्रह्मरंध्र: भावनाओं को शुद्ध चेतना में बदल देता है, रचनात्मकता और बुद्धि को बढ़ावा देता है, हार्मोन को संतुलित करता है, पिट्यूटरी ग्लैंड को नियंत्रित करता है।
- अधिपति/मुरधनी: सभी मर्मों के स्वामी, शरीर में प्राण का प्रमुख स्थान, चेतना को पुनर्स्थापित करता है, मन को शांत करता है, भावनाओं को संतुलित करता है।
- शिवरंध्र: सकारात्मक स्मृति को बढ़ाता है और मस्तिष्कमेरु द्रव के सर्कुलेशन को बढ़ाता है।
- मान्यामूला: गर्दन के तनाव और सिरदर्द से राहत देता है, लिम्फेटिक सर्कुलेशन को बढ़ाता है और पेट और अग्न्याशय में अग्नि को उत्तेजित करता है।
- विधुरम: सिरदर्द और गर्दन के दर्द से राहत देता है, तनाव कम करता है और लिवर, तिल्ली और आंखों को फायदा पहुंचाता है।
पूरे स्कैल्प पर मालिश करने के लिए सर्कुलर मोशन का उपयोग करके समाप्त करें। बालों में तेल को रात-भर रखें या कुछ घंटे रखने के बाद और फिर धो लें।
इस तरह आप भी आयुर्वेदिक मसाज करके अपने बालों को सुंदर और तनाव से मुक्त रह सकती हैं। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
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Image Credit: Freepik.com
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